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*बहू मैं अपने बेटे से भरण-पोषण मांगने का हक़ रखती हूं*
DIl ki awaaz /दिल की आवाज ==================== *बहू मैं अपने बेटे से भरण पोषण मांगने का हक रखती हूं * नेहा अंदर कमरे में तैयार हो रही थी और विनीत उसका बाहर इंतजार कर रहा था। घड़ी की तरफ देखते हुए उसने नेहा को आवाज लगाई, “अरे मैडम, और कितनी देर लगेगी? पार्टी खत्म हो […]
आपकी ज़िंदगी का कोच कौन है ?? अपने बच्चों को “संवेदनशील” बनाईए…!!!
Arvind Verma ============= कुछ माता-पिता बड़े समझदार होते हैं ! वे अपने बच्चों को किसी की भी मंगनी, विवाह, लगन, शवयात्रा, उठावना, तेरहवीं (पगड़ी) जैसे अवसरों पर नहीं भेजते, इसलिए की उनकी पढ़ाई में बाधा न हो! उनके बच्चे किसी रिश्तेदार के यहां आते-जाते नहीं, न ही किसी का घर आना-जाना पसंद करते हैं। वे […]
बस यही सुनते सुनते बचपन बीत रहा था….By-Ravindra Kant Tyagi
Ravindra Kant Tyagi ============= · ———– टाइमिंग ——— मैं, मेरा दोस्त नायडू और ऑल्विन कई महीने से नासा में रोबोट से सम्बंधित एक प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे. पिछले तेरह घंटे से तो किसी ने चाय तक नहीं पी थी. नायडू ने अंगड़ाई लेते हुए कहा “चलो यार, कैंटीन में चलकर चाय पीते हैं.” […]