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रूस और चीन की द्विपक्षीय संबंधों को और मज़बूत करने की दूरगामी योजना है : जी-20 की बैठक में रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव

मास्को/नयी दिल्ली, दो मार्च (भाषा) चीन पर यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस का समर्थन करने के लिए हथियार भेजने से बचने के बढ़ते दबाव के बीच, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने बृहस्पतिवार को अपने नए चीनी समकक्ष के साथ पहली प्रत्यक्ष बैठक की और कहा कि दोनों देशों के पास द्विपक्षीय सहयोग के विकास के लिए दूरगामी योजनाएं हैं।.

लावरोव ने चीन के विदेश मंत्री किन गांग से यूक्रेन की स्थिति पर चर्चा की जिसमें यूक्रेन संकट के राजनीतिक समाधान पर चीन के विदेश मंत्रालय का रुख भी शामिल है। रूस के विदेश मंत्रालय ने यहां जी-20 के विदेश मंत्रियों की बैठक से इतर हुई मुलाकात के बाद एक बयान में यह जानकारी दी।

दिल्ली में रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने यूएन सिक्योरिटी काउंसिल में रिफॉर्म पर जोर दिया।
रूस के विदेश मंत्री ने #G20FMM की बैठक में शरीक होने के बाद की प्रेस कॉन्फ्रेंस…

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दिल्ली: विदेश मंत्री डॉ.एस जयशंकर ने G20 विदेश मंत्रियों की बैठक में रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव, यूके के विदेश सचिव जेम्स क्लेवरली, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, सऊदी विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन का स्वागत किया।

भारत जी-20 देशों की अध्यक्षता कर रहा है। जी 20 देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक दिल्ली में चल रही है। हालांकि, रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर इस बैठक में तनातनी भी साफ तौर पर दिखाई दे रही है। हालांकि, भारत की कोशिश है कि इस बैठक से आम सहमति निकले। इन सबके बीच रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने सार्वजनिक तौर पर जी-20 की बैठक में भारत से माफी मांगी है। हालंकि, रूस के विदेश मंत्री को भारत से माफी मांगनी पड़ी, ऐसा क्यों हुआ? दरअसल बताया जा रहा है कि अमेरिका के नेतृत्व वाले पश्चिमी देशों के कारण जी-20 की बैठक में यूक्रेन का मुद्दा हावी दिख रहा है। यही कारण है कि मेजबान भारत की ओर से उठाए जा रहे कई मुद्दे पीछे छूट रहे हैं।

इसी कड़ी में पश्चिमी देशों का व्यवहार भी थोड़ा सख्त नजर आ रहा है। यही कारण है कि लावरोव ने भारत से माफी मांगते हुए कहा कि मैं कई पश्चिमी प्रतिनिधि मंडलों के अभद्र व्यवहार के लिए भारत की मेजबानी और ग्लोबल साउथ के देशों के सहयोगियों से माफी मांगना चाहता हूं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पश्चिम में प्रतिनिधि मंडलों ने जी-20 एजेंडे पर काम को एक तमाशा बनाकर रख दिया है। रूस के एक न्यूज़ एजेंसी ने दावा किया है कि रूसी विदेश मंत्री ने पश्चिम देशों को बैठक के दौरान फटकार भी लगाई है। इतना ही नहीं उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि पश्चिमी देशों ने अपनी आर्थिक और सफलता को रूस के सिर मढ़ने की कोशिश की है।

रूस के विदेश मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि आज जी-20 की बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने एक संतुलित और जिम्मेदार स्थिति प्रस्तुत की है। लावरोव ने कहा कि भारत के साथ हमारे संबंधों को विशेष रणनीतिक साझेदारी कहा जा सकता है। यह भारत की स्वतंत्रता से लेकर आज तक संबंधों के विशेष चरित्र को प्रदर्शित करता है। उन्होंने कहा कि वैश्विक एजेंडा के प्रमुख विषयों पर भारत जो अत्यंत जिम्मेदार और महाशक्ति बनने के अनुरूप रुख अपना रहा है, हम उसकी सराहना करते हैं। रूसी मंत्री ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार की जरूरत भी बताई।