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इसराइल और हमास के बीच जंग के 10वे दिन की हर ख़बर सिर्फ़ एक क्लिक पर, यहाँ पढ़ें!

इसराइल और हमास के बीत संघर्ष जारी है. संयुक्त राष्ट्र के एक अधिकारी के मुताबिक इसराइल की चेतावनी के बाद करीब 10 लाख फ़लस्तीनी उत्तरी ग़ज़ा से ग़ज़ा के दक्षिणी हिस्से में पहुंच गए हैं.

इसराइल ने उत्तरी इलाके को खाली करने को कहा था. इसराइल यहां बड़ा सैन्य अभियान शुरू कर सकता है.

इसराइल ने कहा है कि हमास ने 199 लोगों को बंधक बनाकर रखा है. इससे पहले बंधकों की संख्या 155 बताई गई थी.

अभी भी बंद है राफ़ा क्रॉसिंग

सोमवार को खबर आई कि राफ़ा क्रॉसिंग को मानवीय सहायता के लिए खोल दिया गया है. बाद में इसराइली प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू और हमास ने इन खबरों को खारिज कर दिया.

ग़ज़ा और मिस्र को जोड़ने वाली राफ़ा क्रॉसिंग अब भी बंद है. वहां मौजूद लोग इसके खुलने का इंतज़ार कर रहे हैं.

बीबीसी की मिडिल ईस्ट संवाददाता योलांडे नेल के मुताबिक ग़ज़ा और मिस्र को जोड़ने वाली राफ़ा क्रॉसिंग पर कई लॉरियां कतार लगाए खड़ी हैं. ये लॉरियां मिस्र की तरफ हैं और इन पर सैंकड़ों टन सहायता सामग्री लदी हुई है. ये वो सामान है जिसका ग़ज़ा की तरफ़ बेसब्री से इंतज़ार किया जा रहा है.

वहां बड़ी संख्या में फ़लस्तीनी लोग हैं जिसके बाद विदेशी पासपोर्ट हैं और वो इस रास्ते बाहर निकल जाना चाहते हैं. मिस्र का कहना है कि वह क्रासिंग के गेट को तबतक नहीं खोलेगा, जबतक कि उसके कर्मचारियों के सुरक्षा की गारंटी नहीं मिल जाती है.

फिर इसराइल पहुंचे अमेरिकी विदेश मंत्री

 

इस बीच अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन सोमवार को एक बार फिर इसराइल पहुंचे.

वहां उन्होंने प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू से हमास के साथ बढ़ते संघर्ष पर चर्चा की. एक सप्ताह के अंदर एंटनी ब्लिंकन की यह दूसरी इसराइल यात्रा है. वो कई अरब देशों की यात्रा के बाद फिर इसराइल पहुंचे हैं.

अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने बताया कि दोनों नेताओं की बैठक में ब्लिंकन को ज़मीनी स्थिति की जानकारी दी गई. ब्लिंकन ने हमास से सुरक्षा के लिए इसराइल को अमेरिका के समर्थन का एक बार फिर ज़िक्र किया. उन्होंने इसराइल की मदद करने की इच्छा भी ज़ाहिर की.

 

2700 फ़लस्तीनियों की मौत

 

हमास के हमले के बाद इसराइल की जवाबी कार्रवाई में अबतक 2700 फ़लस्तीनियों की जान जा चुकी है और 9700 घायल हुए हैं.

हमास की ओर से सात अक्टूबर को इसराइल पर किए गए हमलों में 1400 से अधिक लोगों की जान गई थी.

ग़ज़ा में हमास के अधिकार वाले गृह मंत्रालय के प्रवक्ता एयाद अल बोज़ोम ने बताया है कि ग़ज़ा में एक हज़ार से ज़्यादा लोग लापता हैं. ये लोग इसराइल के बम हमलों में टूटे घरों और इमारतों के नीचे दबे हैं.

फ़लस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि सात अक्टूबर से अब तक ग़ज़ा में 2750 फ़लस्तीनी मारे गए हैं और 9700 लोग घायल हुए हैं. वहीं वेस्ट बैंक में 58 अन्य लोगों की मौत हुई है और 1250 लोग घायल हुए हैं.

फ़लस्तीनी जर्नलिस्ट सिंडिकेट के मुताबिक मरने वालों में 11 फ़लस्तीनी पत्रकार भी हैं.

संयुक्त राष्ट्र का क्या कहना है?

 

इस बीच संयुक्त राष्ट्र के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि ग़ज़ा में मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए बातचीत चल रही है.

हमास ने सात अक्टूबर को इसराइल पर हमला कर दिया था. इसके बाद से इसराइल ग़ज़ा पर लगातार बमबारी कर रहा है. तब से ग़ज़ा में कोई मानवीय सहायता नहीं पहुंची है.

संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने बीबीसी रेडियो-4 से कहा कि इसराइल की चेतावनी के बाद करीब 10 लाख लोग उत्तरी ग़ज़ा से दक्षिणी ग़ज़ा की ओर पलायन कर गए हैं. उन्होंने कहा कि बंधकों की रिहाई पर कोई प्रगति नहीं हुई है.

उन्होंने कहा कि लोगों को बंधक बनाना गंभीर, ग़ैर क़ानूनी, अस्वीकार्य और अनैतिक काम था. उन्होंने कहा कि बंधकों को तत्काल रिहा किया जाना चाहिए. संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून के तहत नागरिकों की सहायता मिलनी चाहिए और उन्हें निकलने का सुरक्षित रास्ता मिलना चाहिए, लेकिन इन कानूनों का उल्लंघन हो रहा है.

उन्होंने कहा कि वो इन मुद्दों पर इसराइल के साथ बातचीत कर रहे हैं.

 

ख़ान यूनिस में खाने का संकट

 

ग़ज़ा के ख़ान यूनिस में खाने का संकट पैदा हो गया है. एक बेकरी के बाहर ब्रेड लेने के लिए लोगों की लंबी कतार लगी है. यह बेकरी दक्षिणी ग़ज़ा से कुछ गेहूं आने के बाद आज सुबह ही खुली है.

बेकरी के बाहर ब्रेड की आश में सैकड़ों लोग खड़े हैं. हमने इनमें से कुछ लोगों से बात की. उन लोगों का कहना था कि सभी लोगों को ब्रेड नहीं मिल पाएगी. बेकरी वाले एक व्यक्ति को पांच ब्रेड ही दे रहे हैं.

अमेरिका के विदेश मंत्री एक सप्ताह में दूसरी बार इसराइल पहुंचे, नेतन्याहू से क्या हुई बात?

अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने सोमवार को इसराइली प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू से हमास के साथ बढ़ते संघर्ष पर चर्चा की.

एक सप्ताह के अंदर अमेरिका के शीर्ष अधिकारी का ये दूसरा इसराइल दौरा है.

अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने बताया कि दोनों नेताओं की बैक में ब्लिंकन को ज़मीनी स्थिति के बारे में बताया गया.

इस दौरान ब्लिंकन ने हमास से सुरक्षा के लिए इसराइल को अमेरिका के समर्थन का एक बार फिर ज़िक्र किया. उन्होंने इसराइल की मदद करने की इच्छा भी ज़ाहिर की.

साथ ही संयुक्त राष्ट्र और अन्य क्षेत्रीय सहयोगियों के साथ मिलकर अमेरिका की तरफ़ से आम लोगों को मानवीय सहायता देने पर भी चर्चा हुई.

ये बैठक ऐसे समय में हुई है जब ग़ज़ा में मानवीय संकट सबसे बुरे दौर में पहुंच गया है. यहां पानी, खाना और दवाओं की आपूर्ति पूरी तरह रोक दी गई है.

हमास के हमले के बाद इसराइली पलटवार में अभी तक 2700 फ़लस्तीनियों की जान जा चुकी है और 9700 घायल हुए हैं.

हमास फ़लस्तीन का चरमपंथी समूह है जो साल 2007 से ग़ज़ा पट्टी पर शासन करता है. इसे अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों ने आतंकवादी संगठन का दर्जा दिया हुआ है.

हमास के चरमपंथियों के इसराइल में किए हमलों में 1400 से अधिक लोगों की जान गई थी. मरने वालों में कम से कम 30 अमेरिकी नागरिक थे. वहीं, 13 अमेरिकी अभी भी लापता हैं.

ऐसा माना जा रहा है कि इन लापता लोगों को हमास बंधक बनाकर ले गया है. ब्लिंकन ने इसराइल के राष्ट्रपति आइज़ैक हर्ज़ोग से इन नागरिकों की सुरक्षित रिहाई को लेकर भी चर्चा की.

बीते सप्ताह ब्लिंकन ने मिडिल ईस्ट के अन्य देश जैसे सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा से पहले भी तेल अवीव का दौरा किया था.

ऋषि सुनक ने बताया, इसराइल-हमास संघर्ष में मारे गए ब्रिटेन के छह नागरिक और 10 अब भी लापता

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा है कि इसराइल-हमास संघर्ष में छह ब्रितानी नागरिकों की मौत हुई है.

सुनक ने सोमवार को हाउस ऑफ कॉमन्स को संबोधित करते हुए यह जानकारी दी.

प्रधानमंत्री सुनक ने बताया कि ब्रिटेन के 10 नागरिक अभी भी लापता हैं.

उन्होंने बताया कि करीब 200 लोगों को बंधक बना लिया गया है. उन्होंने कहा कि पुरुषों, महिलाओं, बच्चों और नवजातों की हत्या कर दी गई और जिंदा जला दिया गया. उन्होंने बंधक बनाए गए लोगों को तत्काल रिहा करने की मांग की.

लेबनान सीमा से लगते अपने गांवों को खाली करा रहा है इसराइल, ईरान पर लगाया ये आरोप

इसराइल ने कहा है कि लेबनान सीमा के दो किलोमीटर के दायरे में आने वाले गांवों को खाली कराया जा रहा है.

दरअसल रविवार को हिज़्बुल्लाह की ओर से एक गांव पर दागी गई मिसाइल से एक इसराइली नागरिक की मौत हो गई थी.

इसराइल की सेना के मुख्य प्रवक्ता ने आरोप लगाया है कि ईरान हिज़्बुल्लाह को आदेश दे रहा है. इसराइल ने दक्षिण लेबनान में रात में हमले किए. उसने इन हमलों में हिज़्बुल्लाह के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया.

इसमें किसी के हताहत होने की ख़बर नहीं है.

इसराइल-हमास संघर्ष: रफ़ा क्रॉसिंग अब तक बंद, ग़ज़ा में लगातार बिगड़ रही है स्थिति

ग़ज़ा और मिस्र को जोड़ने वाली रफ़ा क्रॉसिंग अब भी बंद है. वहां मौजूद लोग इसके खुलने का इंतज़ार कर रहे हैं.

बीबीसी की मिडिल ईस्ट संवाददाता योलांडे नेल के मुताबिक ग़ज़ा और मिस्र को जोड़ने वाली रफ़ा क्रॉसिंग पर कई लॉरियां कतार लगाए खड़ी हैं.

ये लॉरियां मिस्र की तरफ हैं और इन पर सैंकड़ों टन सहायता सामग्री लदी हुई है. ये वो सामान है जिसका ग़ज़ा की तरफ़ बेसब्री से इंतज़ार किया जा रहा है.

वहां बड़ी संख्या में फ़लस्तीनी लोग हैं जिसके बाद विदेशी पासपोर्ट हैं और वो इस रास्ते बाहर निकल जाना चाहते हैं.

सुबह बॉर्डर खोले जाने की रिपोर्ट आईं थीं जिन्हें बाद में ख़ारिज कर दिया गया.

एक स्थानीय अधिकारी ने बताया है कि मिस्र की ओर से ग़ज़ा की तरफ़ डेढ़ लाख लीटर ईंधन भेजा गया है ताकि गज़ा का पंपिंग स्टेशन चलाया जा सके और लोगों को पानी मिल सके.

संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी यहां ‘अभूतपूर्व मानवीय संकट की स्थिति’ बनने को लेकर चेतावनी दे रहे हैं.

अधिकारियों का कहना है कि अस्पतालों का ईंधन एक दिन के अंदर ख़त्म हो जाएगा और हज़ारों घायलों और बीमार लोगों की जान ख़तरे में पड़ सकती है.

संयुक्त राष्ट्र ने कहा- ग़ज़ा में मानवीय सहायता के लिए चल रही है बातचीत

संयुक्त राष्ट्र के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि ग़ज़ा में मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए बातचीत चल रही है.

हमास ने सात अक्टूबर को इसराइल पर हमला कर दिया था. इसके बाद से इसराइल ग़ज़ा पर लगातार बमबारी कर रहा है. तब से ग़ज़ा में कोई मानवीय सहायता नहीं पहुंची है.

संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने कहा कि इसराइल की चेतावनी के बाद करीब 10 लाख लोग उत्तरी ग़ज़ा से दक्षिणी ग़ज़ा की ओर पलायन कर गए हैं.

वो बीबीसी रेडियो-4 से बात कर रहे थे. उन्होंने कहा कि बंधकों की रिहाई पर कोई प्रगति नहीं हुई है.

उन्होंने कहा कि लोगों को बंधक बनाना गंभीर, ग़ैर क़ानूनी, अस्वीकार्य और अनैतिक काम था. उन्होंने कहा कि बंधकों को तत्काल रिहा किया जाना चाहिए.

संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून के तहत नागरिकों की सहायता मिलनी चाहिए और उन्हें निकलने का सुरक्षित रास्ता मिलना चाहिए, लेकिन इन कानूनों का उल्लंघन हो रहा है.

उन्होंने कहा कि लोगों को निकलना स्वैच्छिक होना चाहिए. ये सुरक्षित और मानवीय सहायता के साथ होना चाहिए. इसलिए जब लोग जा रहे हैं तो ‘कोई बमबारी मत करिए’. उन्होंने कहा कि वो इन मुद्दों पर इसराइल के साथ बातचीत कर रहे हैं.

ग़ज़ा के ख़ान यूनिस में खाने का संकट, ब्रेड पाने की आस में बेकरी के बाहर सैकड़ों की कतार

रश्दी अबु ओलॉफ़

बीबीसी संवाददाता, गज़ा

ग़ज़ा के ख़ान यूनिस में खाने का संकट पैदा हो गया है. एक बेकरी के बाहर ब्रेड लेने के लिए लोगों की लंबी कतार लगी है.

यह बेकरी दक्षिणी ग़ज़ा से कुछ गेहूं आने के बाद आज सुबह ही खुली है. बेकरी के बाहर ब्रेड की आश में सैकड़ों लोग खड़े हैं.

हमने इनमें से कुछ लोगों से बात की. उन लोगों का कहना था कि सभी लोगों को ब्रेड नहीं मिल पाएगी. बेकरी वाले एक व्यक्ति को पांच ब्रेड ही दे रहे हैं.

लाइन में खड़े लोगों के परिवार में दो, तीन या पांच लोग हैं. ये लोग उत्तरी और दक्षिणी ग़ज़ा से भागकर आए हैं. इन लोगों ने खान यूनिस में शरण ली हुई है.

करीब 10 लाख फ़लस्तीनी लोग उत्तरी ग़ज़ा को छोड़कर दक्षिणी इलाके में पहुंच गए हैं. इसराइल ने उत्तरी इलाके को खाली करने को कहा था.

संघर्ष को लेकर ताज़ा अपडेट

ये माना जा रहा है कि करीब 10 लाख फ़लस्तीनी लोग उत्तरी ग़ज़ा को छोड़कर दक्षिणी इलाके में पहुंच गए हैं. इसराइल ने उत्तरी इलाके को खाली करने को कहा था. इसराइल यहां बड़ा अभियान शुरू कर सकता है.
इसराइल की सेना ने बताया है कि हमास ने इसराइल के 199 लोगों को बंधक बनाया हुआ है और उन्हें ग़ज़ा में रखा गया है.
इसराइल के पीएम बिन्यामिन नेतन्याहू और हमास ने संघर्ष विराम की रिपोर्टों को ख़ारिज किया है. रिपोर्टों में बताया गया था कि रफ़ा क़्रॉसिग को मानवीय आधार पर खोले जाने की वजह से संघर्ष विराम पर सहमति बन गई है.
मिस्र से लगती ग़ज़ा की रफ़ा क्रॉसिंग पर लोगों की भीड़ जुटी है. वो खाने के सामान, दवा और ईंधन की आपूर्ति के इंतज़ार में हैं.

ग़ज़ा के अस्पतालों में आने वाले घायलों में से आधे बच्चे

ग़ज़ा के एक डॉक्टर ने बीबीसी को बताया है कि यहां अस्पताल में आने वाले घायलों में से करीब आधे लोग बच्चे हैं.

उनमें से कुछ बच्चे ऐसे हैं जिनके परिवार में उनके अलावा कोई ज़िंदा नहीं बचा है.

डॉक्टर ग़सान अबु सित्ता ज़्यादातर वक़्त ब्रिटेन में काम करते हैं और बीते सोमवार को ही ग़ज़ा पहुंचे हैं. वो यहां के उत्तरी इलाक़े के एक अस्पताल में काम कर रहे हैं.

उन्होंने बताया कि रविवार को उनके अस्पताल में ‘चार और पांच साल की दो बच्चियों को लाया गया. उनका जिस्म झुलसा हुआ था और सिर पर चोट लगी थी.’

डॉक्टर सित्ता ने बताया, “अपने परिवार में सिर्फ़ वो ही बची हैं. हमें हर दिन ऐसे ही मामले मिल रहे हैं.”

हमास के कब्ज़े में इसराइल के कितने बंधक, सेना ने बताया

इसराइल डिफेंस फ़ोर्सेज़ (आईडीएफ़) ने हमास के कब्ज़े में मौजूद इसराइली बंधकों को लेकर नई संख्या जारी की है.

आईडीएफ़ के प्रवक्ता डेनिएल हैगरी ने बताया है कि हमास ने ग़ज़ा में 199 लोगों को बंधक बनाया हुआ है.

इसके पहले इसराइल की सेना ने कल बताया था कि 155 लोग बंधक हैं.

प्रवक्ता ने बताया कि सभी बंधकों की परिवारों को जानकारी दे दी गई है.

ग़ज़ा के चरमपंथी संगठन हमास ने सात अक्टूबर को इसराइल पर हमला किया था. हमास के लड़ाके अपने साथ इसराइल के लोगों को बंधक बनाकर ले गए थे.

बंधकों की रिहाई के लिए क़तर ने मध्यस्थता की कोशिश भी की थी लेकिन अब तक बंधकों की रिहाई नहीं हो सकी है.