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बाबरी मस्जिद की शहादत के दिन एक और मस्जिद हुई शहीद

भारत के इतिहास में 6 दिसंबर ऐसा काला दिन है कि जब वर्ष 1992 में इसी दिन बाबरी मस्जिद शहीद कर दी गई थी। इस बीच ख़बरें आ रही हैं कि वेस्ट बैंक के अलख़लील इलाक़े में आतंकी इस्राईली सैनिकों ने एक मस्जिद शहीद कर दिया है।

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, फ़िलिस्तीन के वेस्ट बैंक इलाक़े में अवैध ज़ायोनी शासन और अवैध ज़ायोनी कॉलोनी वासियों द्वारा इस इलाक़े में मौजूद मस्जिदों, पवित्र स्थलों और वक़्फ़ की संपत्तियों को नुक़सान पहुंचाने की घटना में लगातार वृद्धि देखने को मिल रही है। आए दिन आतंकी इस्राईली सैनिक किसी न किसी मस्जिद पर हमला बोलते हैं और उसका अनादर करते हैं। इस बीच सोमवार रात वेस्ट बैंक के अलख़लील इलाक़े में स्थित दौरा क्षेत्र में मौजूद मस्जिदे रसूल अल्लाह पर आतंकी ज़ायोनी सैनिक ने हमला बोल दिया। जहां पहले उन्होंने मस्जिद में मौजूद पवित्र चीजों का अनादर किया वहीं बाद में मस्जिद को शहीद कर दिया। बता दें कि रसूल अल्लाह मस्जिद तथाकथित “जे” क्षेत्र में स्थित है, जिसे फ़िलिस्तीनियों को इस क्षेत्र में निर्माण कार्य करने से प्रतिबंधित किया गया है। ताकि इस्राईल इन इलाक़ों पर भी अवैध तरीक़े से क़ब्ज़ा करके ग़ैर क़ानूनी कॉलोनियों का निर्माण कर सके।


आतंकी ज़ायोनियों ने फ़िलिस्तीनियों के ज़ैतून के पेड़ों को काट डाला।
एक अन्य ख़बर यह है कि अवैध ज़ायोनी कॉलोनियों में रहने वालों ने सल्फिट शहर के क़रावे बानी हेसान क्षेत्र में फ़िलिस्तीनियों के ज़ैतून के पेड़ों पर हमला कर दिया। इस इलाक़े में ज़ैतून के पेड़ों पर करने के बाद, कट्टरपंथी ज़ायोनियों ने कई फ़िलिस्तीनी किसानों पर हमला किया और उन्हें पीटा, साथ ही उन्होंने 30 ज़ैतून के पेड़ भी काट दिए। यह सब ऐसी स्थिति में है कि जब सोमवार की सुबह ही अवैध अधिकृत बैतुल मुक़द्दस में बसी अवैध ज़ायोनी कॉलोनियों में रहने वालों ने सल्फिट के उत्तर-पश्चिम में हारिस और दीर ​​अस्तिया बस्तियों के बीच मौजूद कई ज़ैतून के पेड़ों को काट दिया और उन्हें नष्ट कर दिया। ग़ौरतलब है कि हर साल, ज़ैतून की फसल के मौसम के आगमन के साथ, फ़िलिस्तीनी किसानों पर ज़ायोनियों के हमले तेज़ हो जाते हैं, और इन हमलों में सैकड़ों ज़ैतून के पेड़ काट कर नष्ट कर दिए जाते हैं।