नई दिल्ली: राजस्थान के एक छोटे से शहर टोंक के रहने वाले बांए हाथ के तेज़ गेंदबाज खलील अहमद को ऐशिया कप के लिये भारतीय टीम में जगह मिली है, 20 वर्षीय खलील ने अब तक 17 लिस्ट ए मैच खेले हैं जिनमें उन्होंने 28 विकेट लिए हैं. राहुल द्रविड़ 2016 अंडर-19 विश्व कप से ही उन पर निगाह रखे हुए हैं. वह हाल में भारत ए के साथ इंग्लैंड दौरे पर भी गए थे. इसके साथ ही आईपीएल के दौरान जहीर खान भी इस खिलाड़ी की काफी तारीफ कर चुके हैं.
चयनकर्ता विश्व कप से पहले तेज गेंदबाजी में विविधता चाहते हैं तथा जयदेव उनादकट और बरिंदर सरां के अनुकूल परिणाम नहीं देने के कारण उन्होंने अब खलील अहमद को आजमाने का फैसला किया है. टीम इंडिया के मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने कहा, ”हां, अभी दो तीन स्थान तय नहीं हैं. इनमें से एक स्थान बाएं हाथ के तेज गेंदबाज के लिए हैं जिसमें हम खलील को आजमा रहे हैं.”
2016 के अंडर-19 वर्ल्ड कप में जब खलील खेलने गए थे तो कोई यह नहीं सोच सकता था कि खलील अपनी गेंदबाजी से टूर्नामेंट पर कोई असर डाल सकते हैं. उनसे बेहतर गेंदबाजी आवेश खान ने की थी. उन्होंने 15.08 की औसत से 12 विकेट लिए थे. जबकि खलील केवल 3 विकेट ले ही पाए थे, लेकिन इसके बावजूद जूनियर लेवल पर औसत से अधिक स्पीड से गेंदबाजी करने वाले 20 वर्षीय खलील अहमद को सीनियर टीम से बुलावा आ गया है।
खलील अहमद की खासियत है उनकी रफ्तार और लाइन लेंथ. वह लगातार 140-145 किमी/घंटा की औसत रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं. खास बात यह है कि इतनी स्पीड के साथ गेंदबाजी करने के दौरान गेंद पर उनका नियंत्रण भी शानदार रहता है।
टीम में चुने जाने पर खलील ने कहा- शुक्रिया
खलील अहमद ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर एक वीडियो शेयर किया है और इस वीडियो के जरिये उन्होंने शुक्रिया अदा किया है।
एशिया कप के लिए जब भारतीय चयनकर्ताओं ने टीम का ऐलान किया तो इसमें मोहम्मद सिराज का नहीं, बल्कि खलील अहमद का नाम था. खलील अहमद का करियर कोई बहुत लंबा नहीं है. लेकिन लिस्ट ए के मैचों में खलील ने 22.50 की औसत से 17 मैचों में 28 विकेट लिए हैं. विजय हजारे ट्रॉफी और देवधर ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन के लिए ही उन्हें लिस्ट ए टीम में चुना गया था।
खलील इंडिया ए की तरफ से इंग्लैंड में खेलने वाले खिलाड़ी बने. तब से लेकर राजस्थान के इस सीमर ने कोई मैच ऐसा नहीं खेला है, जिसमें उन्हें विकेट न मिली हो. 17 जून को खलील ने लीड्स में ईसीबी XI के खिलाफ खेला और 1 विकेट हासिल किया. इसके बाद इंग्लैंड में खलील ने 4 मैच खेले, जिनमें उन्होंने 7 विकेट लिया. यानि इंग्लैंड की धरती पर इस खिलाड़ी ने 5 लिस्ट ए के मैच खेलकर 8 विकेट हासिल किए. इंडिया ए की तरफ से पिछले दो माह में खलील ने शानदार गेंदबाजी की है. इंग्लैंड में खेल गई त्रिकोणीय सीरीज के फाइनल में उन्होंने ओपनर निक गुबिंग्स और लियाम डासन को लगातार दो ओवरों में आउट किया. इसके बाद दूसरे स्पैल में उन्होंने स्टीवन मुलैनी का विकेट लिया. इससे इंग्लैंड बड़ा स्कोर नहीं कर पाया।
खलील अहमद ने पिछले छह महीने में उन्होंने इनकमिंग डिलीवरीज डालने पर फोकस किया है. वह बल्लेबाजों को परेशान करने वाले बाउंसर्स भी अच्छी तरह डालते हैं. बाएं हाथ का यह तेज गेंदबाज जब 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद डालता है तो बल्लेबाज परेशानी में दिखाई देते हैं.
राहुल द्रविड़ की शागिर्दी में निखरे हैं खलील
खलील अहमद एनसीए में ट्रेनिंग करते रहे हैं और राहुल द्रविड़ को अपना गुरू मानते हैं. खलील 2016 में दिल्ली डेयरडेविल्स के साथ जुड़े थे. इस वक्त द्रविड़ दिल्ली टीम के मेंटर थे। खलील को 2016 में दिल्ली डेयरडेविल्स ने 10 लाख रुपए में खरीदा। यहां उन्हें सबसे पहले राहुल द्रविड़ का साथ मिला. इसके साथ ही राहुल द्रविड़ भारत की अंडर-19 टीम के कोच भी थे. ऐसे में आईपीएल और अंडर-19 दोनों में खलील को राहुल द्रविड़ का साथ मिला. 2018 में सनराइजर्स हैदराबाद ने 20 लाख के बेस प्राइस वाले इस गेंदबाज को 3 करोड़ 20 लाख रुपए में खरीदा गया. बेस प्राइज से कई गुणा मोटी कीमत पर बिकने वाले इस गेंदबाज का हुनर सबके सामने था.
पिता नहीं चाहते थे खलील खेले क्रिकेट
खलील ने क्रिकइंफो को दिए एक इंटरव्यू में बताया था कि टोंक में उन दिनों क्रिकेट को पढ़ने वाले बच्चों के लिए अच्छा नहीं माना जाता था. उनके पिता उनका क्रिकेट खेलना पसंद नहीं करते थे, लेकिन इसके बावजूद वह लगातार क्रिकेट खेलते रहे और आगे बढ़ते रहे.