मनोरंजन

ग़ज़ब की खूबसूरत थी मीना कुमारी

Syed Yahiya
==============
31 मार्च 2023 को 51 साल हो गए मीना कुमारी, ट्रेजिडी क्वीन को दुनिया से अलविदा कहे हुए. लेकिन आज भी याद आती हैं. जिंदगी भर अपने जन्म को कोसती रहीं. जब जन्म लिया तो पिता अनाथलाय छोड़ आए. बेटा चाहते थे, हो गई बेटी. जब देखा मीना का रो-रोकर बुरा हाल है, तब जाकर घर लाए. गजब की खूबसूरत थी मीना कुमारी लेकिन किस्मत भी इतनी ही खूबसूरत होती तो बात ही क्या थी

मीना कुमारी ने साल 1952 में मशहूर राइटर-डायरेक्टर कमाल अमरोही से शादी कर ली थी. जब दोनों की शादी हुई तब मीना महज़ 19 जबकि कमाल 34 साल के थे. कमाल की तीन पत्नियां थीं। पहली पत्नी ‘बानो’ उनके साथ मुंबई में रहती थी। दूसरी पत्नी ‘महमूदी’ उनके तीसरे निकाह की खबर मिलने के बाद अपने तीन बच्चों के साथ अमरोहा में आ गई थीं। उन्होंने तीसरा निकाह एक्ट्रेस मीना कुमारी से किया था। कमाल अमरोही मीना कुमारी को दिल दे बैठे थे। उन्होंने अपने दोस्त और मैनेजर के हाथ मीना कुमारी के लिए पैगाम भेजकर निकाह का प्रपोजल दिया। मीना ने कमाल से प्यार की बात तो मानी, पर निकाह से इनकार कर दिया। मगर कमाल के दोस्त ने मीना को कमाल से निकाह करने के लिए जैसे-तैसे मना ही लिया। इस तरह 14 फरवरी, 1952 को दोनों का निकाह हो गया।

एक इंटरव्यू के दौरान अमरोही की इकलौती बेटी रुखसार ने बताया था कि बाबा मेरी अम्मी से बहुत प्यार करते थे, लेकिन वो कभी उनकी महबूबा नहीं बन पाईं। वो सिर्फ मीना जी थीं। उन्होंने बताया था कि मैं तब 10 साल की थी, जब बाबा ने मीना कुमारी से निकाह किया था। हम अमरोहा में थे और बाबा मुंबई में। वो हम तीनों बच्चों (बेटे शानदार और ताजदार) को छोटी अम्मी से मिलवाने ले गए थे। छोटी अम्मी ने हम बच्चों से बहुत प्यार से बात की थी।कमाल ने सबसे छुपकर मीना कुमारी से निकाह किया था। जब इस निकाह के बारे में दूसरी पत्नी महमूदी को पता चला तो वो बहुत दुखी हुईं। तब तक महमूदी मुंबई में ही रह रही थीं। कमाल और मीना कुमारी के निकाह के बाद वे अपने तीनों बच्चों को लेकर अमरोहा आ गईं। अमरोहा में महमूदी के रिश्तेदार लगातार कमाल पर मीना कुमारी को तलाक देने का दबाव बना रहे थे। वहीं, दूसरी तरफ मीना कुमारी के पिता अली बख्श भी निकाह के खिलाफ थे। उन्होंने अपनी बेटी का कमाल से मिलना-जुलना बंद करवा दिया था। वर्ष 1955 में फिल्म ‘परिणीता’ के लिए मीना कुमारी को फिल्मफेयर का पुरस्कार मिलना था. कमाल अमरोही और मीना कुमारी एक ही साथ दर्शक दीर्घा में बैठे थे. मीना कुमारी स्टेज पर अवार्ड लेने गईं तो अपना पर्स कुर्सी पर ही भूल गईं. स्टेज से उतरकर वह सीधा अपने घर चली गईं. बाद में अभिनेत्री निम्मी ने वह पर्स मीना कुमारी को जाकर दिया. मीना ने इस पर कमाल से पूछा कि आपको मेरा पर्स नजर नहीं आया? यह सुनकर कमाल अमरोही बोले- मैंने पर्स देखा था, पर उठाया नहीं. क्योंकि आज मैं तुम्हारा पर्स उठाता, कल जूते. कहते हैं इसी प्रकरण के बाद दोनों के रिश्तों में खटास आने लगी

महमूदी को मनाने के लिए कमाल अमरोहा आ गए थे। दो पत्नियों के बीच फंसे कमाल काफी परेशान हो गए थे। उन्होंने गुस्से में मीना कुमारी को अमरोहा से तीन बार तलाक वाला लेटर मुंबई भेजकर रिश्ते को खत्म करने की बात कह दी। सरिता पत्रिका के अनुसार, 1964 में जब कमाल अमरोही ने उन्हें तलाक दिया, तो मीना ने लिखा, ‘तलाक तो दे रहे हो नजर-ए-कहर के साथ, जवानी भी मेरी लौटा दो मेरे मेहर के साथ.दूसरी पत्नी के दबाव में आकर कमाल ने मीना कुमारी को तलाक तो कह दिया था, लेकिन वो बाद में अपने फैसले पर काफी पछताए। उन्होंने मीना कुमारी से कहा कि वे दोबारा उनसे संबंध रखना चाहते हैं। मुस्लिम रीति-रिवाजों के मुताबिक, पहले पति से दोबारा निकाह करने के लिए मीना कुमारी को निकाह हलाला करना था। इसके लिए उन्होंने जीनत अमान के पिता अमानउल्लाह खान की मदद ली। अमान से निकाह और तलाक के बाद, वे कमाल अमरोही की दोबारा पत्नी बन पाईं। इस तरह कमाल अमरोही ने मीना कुमारी से दोबारा निकाह कर लिया.मीना कुमारी ने अपनी कहानी के दर्द को जब किताब में उतारा तो उन्होंने लिखा कि जब धर्म के नाम पर मुझे अपने जिस्म को किसी दूसरे मर्द को सौंपना पड़ा तो फिर मुझमें और वेश्या में क्या फर्क रहा?’ अमरोही के साथ दूसरी शादी की धटना ने मीना को अंदर तक झकझोर कर रख दिया था। मीना मानसिक तनाव ने पहने लगी थी जिसके कारण ही उन्होंने शराब पीना शुरू कर दिया। फिल्म ‘पाकीजा’ के रिलीज होने के तीन हफ्ते बाद, मीना कुमारी गंभीर रूप से बीमार हो गईं। 28 मार्च, 1972 को उन्हें सेंट एलिजाबेथ के नर्सिग होम में भर्ती कराया गया। मीना ने 29 मार्च, 1972 को आखिरी बार कमाल अमरोही का नाम लिया, इसके बाद वह कोमा में चली गईं। मीना कुमारी महज 39 साल की उम्र में मतलबी दुनिया को 31 मार्च, 1972 अलविदा कह गई

(सैय्यद याहिया)