उत्तर प्रदेश राज्य

प्रदेश भर के मेधावियों को सीएम योगी के हाथों सम्मान मिला, योगी आदित्यनाथ ने कहा-नक़ल माफ़िया समाज के सबसे बड़े दुश्मन हैं!

लखनऊ। लगभग 44 डिग्री की तपिश और तेज लू का असर भी उस समय गौण हो गया जब प्रदेश भर के मेधावियों को सीएम योगी आदित्यनाथ के हाथों सम्मान मिला। सारी थकान मानों काफूर हो गई। मेधावियों की आंखों में जैसे सारा जहान उतर आया और भविष्य के नए ख्वाबों को जैसे पंख मिल गए। न केवल छात्र छात्राएं बल्कि उनके साथ आए उनके अभिभावक भी इस पल को संजोकर रख लेना चाहते थे। खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे थे। मौका था अमर उजाला के मेधावी छात्र सम्मान समारोह का जिसमें सीएम मेधावी छात्र छात्राओं से रूबरू हुए। अपने हाथों से उनका सम्मान किया और पीठ थपथपाई।

बुधवार को जैसे जैसे सूरज अपने तेज को बढ़ाता जा रहा था वैसे वैसे उससे ज्यादा उत्साह से गर्मी को मात देते हुए प्रदेश भर से आए मेधावी छात्र छात्राओं के कदम इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान की ओर मजबूती से बढ़ रहे थे। इस प्रतिष्ठान का माहौल कुछ बदला हुआ था। जहां भारी गर्मी के कारण सड़कों पर भीड़ अपेक्षाकृत कम नजर आ रही थी तो इस प्रतिष्ठान में प्रदेश भर से आए छात्र छात्राओं का हुजूम नजर आ रहा था। अमर उजाला ने यहां प्रदेश के कक्षा 10 और 12 के सभी बोर्डों के मेधावी छात्र छात्राओं को सम्मानित करने का कार्यक्रम रखा था। मुख्यमंत्री को साढ़े तीन बजे आना था पर उससे पहले ही उनके मत्रिमंडल के कई मंत्री कार्यक्रम में पहुंच चुके थे।

खचाखच भरे हॉल में छात्र छात्राओं के बीच जाकर उनसे बात कर चुके थे और उनमें एक नया जोश भर चुके थे। मंच की बजाय उनके बीच में बैठकर उन्हें यह अहसास करा चुके थे कि आज का दिन उनके लिए खास है। अविस्मरणीय है और अमर उजाला की इस मुहिम ने उन्हें विशिष्ट श्रेणी में खड़ा कर दिया है। उनकी प्रतिभा को उचित सम्मान देने का काम किया गया है। उधर छात्र छात्राएं भी उनसे इस तरह से मुखातिब हो रहे थे जैसे उनकी यह मुलाकात पहली न हो। वह उनसे सवाल कर रहे थे और मंत्री मुस्कान के साथ उनका जवाब दे रहे थे। छात्र उनके साथ सेल्फी ले रहे थे। शायद यह उनके जीवन का पहला मौका था कि इस तरह से वे इन मंत्रियों के साथ घुल मिल गए थे।

घड़ी की सुई के हिसाब से ठीक 3 बजकर 30 मिनट पर जैसे ही सीएम योगी का सभागार में प्रवेश हुआ तो पूरा हॉल तालियों से गूंज उठा। छात्रों ने परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए तो कड़ी मेहनत की ही थी पर आज सीएम योगी से मिलने का उनका सपना भी साकार हो रहा था। बाकी सीएम के उद्बोधन ने तो जैसे उनमें नई उर्जा का संचार ही कर दिया। जब सीएम ने बच्चों को पुरस्कार दिए तो बच्चों की आंखों की चमक उनके मन की खुशी बयां कर रही थी। साथ ही भविष्य के सपनों को भी इंगित कर रही थीं। कई बार तो बच्चों से भी ज्यादा उत्साहित उनके अभिभावक नजर आए। अपने बच्चों को लेकर वे सुबह ही राजधानी पहुंच चुके थे और आज अपने सामने अपने बच्चों को सीएम से सम्मानित होते देख रहे थे। अधिकतर तो एक दिन पहले ही यहां आ गए थे।

अमृत वर्ष हो तो ऐसा
अमर उजाला ने अपने 75 साल पूरे किए और यह अमृत वर्ष है इसका जिक्र बार बार न केवल मंचासीन अतिथियों के जेहन में आ रहा था बल्कि इसका अहसास छात्रों और उनके साथ आए अभिभावकों को भी हो रहा था। सीएम ने तो मंच से इसका जिक्र भी किया। उधर अभिभावकों ने भी कहा कि वास्तव में इन छात्रों पर तो सच्ची अमृत वर्षा हो रही है। उनके लिए ये पल हमेशा यादगार रहेंगे और न केवल उनका मार्गदर्शन करेंगे बल्कि हमेशा उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा देंगे।

शिक्षक रूप में नजर आईं गुलाब देवी
माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी शिक्षिका रही हैं। आज बच्चों को पुरस्कृत करते समय उनका वही रूप नजर आया। उन्होंने इसी तरह से बच्चों को समझाया। उनके कैरियर को लेकर टिप्स् दिए। पुरस्कृत करते समय वही भाव उनके चेहरे पर दिखा जो एक शिक्षिका के चेहरे पर आता है। सीएम और इन मंत्रियों से सम्मान पाकर बच्चे भी निहाल नजर आए।

ये हुए सम्मानित
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नकल माफिया समाज के सबसे बड़े दुश्मन हैं। हमने उनकी कमर तोड़ दी। आप उनका सामाजिक बहिष्कार करें। ये विद्यार्थियों की मेहनत पर डकैती डालते हैं। शिक्षा केवल डिग्री लेना नहीं, बल्कि संपूर्ण व्यक्तित्व के निर्माण का माध्यम भी है। सीएम लोक भवन में आयोजित मेधावी विद्यार्थी सम्मान समारोह-2023 में मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री ने बुधवार को विभिन्न बोर्ड के कक्षा 10 और 12 के मेधावी छात्र छात्राओं को सम्मानित किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि कहा कि 6 वर्ष पहले उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षाओं में नकल के लिए बदनाम था। पूरा साल परीक्षा और परिणाम में ही निकलता था। सरकार बनते ही मैंने लक्ष्य दिया कि एक माह में परीक्षा और परिणाम दोनों आने चाहिए। इस पर 15 दिन के भीतर परीक्षा हुई और 14 दिन के भीतर परिणाम घोषित किया गया। पारदर्शिता से परीक्षा कराई गई। यही रिफार्म है। अब सत्र समय से चलेगा। हमने सामान्य प्रश्न पत्र बनवाया। ऐसा नहीं कि उसे शिक्षक भी हल न कर सकें। नकल पर छात्रों की बजाय कालेज प्रबंधकों, अधिकारियों पर कार्रवाई की। एक डीआईओएस को जेल में डालना पड़ा। इसका परिणाम रहा कि मेहनती छात्रों की मेहनत रंग लाई।

उन्होंने कहा हमने 1,62,000 शिक्षकों की नियुक्ति की। कहा कि जब तक शिक्षक रखे जाएं संविदा वाले शिक्षकों को न हटाया जाए। 132000 प्राथमिक विद्यालय ऑपरेशन कायाकल्प में बदले। यही जन सहभागिता माध्यमिक शिक्षा विभाग भी कराए। पुरातन छात्रों के सम्मेलन के माध्यम से जन सहभागिता की जाए। मातृभूमि योजना की तरह यहां भी प्रयोग हो। कोई लाइब्रेरी बनवा सकता है तो कोई स्मार्ट क्लास। हम दो करोड़ युवाओं को टेबलेट दे रहे हैं, ताकि ये तकनीक से जुड़ सकें। उन्हें सरकार की योजनाओं का पता चले। इस बार अभ्युदय कोचिंग में 23 बच्चे आईएएस में 98 बच्चे पीसीएस में चुने गए। हमने भेदभाव नहीं किया। यूपी बोर्ड के साथ-साथ सभी बोर्ड के बच्चों को पुरस्कृत किया है, क्योंकि यूपी में पढ़ने वाला हर बोर्ड का बच्चा उत्तर प्रदेश की प्रतिभा है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति एक नया अवसर है उसका लाभ सभी को उठाना चाहिए। सभी बोर्ड अपने आप को तैयार करें और प्रतियोगिताओं के लिए बच्चों को मार्गदर्शन दें। बच्चों को प्रधानमंत्री की लिखी पुस्तक एग्जाम वॉरियर बांटे ताकि सभी को उसका लाभ मिल सके। इस मौके पर माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी, परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह, बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह, मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र आदि मौजूद थे।

इन्हें किया सम्मानित
सीएम ने राज्य स्तरीय 141 मेधावी विद्यार्थियों में माध्यमिक शिक्षा परिषद उप्र की हाईस्कूल से कु. प्रियांशी सोनी लखनऊ, इंटमीडिएट से शुभ चपरा, माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद लखनऊ की पूर्व मध्यमा से आदित्य आजमगढ़, उत्तर मध्यमा से इरफान चंदौली, केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद हाईस्कूल से रचित जैन गौतबुद्धनगर,अरिहंत कपकोटि गाजियाबाद, कु० कोषा शर्मा मुरादाबाद, इंटरमीडिएट से कु. राधिका सिंघल मेरठ तथा काउंसिल फार दि इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन, हाईस्कूल से कु. अविषि सिंह आगरा, इंटरमीडिएट से मोहम्मद आर्यन तारिक लखनऊ सहित अन्य 131 मेधावी विद्यार्थियों को एक-एक लाख रुपये, एक टैबलेट, प्रशस्ति पत्र, मैडल तथा उनके माता एवं पिता को शॉल एवं पगड़ी से सम्मानित किया। इस मौके पर प्रदेश भर में कुल 1745 विद्यार्थियों का सम्मान किया गया। जिलों में भी इस कार्यक्रम का आयोजन हुआ जो वर्चुअली यहां से जुड़े।