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चर्चों और मस्जिदों पर बमबारी, युद्ध अपराध है, अमेरिका और यूरोप के ईसाई धर्मगुरुओं ने की इस्राईल के हमलों की निंदा!

इस्राईल ने ग़ज़ा शहर के केन्द्र में स्थित ग्रीक ऑर्थोडॉक्स सेंट पोर्फ़िरियस चर्च को बमबारी में ध्वस्त कर दिया, जिसकी ईसाई नेताओं ने कड़ी निंदा की है।

गुरुवार को इस्राईली हवाई हमले में चर्च ज़मीनदोज़ हो गया और यहां शरण लेने वाले कई लोग शहीद हो गए।

येरूशलम में स्थित ग्रीक ऑर्थोडॉक्स पैट्रियाशेट ने शुक्रवार को कहाः चर्चों, उनसे संबंधित संस्थानों और उन आशियानों को भी निशाना बनाया जा रहा है, जो निर्दोष नागरिकों, विशेषकर बच्चों और महिलाओं की रक्षा के लिए बनाए गए हैं। इन निर्दोष लोगों के पिछले 13 दिनों के इस्राईल के क्रूर हमलों में घर नष्ट हो गए हैं। यह एक युद्ध अपराध है, जिसे नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता।

इस्राईल की बमबारी से जान बचाने के लिए ग़ज़ा में मुसलमानों और ईसाईयों ने चर्चों, मस्जिदों, अस्पतालों और उनसे जुड़े संस्थानों में शरण ली है, लेकिन इस्राईल उन पर बम गिरा रहा है।

ग्रीक ऑर्थोडॉक्स सेंट पोर्फ़िरियस चर्च दुनिया का तीसरा सबसे पुराना चर्च है। पहली बार इसका निर्माण सन् 425 में हुआ था, लेकिन वर्तमान इमारत का निर्माम 12वीं सदी में किया गया था।

फ़िलिस्तीन में चर्चों की उच्च समिति के प्रमुख रमज़ी ख़ोरी ने कहा है कि इस तरह के हमलों से पता चलता है कि इस्राईल, फ़िलिस्तीनियों को पूरी तरह से नाबूद करना चाहता है।

उन्होंने कहा कि इबादतगाहों पर हमले, युद्ध अपराध और अंतरराष्ट्रीय क़ानूनों का खुला उल्लंघन हैं।

इसके अलावा, इस्राईल ने एक अन्य मस्जिद अल-ओमरी को भी बमबारी करके ज़मीनदोज़ कर दिया है। इससे पहले इस्राईल कई मस्जिदों को ध्वस्त कर चुका है।