अंकारा: तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोगन ने कहा है कि तुर्की ने इतिहास में कभी भी मज़लूमों के बीच किसी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं किया है। उन्होंने इन विचारों का व्यक्त “शरणार्थी देवस’ के अवसर पर किया।
उन्होंने शरणार्थियों के नाम अपने संदेश में कहा कि हर दिन भूमध्य सागर में होने वाले त्रासदी के घटनाओं की ओर ध्यान आकर्षित करवाते हुए कहा कि तुर्की ने सीरिया और इराक में होने वाले आतंकवादी घटनाओं के कारण की वजह से अपने अंतरात्मा की आवाज पर लब्बैक कहते हुए शरणार्थियों को समर्थन देने का सिलसिला लगातार जारी रखा हुआ है।
उन्होंने पश्चिमी देशों पर शरणार्थियों की नीति पर अपने गंभीर प्रकिर्या का इज़हार करते हुए कहा कि ऐसे समय में जब पश्चिमी देश अपने आप को कांटेदार तारों के पीछे शरणार्थियों से सुरक्षित समझते हैं। इसी दौरान तुर्की ने साढ़े तीन लाख सीरियाई शरणार्थियों सहित कुल चार मिलियन शरणार्थियों को अपने यहाँ सुरक्षा प्रदान कर रखा है।
उन्होंने कहा कि यूरोपीय संघ ने सीरियाई शरणार्थियों के लिए राशी प्रदान करने का वादा अभी तक पूरा नहीं किया है। उन्होंने कहा कि तुर्की इतिहास के किसी भी युग में पीड़ितों के बीच कोई भेदभाव नहीं किया है।