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“हमने कभी घोषणा नहीं की कि कोई ज़मीनी ऑपरेशन होने जा रहा है”- इसरायली रक्षा बलों के प्रवक्ता ने बीबीसी से कहा

इसराइल पर उन सहयोगी देशों का दबाव है जिनके नागरिक हमास के क़ब्ज़े में हैं.

इन देशों और उन इसराइली नागरिकों के परिवारों ने इसराइली सेना पर अपने ग्राउंड ऑपरेशन को तब तक रोके रहने को कहा है जब तक सभी बंधक हमास के क़ब्ज़े से छूट न जाएं.

हाल के दिनों में इसराइली सैन्य बल के प्रवक्ता ने इस बात पर ज़ोर दिया है कि युद्ध के अगले पड़ाव पर जाने से पहले सेना का फोकस हवाई हमलों को बढ़ाने में है.

आईडीएफ चीफ़ ऑफ स्टाफ़ हर्ज़ी हलेवी ने बीते शनिवार कहा था, “हम ग़ज़ा में प्रवेश करेंगे, हम एक ऑपरेशनल मिशन के लिए प्रवेश करेंगे.”

वहीं इसरायली रक्षा बलों के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट-कर्नल पीटर लर्नर ने बीबीसी वर्ल्ड सर्विस के एक कार्यक्रम में कहा, “हमने कभी घोषणा नहीं की कि कोई जमीनी ऑपरेशन होने जा रहा है.”

मिस्र की चौकी पर हमला

उधर इसराइली सेना ने कहा है कि उसके एक टैंक से ग़लती से गोलीबारी हुई और केरेम शालोम में ग़जा की सीमा के पास एक मिस्र की चौकी पर हमला हो गया.

हमास के एक वरिष्ठ कमांडर समेत दर्जनों ”आतंकवादियों” की मौत

इसराइली सेना का कहना है कि ग़ज़ा पर रात भर हुए हवाई हमलों में हमास के एक वरिष्ठ कमांडर की मौत हो गई है.

रॉयटर्स समाचार एजेंसी और इसराइली मीडिया के मुताबिक़, इसराइल रक्षा बलों के एक प्रवक्ता, डैनियल हगारी ने कहा कि दर्जनों आतंकवादियों में एक हमास के रॉकेट फोर्स के डिप्टी कमांडर भी मारे गए हैं.

हमास को आधिकारिक तौर पर यूके, यूएस और अन्य देश एक आतंकवादी संगठन के रूप में देखते हैं.

वहीं हमास का कहना है कि इसराइली सेना के हवाई हमलों में बीती रात 55 लोगों की जान चली गई.