उत्तर प्रदेश राज्य

कैराना, नूरपुर उपचुनाव से पहले देवबन्द से उलेमा ने करी वोट की अपील, बीजेपी की बढ़ गई मुश्किलें

देवबन्द: उत्तर प्रदेश की दो लोकसभा सीटों पर उपचुनाव 28 मई को होंगे जिसमें तमाम विपक्षी दलों ने संयुक्त रूप से प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं,कैराने में मुनव्वर हसन मरहुम की पत्नी तबस्सुम बेगम मैदान में हैं जिनके पुत्र नाहिद हसन भी कैराना से विधायक हैं,तथा नूरपुर से भी एक मुस्लिम प्रत्याशी को मैदान में उतारा है।

हर पार्टी के दिग्गज नेता लोगों को लुभाने और वोट मांगने गांव-गांव जा रहे हैं। वहीं देवबंदी उलेमा ने चुनाव से ठीक पहले बड़ा बयान दिया है और मुसलमानों से अपील की है कि वह देश को आगे ले जाने के लिए ही वोट करें। जिसके चलते भाजपा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

दरअसल, जमीयत उलेमा-ए-हिंद के मौलाना हसीब सिद्दीकी ने विपक्षी पार्टियों के गठबंधन का समर्थन करते हुए कहा कि मोदी सरकार से पूरा हिंदुस्तान और पूरी सियासी जमाते परेशान हैं व दुखी हैं। भाजपा सरकार से अब उम्मीद नहीं की जा सकती कि वह तमाम मुल्क के लोगों के फायदे की बात करें। तो जो विपक्षी पार्टियों ने एकजुट होकर एक प्लेटफार्म बनाया है वह एक अच्छी शुरूआत है।

उन्होंने कहा कि जिस-जिस जगह चुनाव होने जा रहे हैं वहां के लोग अपने वोट का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें। ताकि पोलिंग प्रतिशत कम होने से भाजपा को फिर खड़े होने का मौका न मिले। इसलिए मेरी सभी लोगों से अपील है कि वह अपना वोट जरुर डालें। वहीं मुस्लिम लोगों से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि रमजान का महीना है, गर्मी भी है पर सभी मुस्लिम ज्यादा से ज्यादा वोट करें।

उलेमा ने दिवंगत हुकुम सिंह के बारे में भी बात करते हुए कहा कि हुकुम सिंह के खून में कांग्रेस है और मैंने उनका कांग्रेस में रहने का दौर देखा है। वह एक आला दर्जे के कांग्रेसी थे लेकिन वही बात है कि सियासत में आदमी का कोई मजहब नहीं होता है वह और चलती गाड़ी में बैठता है इसलिए हुकुम सिंह भी उसी चलती गाड़ी में बैठ गए। लेकिन उनका पूरा घरआना कांग्रेसी ही है। अब उनकी बेटी कैराना में चुनाव लड़ रही है जो कि तबस्सुम के मुकाबले में खड़ी है। अब लोगों को यह ध्यान में रखना चाहिए कि वह हुकुम सिंह की बेटी नहीं बल्कि भाजपा की उम्मीदवार है। अगर भाजपा को हराना है तो मुसलमानों को तबस्सुम को वोट करनी चाहिए।