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* जब सब कुछ मायके से ही लाना है तो काम भी मायके का ही करूंगी ना*
Komal Kumari =============== * जब सब कुछ मायके से ही लाना है तो काम भी मायके का ही करूंगी ना* फटाफट रसोई का काम निपटाकर संध्या अपने कमरे में दौड़ी चली आई। बाहर घर के सदस्य सब तैयार हो चुके हैं और संध्या है कि अभी तक तैयार ही नहीं हुई। जानती थी कि अगर […]
यादों का पिटारा : ”माँ को अपने हिस्से का प्यार तो मिला पर उनके ना रहने पे”
Madhu Singh ================ आज पीले खतों ने शांति निवास में यादों का पिटारा खोल दिया था घर की बहू सीमा आज अपने पति अमन और ससुरजी शिवकुमार के सामने किसी अपराधी की तरह खड़ी थी। सीमा कभी अमन से तो कभी अपने ससुरजी से लगातार बोले जा रही थी “बाबूजी मुझे माफ़ कर दीजिए।मैं तो […]
पुराने चौक वाला प्यार….By-कविता भड़ाना
पुराने चौक वाला प्यार” “रमा ओ रमा, आजा जल्दी स्कूल के लिए देर हो रही है” सीमा सुबह सुबह गली में से ही बड़ी ज़ोर से आवाज लगाते हुए अपनी सहेली और सहपाठी रमा को बुलाने लगती है। हे भगवान! “ये लड़की है या तूफान मेल जब देखो तब हड़बड़ी में ही रहती है” रमा […]