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आज मां को गुज़रे पंद्रह दिन बीत चुके हैं….By-Seema Devendra Pandey
Seema Devendra Pandey ==================== आज मां को गुज़रे पंद्रह दिन बीत चुके हैं. तेरहवीं वाले दिन ही सारे मेहमान चले गए थे. आज रविवार है. मुझे भी मां की कमी बहुत खल रही थी. मेरा भी मां के साथ प्यारभरा अपनत्व से परिपूर्ण सास-बहू का रिश्ता था. मुझे आज भी याद है वो दिन जब […]
यादों का पिटारा : ”माँ को अपने हिस्से का प्यार तो मिला पर उनके ना रहने पे”
Madhu Singh ================ आज पीले खतों ने शांति निवास में यादों का पिटारा खोल दिया था घर की बहू सीमा आज अपने पति अमन और ससुरजी शिवकुमार के सामने किसी अपराधी की तरह खड़ी थी। सीमा कभी अमन से तो कभी अपने ससुरजी से लगातार बोले जा रही थी “बाबूजी मुझे माफ़ कर दीजिए।मैं तो […]
#कौन_हूँ_मैं #एक_खोज…By-#kavitaprabhaa
Kavita Prabha =========== #कविता_प्रभा #kavitaprabhaa #मुस्कानज़िंदगीकी #आजकाख़्याल #कौन_हूँ_मैं #एक_खोज #भाग१६ 🍁 कई दिन याद न की कई दिन बात न की शायद रूठ गई है मुझसे मेरी कविता कभी जज़्बात न आए कभी ख़्यालात न आए कभी मुँह फेरकर जाती रही मेरी कविता कभी दिल में छिपी कभी ज़हन में रुकी कभी नज़रें न मिलाईं […]