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ईरानी मजदूर साबिर हका की कविताएं
ईरानी मजदूर साबिर हका की कविताएं तडि़त-प्रहार की तरह हैं. साबिर का जन्म 1986 में ईरान के करमानशाह में हुआ. अब वह तेहरान में रहते हैं और इमारतों में निर्माण-कार्य के दौरान मज़दूरी करते हैं. साबिर हका के दो कविता-संग्रह प्रकाशित हैं और ईरान श्रमिक कविता स्पर्धा में प्रथम पुरस्कार पा चुके हैं. लेकिन कविता […]
राष्ट्रीय चाटुकार बन गये….व्यंग्य-जयचंद प्रजापति
जयचंद प्रजापति · Allahabad · ============= व्यंग्य: राष्ट्रीय चाटुकार बन गये ………. कुछ साल पहले हमें चाटुकार होने की अनुभूति हुई। मिठास मिलने लगा। आनन्द की अनुभूति हुई। कुछ लोग कहे कि चाटुकार की फीलिंग से मतलब चटोरा….जी हुजूरी..हां हुजूरी..तलवे चाटना.. दुम हिलाना..आदि गुणों का होना होता है तो हमें लगा इस मामले में हम […]
एक व्यक्ति जो दो बार प्रधानमंत्री रह चुका है और लंबे समय तक केंद्रीय मंत्री भी रहा है, उसके पास अपना ख़ुद का घर भी नहीं,,,,एक सच्ची कहानी!
एक सच्ची कहानी ( पढ़ें और विचार करे ) 94 साल के एक बूढ़े व्यक्ति को मकान मालिक ने किराया न दे पाने पर किराए के मकान से निकाल दिया। बूढ़े के पास एक पुराना बिस्तर, कुछ एल्युमीनियम के बर्तन, एक प्लास्टिक की बाल्टी और एक मग आदि के अलावा शायद ही कोई सामान था। […]