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इस्राइली अपराधों के ख़िलाफ़ फ़िलिस्तीनियों के समर्थन में उतरी दुनिया, इतिहास में पहली बार मिला इतना समर्थन : वीडियो

ज़ायोनी शासन द्वारा ग़ज़्ज़ा के आम नागरिकों और मज़लूम महिलाओं और बच्चों के जनसंहार पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अरब देशों सहित पूरी दुनिया में प्रदर्शन हो रहे हैं।

इस्राईल के पाश्विक हमलों के ख़िलाफ़ अवैध अधिकृत फ़िलिस्तीन के रामल्लाह शहर की जनता ने जहां फ़िलिस्तीनी प्रशासन का मुख्यालय है और जो ज़ायोनी शासन के साथ सांठगांठ और सहयोग जारी रखे हुए है, विरोध प्रदर्शन करते हुए प्रतिरोध के प्रति अपने दृढ़ समर्थन का एलान किया और ग़ज़्ज़ा पट्टी के निहत्थे लोगों के ख़िलाफ़ अतिग्रहणकारियों के अपराधों की निंदा की।

वेस्ट बैंक के क़िल्किल्या शहर में भी ग़ज़्ज़ा की जनता और फ़िलिस्तीनी प्रतिरोधकर्ताओं के समर्थन में विशाल प्रदर्शन देखने को मिले। बग़दाद में हजारों लोग फ़िलिस्तीनी लोगों के समर्थन और ग़ज़्ज़ा में ज़ायोनी शासन के नरसंहार का विरोध करने के लिए सड़कों पर उतरे।

गज़्ज़ा पट्टी में ज़ायोनी शासन के जारी अपराधों की निंदा करने के लिए इराक़ी बग़दाद में इराकियों ने जहां प्रदर्शन किए वहीं सैकड़ों इराकी नागरिक जॉर्डन से लगने वाली सीमा तरीबील पहुंचे और फ़िलिस्तीन की मज़लूम जनता की मदद के लिए अपनी तत्परता का एलान किया।

वेस्ट बैंक में नाब्लस की जनता ग़ज़्ज़ा पट्टी के निहत्थे लोगों के समर्थन में अल-नस्र मस्जिद के सामने प्रदर्शन किया।
ज़ायोनी शासन के युद्ध अपराधों के ख़िलाफ़ और फ़िलिस्तीनी जनता से एकजुटता व्यक्त करने के लिए क़तर की राजधानी दोहा में हजारों लोग सड़कों पर उतर आए।

जॉर्डन के लोगों ने भी बड़े पैमाने पर प्रदर्शन का आयोजन करके अपने समर्थन का एलान किया जबकि मिस्र के अल-अज़हर विश्वविद्यालय में हजारों लोगों ने जुमे की नमाज़ के बाद फिलिस्तीनियों से एकजुटता का एलान करने और ग़ज़्ज़ा पट्टी के असहाय लोगों के समर्थन में एक विशाल प्रदर्शन आयोजित किया।

उधर यमन के शहर सैदा में हज़ारों की संख्या में लोगों ने सड़कों पर प्रदर्शन करके फ़िलिस्तीनियों से अपने समर्थन का एलान करते हुए ग़ज़्ज़ा और दक्षिणी लेबनान में ज़ायोनी शासन के नरसंहार का विरोध किया।