#बाबरी मस्जिद की तरह #मथुरा की ईदगाह हिन्दुत्वादियों के निशाने पर, अदालत ने ईदगाह का अमीन सर्वे करने का आदेश किया : रिपोर्ट
बाबरी मस्जिद का मामला आने वाले सालों में एक नज़ीर की तरह काम करता नज़र आ रहा है, भारत के अंदर कट्टरवादी संगठन के निशाने पर यहाँ की हज़ारों मस्जिदें हैं, समय-समय पर अलग-अलग जगहों की मस्जिदों, ईदगाहों को लेकर कट्टरपंथी दावे करते रहते हैं कि हिन्दुत्वादियों के मंदिर तोड़ कर/कब्ज़ा कर बनायी गयी थीं, मामले अदालत में जा पहुँचते हैं, आगे का काम अदालत का रह जाता है
आरिफ…..!!!!!😍
@Arif_C12
मुसलमान कह रहे थे बाबरी मस्जिद दे दो देश में शांति बनी रहेगी भाईचारा बना रहेगा।
अब ज्ञानवापी मस्जिद की तरह मथुरा में शाही ईदगाह परिषद के अंदर सबूतों की जांच के लिए कोर्ट ने कमिश्नर नियुक्त किया है 20 जनवरी तक रिपोर्ट देंगे कोर्ट कमिश्नर।
बाबरी मस्जिद छोड़ने का नतीजा है..!!
RUPESH RATHORE
@RUPKAYTHA
‼️जय श्री कृष्णा‼️
‼️श्री कृष्णम वंदे जगतगुरु‼️
ज्ञानवापी की तरह मथुरा में शाही ईदगाह परिसर के अंदर
सबूतों की जाँच के लिए नियुक्त किए गए कोर्ट कमिश्नर।।
अबकी बारी करो मथुरा की तैयारी🙏🚩 #जय_श्री_कृष्णा 🚩
Shubhankar Mishra
@shubhankrmishra
अब मथुरा में सर्वे के आदेश, दावा-मस्जिद के नीचे मंदिर|
– कोर्ट ने 20 जनवरी तक रिपोर्ट मांगी| सर्वे 2 जनवरी से।
– हिंदू पक्ष बोला कि औरंगजेब ने ईदगाह बनवाई|
– वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर की तरह मस्जिद का सर्वे होगा।
शाम 6 बजे #HallaBol | कोई सवाल जो आप चाहते हैं कि पूछा जाए ?
Sudhir Mishra 🇮🇳
@Sudhir_mish
बहुत बड़ी खबर: ज्ञानवापी की तरह मथुरा में शाही ईदगाह परिसर के अंदर सबूतों की जाँच के लिए कोर्ट कमिश्नर नियुक्त किया गया है।
आने वाली 20 जनवरी तक रिपोर्ट देंगे कमिश्नर।
बाबरी मस्जिद की ही तरह कट्टरपंथियों का अगला टारगेट काशी/बनारस की ज्ञानव्यापी मस्जिद, मथुरा की शाही ईदगाह हैं, मथुरा की ईदगाह का मामला भी बाबरी मस्जिद की तरह अदालत पहुंचा हुआ है, आगे इस मामले में क्या होगा, इस पर सनकी निगाहें लगी रहेंगी, राजनीती के लिए इसका कब-कब और कितना इस्तेमाल किया जायेगा, ये भी देखना अहम् होगा
मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मस्थान और शाही ईदगाह मस्जिद विवाद के मामले में हिंदू सेना के दावे पर सिविल जज सीनियर डिवीजन (तृतीय) की अदालत ने ईदगाह का अमीन सर्वे करने का आदेश किया है। यह उसी तर्ज पर है जिस तरह से वाराणसी में ज्ञानवापी के मामले में कोर्ट ने आदेश दिया था। बृहस्पतिवार को इस पर प्रतिवादियों को नोटिस जारी होने थे, लेकिन सुनवाई नहीं हो सकी। अदालत ने अगली सुनवाई के लिए 20 जनवरी की तारीख तय की है।
ANI_HindiNews
@AHindinews
ठाकुर जी की 5,000 साल पुरानी जगह थी जिसमें अवैध रूप से शाही ईदगाह का निर्माण कराया गया। इसमें 1967 में भी मुकदमा दाखिल हुआ था जिसमें एक सोसाइटी का गठन किया गया था,उनके द्वारा समझौता किया गया जो अवैध था। हमने इसे निरस्त किए जाने की मांग की: शैलेश दुबे, याचिकाकर्ता, अधिवक्ता, मथुरा
विगत आठ दिसंबर को दिल्ली निवासी हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता व उपाध्यक्ष सुरजीत सिंह यादव ने सिविल जज सीनियर डिवीजन (तृतीय) की न्यायाधीश सोनिका वर्मा की अदालत में दावा किया था। इसमें कहा कि श्रीकृष्ण जन्मस्थान की 13.37 एकड़ जमीन पर मंदिर तोड़कर औरंगजेब द्वारा ईदगाह तैयार कराई गई थी। उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण के जन्म से लेकर मंदिर बनने तक का पूरा इतिहास अदालत के समक्ष पेश किया। उन्होंने वर्ष 1968 में श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संघ बनाम शाही मस्जिद ईदगाह के बीच हुए समझौते को भी चुनौती दी है।
ज्ञानवापी की तर्ज पर कोर्ट ने मथुरा श्री कृष्ण जन्म स्थान ईदगाह प्रकरण में अमीन की रिपोर्ट मांगी है
की जन्म स्थान की 13.37 एकड़ जमीन मंदिर तोड़कर औरंगजेब द्वारा ईदगाह बनाई गई थी।
अब 20 जनवरी तक अमीन को ईदगाह की रिपोर्ट पेश करनी है जिसमें नक्शा भी शामिल होगा pic.twitter.com/pcVmQpyqCn
— Raju Das Hanumangadhi Ayodhya, मोदी का परिवार (@rajudasji99) December 24, 2022