देश

बेतिया, बिहार के 38 ज़िलों के ग़रीबों, मजदूरों के प्रतिनिधी 4-5 नवम्बर को राज्य सम्मेलन में लेंगे भाग, बड़ा रमना पापू सभागार में होगा सम्मेलन : रिपोर्ट

Taasir Patna
===============·
बेतिया,
अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा के 7 वां राज्य सम्मेलन 4-5 नवम्बर 2023 को बेतिया बड़ा रमना पापू सभागार में होगा, बिहार के 38 जिलों के गरीबों, मजदूरों के प्रतिनिधी 4 – 5 नवम्बर को बेतिया राज्य सम्मेलन में लेंगे भाग, सम्मेलन का उद्‌घाटन भाकपा (माले) के राष्ट्रीय महासचिव कामरेड दीपंकर भट्टाचार्य करेंगे, उक्त बात की जानकारी भाकपा माले केन्द्रीय कमिटी सदस्य, खेग्रामस राज्य अध्यक्ष सिकटा विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता जी ने दिया।

सम्मेलन की तैयारी की जानकारी व समिक्षा करने राज्य व केन्द्रीय स्तर के नेता भाकपा माले राज्य सचिव कामरेड कुणाल, पोलिट व्यूरो कामरेड अमर, खेग्रामस राष्ट्रीय महासचिव कामरेड धीरेन्द्र झा, और कामरेड शत्रुध्न सहनी आदि नेताओं ने भाग लिया।

विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि अंग्रेजी कम्पनी राज के खिलाफ चले किसान आंदोलन के नेता शेख गुलाब और सामंत विरोधी आंदोलन के नेता कामरेड सफायत अंसारी, रामजी पटेल, ध्रप पासवान, कामरेड धूरेन्द्र यादव, जैसे नेताओं के प्रति राज्य सम्मेलन समर्पित होगा।

खेग्रामस राष्ट्रीय महासचिव कामरेड धीरेन्द्र झा ने कहा कि आजादी के आंदोलन में चम्पारण अग्रणी रहा वही आजादी के बाद बिहार में कम्युनिस्ट आंदोलन का केन्द्र भी चम्पारण रहा है, इस लिए चम्पारण में आयोजित खेग्रामस का राज्य सम्मेलन उस लाल झंडा के आंदोलन को आगे बढ़ाने का आह्वान करेगा।
राज्य कार कार्यकारी सचिव कामरेड शत्रुध्न सहनी ने कहा की पूरे राज्य में व्यापक जन अभियान चलाकर 05 डिसमिल जमीन में आवास बनाकर गरीबों को देने, भूदान, परचाधारियों को पर्चा के जमीन पर कब्जा दिलाने, सभी वृद्ध, विधवा, विकलांग को 3000 रुपये मासिक पेंशन देने की मांग को उठा रहे हैं।
भाकपा माले नेता सुनील कुमार राव ने कहा कि यह सम्मेलन देश मे महंगाई, बेरोजगारी दलितों, महिलाओं, गरीबों पर सामंती अत्याचार बढ़ाने वाली केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ आंदोलन तेज़ करेगा

भाकपा माले राज्य सचिव कामरेड कुणाल ने कहा कि फिलिस्तीन में गाजा को इजरायल द्वारा खुला जेल में बदलने, दवा, पानी , भोजन के अभाव में हजारों बच्चों, महिलाओं को मार डालने, गाजा पर भारी बमबारी का हमारी पार्टी विरोध करती हैं ,4-5 नवंबर को खेग्रामस राज्य सम्मेलन को ऐतिहासिक रूप से सफल करने का कार्यकर्ताओं से आह्वान किया।

पोलिट व्यूरो सदस्य कामरेड अमर ने कहा कि मोदी राज में पूरी दुनिया के (125 देशों में) भूख सुचकांक के स्केल पर भारत बहुत तेजी फिसल कर 111 पर पहुँच गया है, यानी भारत के तमाम पडोसी देशो से भी गरीबी भारत झेल रहा है। इस लिए फासीवादी भाजपा को 2024 के चुनाव में शिकस्त देने के लिए ग्रामीण गरीबों को संकल्प लेना होगा,

कामरेड वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि मंहगाई, बेरोजगारी से जनता तबाह हैं. अडानी के हाथों देश की संपदा बिकती जा रही है. बिरोध में आवाज उठाने वाले पत्रकारों /मिडीयाकर्मी तक को प्रताड़ित किया जा रहा हैं. भाजपा जनता का ध्यान भटकाने के लिये धर्म का सहारा ले रही है. हिंदुत्वा ने नाम पर नफरत व विभाजन को फैला रही है. भाजपा के फासीवादी शासन में गरीबों, मजदूर, किसानन व नौजवानो की जिंदगी दाव पर लग गयी है. ऐसे जन विरोधी,लोकतंत्र व संविधान विरोधी फासीवादी भाजपा को हटाने के लिए ग्रामीण गरीबों मजदूरों को संगठित करने में यह राज्य सम्मेलन मदद करेगा

इस मौका पर सुबास चन्द्र कुशवाहा, सुरेन्द्र चौधरी, फरहान राजा, वीरेंद्र पासवान, सीताराम राम, अच्छे लाल राम, इन्द्र देव कुशवाहा, लालजी यादव, प्रदीप ठाकुर, कृष्णा राम, संजय मुखिया, इसलाम अंसारी, छोटेलाल कुशवाहा, यासीर अरफात, नन्दकिशोर महतो, जवाहर प्रसाद, रीखी साह, शंकर उरांव, ताजूदीन मंसुरी आदि नेताओं ने भी बैठक को सम्बोधित किया