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एक औरत के त्याग की कहानी : पगलिया
Mritunjay Pandey =========== एक औरत के त्याग की कहानी: पगलिया “ए सुनीता, देखो पगलिया बैठी है दुआर पर. कुछ बचा है तो दे दो खाने को. इसका भी ना जाने कौन जनम का कर्जा खाए हैं. दोनों बेर (वक्त) का खाना महरानी को यहीं से चाहिए. जैसे कि नौकर लगे हों इनके.“ नलके का हैंडिल […]
ईरानी मजदूर साबिर हका की कविताएं
ईरानी मजदूर साबिर हका की कविताएं तडि़त-प्रहार की तरह हैं. साबिर का जन्म 1986 में ईरान के करमानशाह में हुआ. अब वह तेहरान में रहते हैं और इमारतों में निर्माण-कार्य के दौरान मज़दूरी करते हैं. साबिर हका के दो कविता-संग्रह प्रकाशित हैं और ईरान श्रमिक कविता स्पर्धा में प्रथम पुरस्कार पा चुके हैं. लेकिन कविता […]
मैं बूढ़ी यहां सारा घर का काम करती रहती हूँ और तुम…..!!!
रात के साढ़े बारह बजे दरवाजा खुलने की आवाज सुनकर बुजुर्ग उषाजी ने उसी ओर देखा तो सामने बेटा सुमित और बहू नेहा अंदर की ओर आ रहे थे। ये क्या लगा रखा है तुम दोनों ने! हर रोज देर रात को पार्टी में से लौटना! मैं बूढ़ी यहां सारा घर का काम करती रहती […]