Related Articles
अपना नज़रिया बदल लीजिए, अपनी बच्चियों से कहिए कि वे आभूषणों के साथ कॉपी और पेन मांगे, भारत का संविधान मांगे, उसे जानें उसे पढ़ें!
Sara Thakur ============== दुनिया के किसी भी होटल में हमने किसी औरत को खाना बनाते नहीं देखा है। संसार का कोई भी बड़ा शेफ सामान्यत : औरत नहीं है। बच्चों की देखभाल के छोटे छोटे सेंटर जगह जगह खुल ही रहे हैं। बहुत से पुरुष विभिन्न अवसरों पर औरतों या लड़कियों को मेंहदी लगा रहे […]
अभी तुम्हें जीवनसाथी की ज़रूरत है
Madhu Singh =========== रुचिता उस दिन सुबह से ही काम में व्यस्त थी। घर की सारी जिम्मेदारी संभालते-संभालते वह जैसे बूढ़ी हो गई थी। काम निपटा कर वह मशीन पर बैठी थी कि तभी फोन की घंटी बजी। स्क्रीन पर देखा तो नंबर अंजान था। उसने फोन उठाया तो दूसरी ओर सुरीली आवाज सुनाई दी, […]
संभाला तो आपने मुझे है वरना मैं तो…”
Sanjiv Kumar ============ ” देख ममता….इतनी-सी बात पर तू घर छोड़ मत जा।प्लीज़…।” कहते हुए मंजू ने ममता का हाथ पकड़ लिया। ” दीदी…इतनी-सी बात नहीं है।आपने अपशब्दों के तीर चलाकर मेरा कलेजा छलनी कर डाला है।” कहते हुए उसने अपना हाथ छुड़ाया और बक्से में अपना सामान रखने लगी। मंजू को चार महीने की […]