देवबंद:देश में मुसलमानों की सबसे बड़ी तंज़ीम जमीयत उलेमा ऐ हिन्द ने अब नोजवानों को शारीरिक,मानसिक ट्रैनिंग देने के लिये जमीयत यूथ क्लब की शुरुआत करी है,जिसके एक विशेष परिचय प्रोग्राम देवबन्द स्थित फिरदौस गार्डन परिचयात्मक कार्यक्रम और प्रदर्शन आयोजित किया गया।
इस अवसर पर मौलाना महमूद मदनी ने यूथ क्लब के उद्देश्यों पर भी प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि यह नकारात्मक नहीं बल्कि रचनात्मक कदम है. इसका उद्देश्य उन लोगों को तैयार करना है जो देश के सच्चे सेवक हैं, और जरूरत पड़ने पर खुद को बचाने में सक्षम हों।
मौलाना मदनी ने कहा कि आज उम्मत (मुसलमान) सब से आंतरिक संकट से पीड़ित है, मुसलमानों को लक्षित किया जा रहा है, यह युवाओं की निराशा और नुकसान का कारण बना है। इसलिए इस समय सबसे बड़ी जरूरत है कि मुसलमानों को इस गंभीर संकट से निकाला जाए।
मौलाना मदनी ने कहा कि हम पिछले पांच वर्षों से युवाओं की मानसिक शारीरिक प्रशिक्षण पर काम कर रहे हैं. हम ने पांच हजार छात्रों को प्रशिक्षण दिया है. इसके लिए देश के मान्यता प्राप्त संस्थान भारत स्काउट एंड गाइड का चयन किया है. यह ऐसा सिस्टम है जो मानवता के आधार पर काम करता है. यह समन्वयक का काम करता है, ताकि शारीरिक और मानसिक रूप से बेहतर सेवा करने के लिए इंसान को बनाया जाए।
मौलाना मदनी ने जमीअत उलेमा हिंद के ज़िम्मेदारों से कहा कि इस काम में लग जाएं, और इस परियोजना को सफल बनाने के लिए काम करें. “जमीअत यूथ क्लब” के बारे में बताया कि स्कूल और मदरसे के अलावा अन्य लोग भी शामिल हो सकेंगे, लेकिन स्कूल और मदरसे के बच्चे डाइरेक्ट भारत स्काउट एंड गाइड से जुड़े होंगे. 18 महीने में तीन स्तरों पर प्रशिक्षण के बाद ‘खादिम मिल्लत’ में शामिल होने के हक़दार होंगे और जो स्कूल और मदरसे में नहीं हैं, उन्हें हम प्रत्यक्ष तौर से जमीअत युथ क्लब में शामिल करेंगे।
मास्टर नौशाद अली ने स्काउट एंड गाइड के तीन बुनियादी काम (1) ड्यूटी to गॉड (2) ड्यूटी to अदर्स (3) ड्यूटी to सेल्फ पर प्रकाश डाला। बच्चों का हुनर देखने के बाद, मौलाना मादिनी ने उन्हें अपने हाथों से शील्ड और सर्टिफिकेट दिया.