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स्वयं का उत्थान और पतन हमारी ही हाथों में है : लक्मी सिन्हा का लेख!
Laxmi Sinha ============ हमारी सोच ही हमारी जीवन के गंतव्य की दिशा और लक्ष्य निश्चित करती है। स्वयं का उत्थान और पतन हमारी ही हाथों में है। सकारात्मक विचार दिव्या ऊर्जा के स्रोत है। जो व्यक्ति इन विचारों को अंगीकार करता है, वह अपने चारों ओर के परिवेश को भी सकारात्मक ऊर्जा से भर देता […]
छोटा पाकिस्तान…”बिटिया, मेरा बेटा बंबई में मजूरी करता है”
Kavita Krishnapallavi ============= रोशनाबाद कविता श्रृंखला छोटा पाकिस्तान गफूर मियाँ की साइकिल मरम्मत की गुमटी है रोशनाबाद में I रहते हैं पठानपुरा में जिसे अब पठानपुरा कोई नहीं कहता, सभी छोटा पाकिस्तान कहते हैं I गफूर मियाँ रोज़ाना छोटा पाकिस्तान से आज के हिन्दुस्तान आते हैं और हिन्दू-मुसलमान, सभी मज़दूरों की साइकिलों की मरम्मत करते […]
बुढ़िया बुआ, घर में सबसे बड़ी थीं बुआ!
अरूणिमा सिंह ============= · बुढ़िया बुआ! घर में सबसे बड़ी थीं बुआ! बुआ हमारी नहीं बल्कि बाबू जी की बुआ हैं इसलिए जब तक हमें समझदारी आई बुआ बुजुर्ग हो गई थी। उनकी झुकी कमर, दांत विहीन पोपले मुंह और धवल बालों को देखकर हम सभी बच्चे उनको बुढ़िया बुआ कहते थे क्योंकि हमारी बुआ […]