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मुंबई में आयोजित INDIA की बैठक में तीन प्रस्ताव पास किए गए हैं जो इस प्रकार हैं : ‘जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया”

भारत के 26 विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ ने शुक्रवार को मुंबई में आयोजित बैठक के दौरान आगामी लोकसभा चुनाव से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा की.

इसके बाद इंडिया ‘गठबंधन’ के शीर्ष नेताओं ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया जिसमें शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) नेता आदित्य ठाकरे ने बैठक में स्वीकार किए प्रस्तावों को पढ़कर सुनाया.

इस बैठक में तीन प्रस्ताव पास किए गए हैं जो इस प्रकार हैं –

सीट बंटवारे की प्रक्रिया जल्द ही पूरी की जाएगी

इंडिया के घटक दल जनता के मुद्दों पर देश के अलग-अलग हिस्सों में जनसभाएं करेंगे.

इंडिया के घटक दल अपना संचार और मीडिया रणनीति और चुनाव अभियान जुड़ेगा भारत और जीतेगा इंडिया की थीम पर लड़ेंगे

इस बैठक में चार समितियां बनाने का फ़ैसला किया गया है. ‘इंडिया गठबंधन’ की कोऑर्डिनेशन समिति में केसी वेणु गोपाल, शरद पवार, स्टालिन, संजय राउत, टी राजा, तेजस्वी यादव, अभिषेक बनर्जी, राघव चड्ढा, जावेद अली ख़ान को जगह दी गई है.

इसके अलावा ललन सिंह, हेमंत सोरेन, महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्लाह को भी कमेटी में जगह दी गई है.

कांग्रेस ने दी जानकारी

कांग्रेस ने यह प्रस्ताव ट्वीट करते हुए लिखा है, ”लोकसभा का अगला चुनाव साथ मिलकर लड़ने के लिए इंडिया (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव एलायंस) के विभिन्न दलों का संकल्प.”

तीन पैराग्राफ के इस प्रस्ताव में कहा गया है, ”हम, इंडिया के विभिन्न दल, लोकसभा का अगला चुनाव जहां तक संभव हो, एक साथ मिलकर लड़ने का संकल्प लेते हैं. विभिन्न राज्यों में सीट के बंटवारे की व्यवस्था तुरंत शुरू होगी और विचार-विमर्श की सहयोग वाली भावना के साथ यथाशीघ्र पूरी की जाएगी.”

इस प्रस्ताव के अनुसार, ”हम, इंडिया के विभिन्न दल, लोगों की चिंता और महत्व के मामलों पर देश के विभिन्न हिस्सों में जल्द से जल्द सार्वजनिक रैलियां आयोजित करने का संकल्प लेते हैं.”

प्रस्ताव के अंत में कहा गया है, ”हम, इंडिया के विभिन्न दल, विभिन्न भाषाओं में ‘जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया’ थीम के साथ अपनी संबंधित संचार और मीडिया रणनीतियों और मुहिमों का समन्वय करने का संकल्प लेते हैं.”

इस प्रस्ताव के सबसे नीचे इंडिया के दलों का नारा ”जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया” लिखा है.

इस दौरान राहुल गांधी ने कहा, ”मुझे भरोसा है कि इंडिया गठबंधन बीजेपी को आसानी से हराएगा.”

उन्होंने कहा – “इस मंच पर बैठी सारी पार्टियां यदि एकजुट रहती हैं, तो हमें हराना नामुमकिन है.हमने कल की अपनी प्रेस कॉन्फ्रेन्स में कहा था कि हमारे प्रधानमंत्री और एक व्यक्ति के बीच की सांठगांठ है. हम इस सांठगांठ को उजागर करते रहेंगे.

एक अरब डॉलर हिंदुस्तान से बाहर गया है और फिर देश में आया है. नरेंद्र मोदी ग़रीबों से पैसे छीनकर दो तीन लोगों तक पहुंचा रहे हैं. यहां मंच पर बैठे नेता देश के 60 प्रतिशत लोगों का प्रतिनिधित्व करते हैं. हमें लगता है कि इंडिया एलायंस बीजेपी को आसानी से हरा देगा.

मैं देख रहा हूं कि इंडिया गठबंधन के सभी दलों ने उदारता दिखाई है. हम सबमें थोड़ा बहुत मतभेद है, लेकिन इसे दूर किया जाएगा.”

उन्होंने लद्दाख में बिताए अपने समय के बारे में बताते हुए कहा –

मैंने लद्दाख में एक सप्ताह बिताया. मैं पैंगोंग झील में गया था, जिसके सामने चीनी मौजूद हैं. मैंने लद्दाख के लोगों के साथ विस्तार से चर्चा की, शायद लद्दाख के बाहर किसी भी राजनेता की ये सबसे विस्तार से हुई चर्चा होगी. उन्होंने मुझे स्पष्ट रूप से बताया कि चीनियों ने भारतीय जमीन ले ली है, उन्होंने कहा कि पीएम इस तथ्य के बारे में झूठ बोल रहे हैं कि चीनियों ने भारतीय जमीन नहीं ली है.

लद्दाख का हर एक व्यक्ति जानता है कि भारत के लोगों और लद्दाख के लोगों को भारत सरकार ने धोखा दिया है. स्पष्ट रूप से सरकार और चीन के बीच एक समझौता हुआ है. सीमाओं पर स्पष्ट रूप से बदलाव हुआ है. हमारे चरवाहों ने खुद हमें बताया कि उन्हें उन क्षेत्रों में जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है, जहां उन्हें पहले जाने की अनुमति दी जाती थी. लद्दाख में जो कुछ हुआ है वह बेहद शर्मनाक है.”

राहुल गांधी से पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बैठक के दौरान हुई बातचीत की जानकारी दी.

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ”हमने जो तय किया है, उस प्रस्ताव पर काम करेंगे. गरीबी, बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों को उठाएंगे. ईडी, सीबीआई जैसी संस्थाओं का गलत इस्तेमाल हो रहा है. ऐसा कभी नहीं हुआ. मैं 55 साल से राजनीति में हूं. ऐसा कभी नहीं देखा.”

खड़गे बोले, ”बिना हमें बताए संसद का विशेष सत्र बुला रहे हैं. मणिपुर जल रहा था, चीन ने जब ज़मीन हड़प ली, कोरोना चल रहा था, नोटबंदी के वक्त, प्रवासी मज़दूर जब परेशान थे, तब संसद का सत्र नहीं बुलाया. आहिस्ता, आहिस्ता तानाशाही की ओर जा रहे हैं.”

लालू – नीतीश क्या बोले

‘इंडिया गठबंधन’ के सबसे अहम घटक दल राजद और जदयू के शीर्ष नेताओं लालू यादव और नीतीश कुमार ने अपनी बात रखी.

नीतीश कुमार ने इस दौरान कहा कि ”आप सबको मालूम है कि आज तीसरी बैठक हो गई. आप लोगों को बता दिया है कि किन किन चीज़ों पर सहमति बन गई है. अब हम लोग विभिन्न जगहों पर जाकर लोगों को संबोधित करेंगे.”

नीतीश कुमार बोले- ”अब जो केंद्र में हैं, वो हारेंगे. यह तय हो गया है. मीडिया पर ही कब्ज़ा कर लिया है. ये कम करते हैं और ज़्यादा छपते हैं. आप प्रेस वाले आज़ाद होंगे.”

नीतीश कुमार ने मीडिया से कहा- ”अब हम सब एक हो गए हैं, तो हमारे कामों का प्रचार करते रहिएगा.”

वहीं, लालू यादव ने पीएम मोदी को घेरने से लेकर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए अपनी बात रखी.

उन्होंने कहा, “मुझे काफ़ी प्रसन्नता हुई कि विभिन्न दलों के नेता एकजुट हो गए हैं. पहले हम एक नहीं होते थे, जिसका फ़ायदा नरेंद्र मोदो को हुआ. उन्होंने भाजपा का मतलब समझाया. भा माने भारत, ज मतलब जलाओ और पा माने पार्टी.

60 रुपए किलो भिंडी हो गया. टमाटर आप जानते ही हैं कि कितना महंगा हो गया है.

लगातार लड़ाई लड़ते लड़ते आज हम इस मुक़ाम पर पहुंचे हैं. पहले पटना, फिर बंगलुरु और आज मुंबई. अब हम सब में सहमति बन गई है.

ये लोग कितनी अफ़वाहें फैलाकर सत्ता में आए थे. इन्होंने कई लोगों जिनमें मेरा भी नाम शामिल था कि इनके खाते स्विस बैंक में हैं.

इन्होंने एलान किया था कि सभी के खाते में 15 15 लाख रुपए आएंगे. हमने भी खाता खोलवा लिया. हमारे परिवार में 11 लोग हैं, हम सबने खाता खोलवा लिया. लेकिन एक पैसा नहीं आया.

देश में कितनी समस्याएं हैं और ये कहते हैं कि सब ठीक है. देश के नेताओं को ईडी, सीबीआई के चंगुल में फंसा दिया. हम पहले सुनते थे कि देश में पहले कई अमीर लोग ग़रीबों को मुक़दमे में फंसा देते थे, अब भी वही हो रहा है.

सुन लीजिए, मोदी जी! हम आपसे गुजरात दंगे के समय से ही लड़ रहे हैं. जब भैरों सिंह शेखावत राज्यसभा के सभापति होते थे, हम तभी राज्यसभा में इनका विरोध किए थे. वहां हम गमछा बिछाकर धरने पर बैठ गए थे.

हमने गुजरात दंगे की निंदा करने की मांग करते थे, लेकिन इन्होंने उस दंगे की निंदा भी नहीं की.

हम राहुल गांधी को विश्वास दिलाते हैं कि हम सब एक हैं और एक मिलकर लड़ेंगे. अब सीट शेयरिंग की बात शुरू होगी. हम लोग अपना नुकसान करके भी इंडिया को जिताएंगे और मोदी को हराएंगे.”

लालू यादव ने एनसीपी चीफ़ शरद पवार को आश्वस्त करते हुए लिखा – ‘हम शरद पवार से भी कहते हैं कि डटे रहिएगा और अपनी पार्टी को मजबूत रखिएगा.’

केजरीवाल क्या बोले?

‘इंडिया गठबंधन’ के घटक दल अरविंद केजरीवाल ने इस दौरान इंडिया और मोदी सरकार पर बात की.

केजरीवाल ने कहा, ”ये जो इंडिया एलायंस है, वो केवल 26 या 28 दलों का एलायंस नहीं है. बल्कि देश के 140 करोड़ लोगों का एलायंस है.”

उन्होंने कहा, “हमें दुख होता है कि ये जो मोदी सरकार है, वो देश की सबसे करप्ट सरकार है. हम तीन चार दिनों से पढ़ रहे हैं कि विदेशों में ख़बर छप रहे हैं कि भारत की सरकार केवल एक आदमी के लिए काम कर रही है. इसे सुनकर दुख होता है. आज लोगों की आमदनी नहीं है. युवा पढ़कर बेरोज़गार हैं. इससे ज़्यादा अहंकारी सरकार कभी नहीं रही.

बहुत बहुत बड़ी ताक़तें इस इंडिया एलायंस को तोड़ने की कोशिशों में लगेगी. नेताओं के बारे में बताया जाएगा कि इनके बीच झगड़े हो रहे हैं, लेकिन ऐसा नहीं है. यह बताकर ख़ुशी हो रही है कि सभी दलों ने विभिन्न तरह की ज़िम्मेदारियां ली हैं.”