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Komal Kumari =============== * जब सब कुछ मायके से ही लाना है तो काम भी मायके का ही करूंगी ना* फटाफट रसोई का काम निपटाकर संध्या अपने कमरे में दौड़ी चली आई। बाहर घर के सदस्य सब तैयार हो चुके हैं और संध्या है कि अभी तक तैयार ही नहीं हुई। जानती थी कि अगर […]
गोपी की दशा : कान्हा का स्नान….!!देवराज बंसल के लिखे भजन!!
Dev Raj Bansal ============== गोपी की दशा सुबह-सुबह ही उठकर मैंने गैया के धनी निचोड़ी दूध दिया था कम ही उसने हंडिया भरी थी थोड़ी तभी मेरा माथा ठनका था दूध बिलोने लगी थी जब टूट गई है डोरी अब कैसे अपने कन्हैया को कर आऊंगी माखन चोरी तभी मेरा माथा ठनका था अभी उजाला […]
‘चाय तो पीऊंगी…लेकिन यहां नहीं…कभी मेरे घर आइए, वहीं पीएंगे’
Harish Yadav ============ शीला का अंग अंग दुख रहा था. ऐसा लग रहा था कि वह उठ ही नहीं पाएगी. बेरहमों ने कीमत से कई गुना ज्यादा वसूल लिया था उस से. वह तो एक के साथ आई थी, पर उस ने अपने एक और साथी को बुला लिया था. फिर वे दोनों टूट पड़े […]