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उत्तर भारत में वर्तमान मौसम के संदर्भ में ”रवीन्द्र कान्त त्यागी” के नए उपन्यास “मुआवज़ा” का एक दृश्य!
Ravindra Kant Tyagi Lives in Ghaziabad, India ============== उत्तर भारत में वर्तमान मौसम के संदर्भ में मेरे नए उपन्यास “मुआवज़ा” का एक दृश्य। ————— अप्रैल के महीने के प्रारम्भ में इतनी तेज धूंप और गर्मी की घुटन कभी नहीं हुई होगी। गर्मी की गमक के मारे सांस लेना दुर्भर हो रहा था। हालांकि औसतन लू […]
कभी-कभी सोचती हूं कि यदि प्रेम एक स्वतंत्र अभिव्यक्ति होती तो नहीं छुपाना पड़ता….By-Vanita Banerjee
Vanita Banerjee ============== कभी कभी सोचती हूं कि यदि प्रेम एक स्वतंत्र अभिव्यक्ति होती तो नहीं छुपाना पड़ता किसी प्रेम में पड़े व्यक्ति को अपनी भावनाएं अपनी इच्छाएं किताबों में छुपा कर रखे उन सूखे फूलों को नहीं छुपा कर रखना पड़ता प्रेम से दो शब्द लिखे हुए खतों को जिन्हें सबकी नजरों से छिपा […]
‘‘क्या कह रही हैं आप, समधिनजी?’’
दो लफ्ज =========== समधिन की बात सुन कर दिवाकर सकते में आ गए. नागिन की तरह फुफकार कर निर्मला बोली, ‘‘आप लोग मेरी बेटी को तरहतरह से तंग करते हैं. मैं ने बेटी का ब्याह किया है, उसे आप के हाथों बेचा नहीं है. मेरी बेटी अब आप के घर नहीं जाएगी.’’ दिवाकर ने पिछले […]