साहित्य

अभी कुछ ही दिनो पहले की बात है….!!पार्ट-2!!—-By – लक्ष्मी कान्त पाण्डेय

लक्ष्मी कान्त पाण्डेय
=======================
·
चलिये कहानी आगे बढ़ाते हैं…
अभी तक आपने पढ़ा की मेरे पास एक लड़की का फोन आता हे और उसके ऊपर उसका तलाक का केस चल रहा होता हे अपने हस्बेंड के साथ….
दो बेटियां हे उसकी और वो बाहर रहकर जॉब करके अपना एवं अपनी बेटियों का जीवन यापन कर रही होती हैं, इस दौरान उससे बात करके मैं उसके बहुत करीब आ जाता हूँ अब आगे….!!
एक मिनट रुकिए कहानी आगे बढ़ाने से पहले आप सबसे एक प्रश्न करना चाहूंगा की मैं अपनी आप बीती लिखता हूँ जो सच्ची घटना रहती है ना की कोइ कहानी तो बिना पूरी जानकारी के, बिना पूरी कहानी पढ़े आप मुझे गलत कमेंट क्यों करने लगते हो….?
मुझे आपके गलत कमेंट का घंटा कोइ फर्क नही पड़ता, मैं केसा हूँ किस नेचर का हूँ मेरी पत्नी हमको आप गलत कमेंट करने वालों से ज्यादा बेहतर जानती हैं…. आप गलत कमेंट करने वालों को क्या लगता है मेरी वाइफ मेरे लिखे हुवे कंटेंट नही पढ़ती हैं क्या….?
आप गलत कमेंट करने वालों को क्या लगता है मेरी पत्नी पढ़ी लिखी नही हैं…. मैं बी टेक इंजिनियर किसी अनपढ़ लड़की से विवाह कर लिया हूँ क्या….!!
उसको मेरे बारे में नही पता है क्या जिससे मैंने लव मैरिज किया हुवा हूँ वो मुझे नही जानती होंगी क्या…?
तीन बच्चे की माँ है मेरी वाइफ वो मेरे बारे में नही जानती होंगी क्या..?
मेरी 13 साल की बेटी है तो क्या मैं नही समझ पा रहा हूँ की ये सब करना शोभा नही देगा मुझे ये सब गलत है ऐसा मुझे नही करना चाहिए, और अगर फिर भी मैं परिवार वाला होकर तीन बच्चे का बाप होकर,एक ब्राह्मण होकर ऐसा लिख रहा हूँ ऐसा आप सबके बीच सच्ची घटना लिख रहा हूँ तो मैं कोइ मुर्ख तो नही न हूँ….?
बी टेक करके रखा हूँ ऐसे ही जे एस डब्लू स्टील ने इंजिनियर नही बना रखा है मुझे कुछ तो अवश्य पढ़ लिखकर आया हूँ न…!!
…..और हाँ बिना पूरी जानकारी के गलत कमेंट करने वालों मेरे फेसबुक पर मेरे मित्र भी हैं जो मेरे साथ पढ़े लिखे हैं, मेरे परिवार के सदस्य भी हैं, मेरे इतने चाहने वाले माताजी बहन जी हैं जो हमें अपना बेटा,भाई समझती हैं और उनके सामने अगर आगे ऐसा कुछ गलत कमेंट किया तो मैं उसे डारेक्ट ब्लॉक कर दूंगा….!!
याद रखिये आधी जानकारी लिये ही किसी को गलत समझ लेना मूर्खों की निशानी होती है, जैसा की मेरे अगले एक और पोस्ट मे भी ऐसा ही कुछ कमेंट कर रहे थे बाद मे ज़ब सच्चाई पता चला तो कुछ लोग सॉरी बोलने लगे….. आगे से ध्यान रखें क्या बोल रहे हैं….!!
चलिए पोस्ट को इंजॉय करिये…..
ये दिखने मे बहुत सुन्दर लगती थीं ज़ब भी व्हट्सप स्टेटस लगाती तो पिक देख कर नही लगता कभी की ये 32 साल की या उससे ऊपर उम्र की हो सकती थीं….!!
एक दिन इन्होने हमें अपने इंस्टाग्राम में भी जोड़ लिया मैंने फॉलो किया इन्होने एक्सेप्ट किया जबकि इनका अकॉउंट लॉक था पर्सनल अकॉउंट और मेरा नार्मल अकॉउंट मैं किसी को ना फेसबुक पर फॉलो करता हूँ ना ही इंस्टाग्राम पर फिर भी इनको फॉलो किया…..!!
धीरे धीरे उससे बात और ज्यादा होने लगा मैं जहाँ पहले 10 बजे सो जाता था जो की मेरा रूटीन टाइम भी है मगर इससे बात करके अब रात भर पार कर देने लगा रात भर जगना और सुबह पांच बजे फिर ड्यूटी चले जाना इस तरह एक दो दिन मेरा तबियत भी ख़राब हो गया…. नही सोने के कारण..?
दिन मे ड्यूटी जाता तो वहीं कंप्यूटर स्क्रीन देखने मे आँख दर्द करने लगता और नींद आने लगता… एक दो दिन मेरे मैनेजर ने मुझे रोक टोक भी किया की रात मे सोते नही हो क्या जो दिन मे ड्यूटी के समय सो रहे हो….!!
मैं इग्नोर कर देता रहा उनके बातों को….!!
हर समय एक ही ख्याल मन मे रहता इतनी सुन्दर लड़की को कैसे छोड़ दिया उस मुर्ख इंसान ने और दूसरी महिला से शादी किया वो तो 45 साल से ऊपर की लगती है और देखने मे भी खूबसूरत नही है…?
क्या कारण रहा होगा….?
मैं हमेशा उससे कारण जानना चाहा और वो हमेशा कुछ ऐसा बात बताती की मैं उसके और आकर्षित होता चला गया….!!
वो पढ़ी-लिखी भी बहुत ज्यादा थीं और उसका हस्बेंड कम पढ़ा लिखा था, कभी कभी लगता की हो सकता है की पढ़ाई लिखाई के ज्यादा-कम के कारण से भी मिस अंडसटेंडिग के कारण भी रिश्ते टूट गये हों…..?
उनसे बात करके मैंने महसूस किया की वो बहुत टेलेंटेड लड़की थीं अंग्रेजी पर उसकी पकड़ बहुत ज्यादा था मैं जब उससे बात करता तो हिंदी मे ही सब लिखता और वो अंग्रेजी मे लिखती मगर मैं उसके सब अंग्रेजी लिखे का जवाब हिंदी मे ही लिखता…..!!
उसे लग रहा था मैं भी उसके हस्बेंड के जैसा ही कम पढ़ा लिखा हूँ शायद इसीलिए हिंदी में लिखता हूँ मगर पगली भूल जाती की अगर पढ़ा लिखा नही हूँ तो उसके लिखे अंग्रेजी के शब्दों को मैं समझ कैसे जाता हूँ और उसका रिप्लाई कैसे कर रहा हूँ……..!!
मैं हमेशा उससे उसके बारे मे जानना चाहता हमेशा उसको कुछ पूछता ज़ब भी बात करता उसके बारे मे कुछ नया पता चलता… धीरे धीरे वो हमें सब अपने बारे मे बताती चली जा रही थीं….!!
मैं उसके पति के किस्मत से जलन रखने लगा था की कितना बड़ा मुर्ख है जो इतनी सुन्दर लड़की को छोड़ दिया सही मे मुर्ख ही होगा और नही तो क्या इतनी पढ़ी लिखी समझदार लड़की को कोइ कैसे भला अपने से दूर कर सकता है….!!
अब तो बात और ज्यादा होने लगी थी एक रोज वो किसी काम से एक मॉल गयीं थीं कुछ कपड़े खरीदने उसने बताया की अपने भाई के लिये जींस लेना है तो ऑफर चल रहा है एक जींस पर दूसरे को लेने पर डिस्काउंट… और जींस उसे एक लेनी थी तो मैंने कहा कोइ नही मेरे लिये ले लीजिये मैं पैसे पे कर देता हूँ दोनों जींस का मगर वो पैसा नही लेना चाहती थीं…..!!
पैसे लेने से उसने साफ मना कर दिया हालांकि मैंने भी जींस नही लिया क्योंकि फ्री मुझे पसंद नही कोइ कुछ दे…..!!
उसने दो जींस ले लिये अपने भाई के लिये, हाँ यही बताया था उसने बाकि भाई के लिये था या दूसरे के लिये मुझे नही पता….!!
स्कूटी में ब्लूटूथ लगा कर हेलमेट पहन कर चलती मैं मना करता की ड्राइव करते हुवे नही बात करते वो नही मानती बात करते जाती हमसे, रास्ते में फल वाले सब्जी वाले लोगों से बात करती तो बिलकुल 10 साल की बच्ची की तरह मुस्कुराते हुवे हंसी मजाक करते हुवे बात करती और ये उसका सबसे हंसी मजाक करना बहुत अच्छा लगता, जो हमें उसके साथ बात करके ब्लूटूथ में सब सुनाई पड़ता था….!!
धीरे-धीरे अब बात दिन मे भी और रात मे भी होने लगा…. वो बोलती रहती मैं हाँ, हूँ बस यही ज्यादा जवाब देता रहा…..!!
एक दिन मैंने सोचा की चलो इसके बारे मे और जानते हैं पता करते हैं की इनके मन मे और क्या है…..!!
मैं हमेशा उसे बाबू कहकर ही बुलाता था जो की पहले-पहले उसने मना नही किया और एक दिन पूछ बैठी की आप सबसे बाबू कहकर ही बात करते हैं या सिर्फ मुझे ही बाबू कहते हैं मैंने कहा हाँ सबको बाबू ही कहता हूँ…..!!
एक दिन उसने कहा की प्लीज मुझे बाबू मत कहियेगा क्योंकि इस शब्द से नफ़रत है मुझे तो मैंने बाबू कहना छोड़ दिया, हालांकि में पूछता की ऐसा क्यों बाबू मेरे तो वो अपने पर्सनल डायरी जो लिख रखी थीं खुद उसके एक दो पन्ने मुझे भेज देती…..
जिसमे उसने अपने ऊपर पति के घर से निकालने पर लिखी थीं हालांकि मैं पूरी डायरी पढ़ने की इक्षा रखता था मगर उन्होंने कभी नही भेजा पूरी डायरी शायद उसमें कुछ पर्सनल कुछ लिखें हो और यही कारण था की मै दोबारा कभी वो पन्ने नही मांगे हाँ बाबू के जगह मैडम जी कहने लगा मगर कुछ समय बाद फिर बाबू मुंह से निकल ही जाता कभी कभी तो वो बोली की चलिए आप बोल लीजिये तो मैं फिर बाबू कहने लगा…..!!
धीरे धीरे उससे और खुल कर बातें होने लगा इस दौरान मैं और परेशान रहने लगा था अपने काम पर फोकस नही कर पा रहा था दिन मे भी उसी को सोचता था और रात्रि मे भी उससे बात करने को मन करते रहता….!!
वो दिन रात ब्लूटूथ इस्तेमाल करतीं थीं इस कारण उससे बात करने मे कभी कभी दिक्कत लगता ऑफिस के टाइम मे तो कभी क्लियर बात होता कभी नही होता… वो रूम आती तो मैं कहता की अपनी बेटियों से बात करवा दो कभी…!!
मैं उसके बेटियों का आवाज़ ब्लूटूथ से साफ सुन पाता मगर कभी उसने बात नही करवाया वो कहती ज़ब बेटी पूछेगी तो आपके बारे मे क्या बताऊंगा इसलिए कभी बात नही किया पता नही क्यों उसके बेटियों मे अपनी बेटी नजर आती थीं मुझे….!!
मुझमे एक गुण है की कोइ हमसे बात करे तो मैं सबको दीदी और माँ के समान मानता हूँ और दीदी कहकर ही सबसे बात करता हूँ मगर इसको दीदी नही कहा कभी क्योंकि इससे बात करके कभी दीदी वाला फीलिंग आया ही नही इसलिए इससे साफ-साफ बातें करता गया…..!!
मैंने इससे कुछ झूठ नही बोला था कभी,ज़ब इससे बात किया तो मैं अपनी पत्नी के बारे मे बताया की मैं अपनी वाइफ से लव मैरिज किया हूँ तीन बच्चे है और बड़ी बेटी है सबकुछ सच बताया….
इससे बात करके अब लगने लगा था मुझे की ये मुझसे प्यार करने लगी है तो क्यों ना इसके दिल मे क्या है इससे पूछ लूँ एक बार…..?
आई लव यु, हाँ एक रोज बोल दिया मैंने इसको इसने कुछ जवाब नही दिया इसने कभी रिप्लाई नही किया इसका…
मैंने कितनी बार इसको बोला की प्यार है या नही क्लियर कर दीजिये हाँ या ना…? कुछ तो बोलिये अगर हमसे प्यार करतीं हैं तो बत्ता दीजिये की हाँ प्यार है और नही है तो बता दीजिये की प्यार नही है…..?
कभी इन्होने इसका जवाब ना तो हाँ लिखा और ना ही नही लिखा….!!
हम दोनों मे बात होते रहा अब मैं इसको जान कहकर बुलाने लगा ऐसा लगने लगा था की शायद ये मेरी जान हों इसके बिना रहना मुश्किल है अब क्या करूंगा मैं कैसे रहूँगा इनके बिना….?
रोज रात को इनसे बात करता कभी कुछ गलत नही कहा मैंने ना उसने एक दिन मैंने इनको कहा की एक किस दीजिये न इन्होने कुछ जवाब नही दिया….?
दो मिनट सन्नाटा छाया रहा ना वो कुछ बोली ना मैं कुछ…. सिर्फ हम दोनों के सांसे जो चल रही थीं वो आवाज़ फोन पर सुनाई दे रहा था दोनों तरफ….?
2 मिनट के बाद मैंने इनसे फिर कहा आप गुस्सा मान गयीं क्या…?
एक किस ही तो माँगा है आपसे फिर इतना सोचना क्या…?
जानते हैं ज़ब से अपने पति से अलग हुईं हूँ कभी ऐसा किसी ने मेरे साथ ऐसा कुछ नही कहा आप अचानक ऐसा कह दिये तो मैं एकदम से सीहर गयी हूँ मेरे सारे रोंगटे खड़े हो गये हैं मैं समझ नही पा रही की आपको क्या जवाब दूं….?
मैंने कहा कोइ बात नही मना कर दीजिये मत दीजिये मुझे अच्छा लगा तो मैंने मांग लिया….?
अरे ऐसा थोड़े न होता है आप मांग लिये और मै मना कर दूँ हाँ या ना कह दूं….!!
मतलब इतना जान लीजिये की इन्होने कभी कुछ अपने तरफ से हाँ या ना मे कोइ जवाब नही दिया, मैं इसको आई लव यु बोल दिया इन्होने हाँ ना कुछ नही कहा, मैंने किस माँगा इन्होने हाँ ना कुछ नही कहा…!!
ऐसा भी नही है की मैंने चंद दिनों इनसे बात करके ही इनको प्यार करना शुरू कर दिया था ना जी ना इनसे बहुत दूर तक बात होता था….!!
ये बताती हमें की कैसे इनके पति इनके साथ दुराचार करते कैसे शराब पीकर घर आता और बहसी दरिंदे की तरह वो इसके ऊपर टूट पड़ता था….?
कैसे ये महिला को एक खिलौना समझ कर उसके साथ खेलता था, हालांकि और भी बहुत से इंटीमेंट सीन के बारे मे वो हमें बताती गयीं…. क्षमा करेंगे जो मैं यहां वो लिख नही सकता…..!!
रात को जब भी मैं इनसे बात करता सिर्फ इतना पूछता की कुछ कहना है…?
कुछ नही कहना…उसका यही जवाब होता…!!
मैं सोचता की कास एक बार ये कह दे की हाँ मैं आपसे प्यार करती हूँ मगर ये मेरे मन का भरम था इन्होने कभी नही कहा की हाँ मैं आपसे प्यार करती हूँ…!!
हाँ ज्यादा फ़ोर्स करने पर ये जरूर कहती की मैंने ना भी तो नही कहा है अभी तक….!!
……..और शायद ना कभी नही कहूंगी….!!
हालांकि इस दौरान मैं कभी-कभी एक दो बार इससे नाराज हों जाता की आप हमें प्यार करतीं हैं या नही साफ साफ बता दीजिये वरना मैं आपसे क्यों इतना बात करूँ….!!
ये बातों को हमेशा टाल देती मैं समझ गया था ये टाल रही हैं एक दिन मैंने कॉल नही किया ये हड़बड़ा गयीं शाम को इसने हमें फोन किया ये समझ चुकी थीं की मैं शायद गुस्सा मे हूँ तो इन्होने कहा आपकी पत्नी है, बेटी है दो बेटे हैं आप हमसे क्यों प्यार करना चाहते हैं, मैं नही चाहती की मेरे कारण से आपका परिवार भी टूट जाये, परिवार टूटने का दर्द मैं भली भांति जानती हूँ…..!!
उसका बात सुनकर बहुत ख़ुश हुवा मैं की कितनी समझदार लड़की है यार जो मैं एक मुर्ख हूँ जो अपनी पत्नी बच्चे पुरे परिवार को छोड़ कर इसके पीछे लगा हुवा और ये कितनी अच्छी लड़की हैं जिन्हे मेरी पत्नी, बच्चे मेरे परिवार का फिकर है….!!
तो मैंने कहा की आप फिर क्लियर क्यों नही कर देती हाँ प्यार करतीं हैं या नही….?
अगर प्यार नही करती आपसे तो रात भर आपसे बात करती क्या…?
इनसे जब भी बात होता लगातार 1 घंटा तो कभी 2 घंटा तो कभी 3 घंटा तो कभी 4 घंटे कॉल होते रहता….!!
रात को मुझे 10 बजे सो जाना चाहिए ये मुझे याद दिलाती कहती सो जाईये 10 बज गये सुबह ड्यूटी जाना है न आपको फोन रखिये…!!
उसकी बातों को सुनकर अच्छा लगने लगा था,सोचता कितना ख्याल रखती है मेरा यार मुझे कब सोना हे कब जगना सब बताती हे बिलकुल मेरी वाइफ की तरह और एक मैं हूँ जो पगली को परेशान करते रहता हूँ की प्यार करती हे या नही बोलकर हमेशा पूछता ही रहता हूँ….?
मैंने इनको एक दिन कहा भी की आप कहो तो मैं आपसे विवाह करना चाहता हूँ, मैं आपके माताजी पिताजी से आपके बारे मे बात करूंगा ये मना कर देती क्योंकि ऐसा करने से मेरा परिवार टूट जाता इस कारण ये नही चाहती थीं मैं इनके माता पिताजी से मिलूं….!!
इनसे बात करके कभी लगा ही नही की ये परायी हैं और इनके पति ने इसको धोखा दे रखा है,जब भी बात करता इनसे इनका एक ही जवाब होता मैं मरना चाहती हूँ एक दो बार मरने की कोशिश भी कर चुकी थीं ये हालांकि मगर हर बार कोइ कारणों से बच गयीं थीं…
इनसे बात करके मैंने जाना की कितनी अच्छी लड़की है, कितनी समझदार भी है बेचारी अकेली जॉब करती है अकेली रहकर अपने बच्चे को पालन पोषण कर रही, स्वयं खाना बना कर खुद बच्चे को स्कूल भेज कर ये स्वयं जॉब को जाती है और कितने कष्ट झेल कर दोबारा ड्यूटी से आकर घर के कामों मे लग जाती है…!!
मैंने इनको एक दिन क्लियर करना चाहा और बताया की आप कहो तो मै आपके घर आ जाता हूँ आप हमसे शादी कर लीजिये मैं आपको भी रख लूंगा और अपनी पत्नी को भी… भगवान के कृपा से इतना सेलेरी मिलता ही है की आपको और अपनी पत्नी को हमेशा ख़ुश रख लूंगा….!!
मगर वो मना कर देती वो कहती आप बहुत अच्छे हो आप शादी नही किये होते आपके बच्चे नही होते तो मैं आपके पास 400 किलोमीटर भाग कर आ जाती मगर आप अपनी पत्नी को धोखा दे ये मुझे अच्छा नही लगेगा, फिर आपमें और मेरे पति में क्या अंतर रह जायेगा उसने मुझे छोड़ दिया आप अपनी पत्नी को….?
अरे मैं अपनी पत्नी को नही छोड़ रहा उसको भी रखूँगा और आपको भी….!!
मगर उसका जवाब होता की नही प्यार करके धोखा देना गलत बात है, आप अपनी पत्नी के साथ ऐसा नही कर सकते हैं…!!
इस नवरात्री शुरू हो जाने के एक दिन पहले इसका कॉल नही आया मेरे पास दिन भर नहीं आया, रात को नही आया…?
मैंने कॉल लगाया तो रिप्लाई नही आया अचानक सुबह फोन आया की अपनी बेटियों को रखने अपनी माँ के पास आई हूँ घर…..!!
मैंने सोचा की चलो बेटियां ना रहने पर ज्यादा बात कर पाउँगा क्योंकि बेटियों रूम में होने से मैं कॉल नही करता था वही कॉल किया करती थीं अब मै रात में भी कॉल कर सकता था… गांव से कब लोट रही हो आज बहुत बात करेंगे आपसे….?
क्रमशः आगे
पढ़िये कल इसका अंतिम भाग…..!!

अभी कुछ ही दिनो पहले की बात है….!!—-By – लक्ष्मी कान्त पाण्डेय

http://surl.li/mjugt