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उत्तर प्रदेश के सीतापुर ज़िले के मुस्लिम दंपति की पीट-पीट कर हत्या : पूरी रिपोर्ट पढ़ें!

उत्तर प्रदेश के सीतापुर ज़िले के राजेपुर गांव में शुक्रवार को एक मुस्लिम दंपति की पीट-पीट कर हत्या का मामला सामने आया है.

पुलिस के मुताबिक दोनों परिवारों के बीच आपसी विवाद की बात सामने आई है. इसी वजह से पति-पत्नी (अब्बास और कमरुलनिसा) की हत्या कर दी गई. दोनों की उम्र 50 साल से अधिक बताई जा रही है.

इस मामले में अब तक पुलिस ने तीन अभियुक्तों को गिरफ़्तार किया है.

घटना शुक्रवार लगभग शाम पांच बजे की है. अब्बास और कमरुलनिसा की बेटी ने पुलिस को बताया कि पड़ोस में रहने वाले शैलेन्द्र जायसवाल के परिवार ने लोहे के डंडों और रॉड से पीट पीट कर उनके माता-पिता की हत्या कर दी.

नाबालिग़ बेटी ने दी जानकारी
हत्या के बाद अब्बास और कमरुलनिसा की नाबालिग़ बेटी ने अपनी दो छोटी बहनों के साथ घर से भागकर अपनी जान बचाई.

वो जब मीडिया को घटना के बारे में बता रहीं थीं तो उनके आंसू छलक रहे थे. वो रो रहीं थीं.

उन्होंने कहा, “मम्मी-पापा पंखा बदलवाने के लिए हरगांव गए थे. लौट के आए और घर के बाहर ही बैठे थे.”

वो बताती हैं कि तभी पड़ोस में रहने वाले शैलेन्द्र जायसवाल आए.

अब्बास की बेटी के मुताबिक़, “कालिया (शैलेन्द्र जायसवाल), रामपाल और पल्लू ने मारा. हमारी भाई को लेकर पुरानी रंजिश रही है. वे पहले आए और लड़ाई करने लगे.”

कहासुनी के बाद हुए हमले के बारे में अब्बास की बेटी ने बताया, “फिर बेलचा लेकर आए, लोहे से मारा, लाठी से मारा. हमको मारने के लिए आए तो हम भाग निकले.”

दर्ज हुआ हत्या का मुक़दमा
अब्बास की बेटी की तहरीर पर पुलिस ने मुक़दमा दर्ज किया है जिसमें लिखा है, “रामपाल जायसवाल, उनका बेटा शैलेन्द्र, रामपाल की पत्नी रामपति, रामपाल का दामाद पल्लू और अमरनाथ शाम के चार से पांच बजे के बीच बेल्चा, लाठी और सरिया लेकर अब्बास के घर पर आए और पुरानी रंजिश की वजह से अब्बास और कमरुलनिसा को मारने लगे.”

एफ़आईआर में लिखा है, “बेटी ने शोर मचाया लेकिन कोई बचाने नहीं आया. अपनी जान बचा कर वो भाग गई और अब्बास और कमरुलनिसा की अभियुक्तों ने हत्या कर दी और उनकी लाश मौके पर ही छोड़ दी.”

रंजिश की वजह
सीतापुर के एसपी चक्रेश मिश्रा के मुताबिक़, “पता चला है कि दोनों परिवारों के बीच काफ़ी समय से विवाद चल रहा था. मृतक दंपति का बेटा शौकत अभियुक्त की लड़की के साथ में फ़रार हो गया था. उस मामले में भी एफ़आईआर लिखी गई थी और चार्जशीट के आधार पर उस लड़के को जेल भेजा गया था.”

पुलिस ने अब्बास और उनकी पत्नी कमरुलनिसा की हत्या के आरोप में दर्ज एफ़आईआर में रामपाल जायसवाल, उनके बेटे शैलेन्द्र, रामपाल की पत्नी रामपति, रामपाल का दामाद पल्लू और अमरनाथ को नामज़द किया है.

चक्रेश मिश्रा बताते हैं, “अभी दो दिन पूर्व वो लड़का जेल से बाहर आया था. वापस आने के बाद इन दोनों पक्षों के बीच फिर से एक बार वाद विवाद हुआ और इसी वाद विवाद के क्रम में यह घटना हुई है.”

शनिवार को सीतापुर के एसपी चक्रेश मिश्रा ने इस बात की पुष्टि की कि अब्बास और कमरुलनिसा की हत्या के मामले में नामजद पांच अभियुक्तों में से मुख्य अभियुक्त शैलेन्द्र जायसवाल और दो अन्य अभियुक्त अमरनाथ और पल्लू को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है

गांव में पुलिस तैनात

सीतापुर के एडिशनल एसपी नरेंद्र प्रताप सिंह कहते हैं, “अब्बास के बेटे शौकत पर पहले भी जायसवाल परिवार की बेटी को लेकर जाने का आरोप था. तब लड़की नाबालिग थी तो शौकत पर मुक़दमे दर्ज हुए थे और वो जेल गया था. इस बीच लड़की बालिग़ हो गई और उसके परिवार वालों ने उसकी किसी और से शादी कर दी. शादी के बाद वो फिर घर आई और शौकत के साथ चली गई थी. इसे लेकर दोनों परिवारों में काफ़ी तनाव था.”

एडिशनल एसपी नरेंद्र प्रताप सिंह कहते हैं, “लड़की जब फिर चली गई तो इसी बात को लेकर उसके परिवारवाले शौकत के यहाँ शिकायत करने गए और दोनों पक्षों में कुछ कहा सुनी हुई, गुत्थम गुत्था हुई और झगड़ा शुरू हो गया. नल का हत्था तोड़ कर मार पीट शुरू कर दी. अभियुक्त का बेटा भी था, दामाद भी था. हमले में अब्बास और उनकी पत्नी की मौत हो गई.”

एडिशनल एसपी नरेंद्र प्रताप सिंह इसे दो परिवारों के बीच का विवाद बताते हुए कहते हैं, “दो समुदाय के लोगों के बीच का मामला है लेकिन ऐसा नहीं है की गाँव में दो गुटों के बीच में संघर्ष हुआ है. यह दो परिवारों के बीच का मामला है.”

इस बारे में घटना की शाम को एसपी चक्रेश मिश्रा ने मीडिया को बताया था, “मौके पर कानून व्यवस्था की स्थिति सामान्य है. पुलिस फोर्स का पूरे गाँव में डिप्लॉयमेंट किया गया है.”

पुलिस सुरक्षा में शौकत
पुलिस के मुताबिक़ जब घर से भागे हुए शौकत और जायसवाल परिवार की लड़की तक यह बात पहुँची तो दोनों पड़ोस के ज़िले लखीमपुर खीरी की एक पुलिस चौकी पर चुपचाप पहुँच गए. पुलिस के मुताबिक़ शौकत अपने माँ-पिता की मिट्टी में शामिल भी हुआ.

दोनों को पुलिस ने सुरक्षित रखा है.

इस घटना के पहले लड़की के परिवारवालों ने पुलिस में उसको अगवा करने और हत्या करने का अंदेशा होने का शक़ जताते हुए एक अर्ज़ी दी थी. सीतापुर पुलिस का कहना है कि वो लड़की से इस बारे में पूछताछ करेगी और उसका बयान दर्ज कराएगी.

एडिशनल एसपी नरेंद्र प्रताप सिंह कहते हैं, “दोनों लड़का लड़की हमारे संपर्क में हैं और पुलिस ने उन्हें सुरक्षित रखा है.”

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अनंत झणाणें
पदनाम,बीबीसी संवाददाता, लखनऊ से