सेहत

लोगों को अचानक हार्ट अटैक क्यों आ रहे हैं, बचाव कैसे करें : कमज़ोर दिल वाले वीडियो न देखें!रिपोर्ट!

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कुछ वक़्त से सोशल मीडिया में अनेक वीडियो और खबरें वॉयरल हो रही हैं, जिनमे अचानक लोगों को हार्ट अटैक की घटनाओं को दिखाया गया है, इस तरह के वीडियो लोगों में खौफ पैदा करने वाले हैं, हार्ट अटैक क्यों आते हैं इस पर सही जानकारी तो सिर्फ हार्ट के डॉक्टर/विशेषज्ञ ही दे सकते हैं, मगर जो मोटे-मोटे कारण हैं वो जानना ज़रूरी है

– मानसिक तनाव, ये बेरोज़गारी, करोबरार के न चलने, क़र्ज़दार होने या अन्य किसी वजह से भी हो सकता है
– वायु प्रदुषण
– बढ़ता वज़न
– खाने पीने का सही से धयान न रखना
– पूरी नींद न लेना
– अधिक नशा करना
– ज़यादा कोल्ड ड्रिंक्स, बाजार के पकवान खाने से
– सर्दियों के समय जल्द सुबह के वक़्त जाग कर ठंडी हवा खाने के लिए घूमने निकलना, सुबह के समय हवा में धूल के ज़र्रे/कण अधिक तादाद में होते हैं, ये रात के समय पड़ने वाली ओस की वजह से सुबह के समय में बने रहते हैं

तनाव मुक्त रहने की कोशिश करें
हमेशा खुश रहे
लोगों के साथ मेलजोल बनाये रखें
भारी वज़न उठाने से बचें
ज़यादा कसरत न करें, बाजार में मिलने वाले बॉडी बनाने वाले ”फ़ूड” इस्तेमाल करें
खाने-पीने का ख़ास धयान करें

कोई भी समस्या होने पर तुरंत नज़दीकी डॉक्टर या अस्पताल में संपर्क करना चाहिए, ऐसे मामलों में ज़रा सी भी चूक/देरी जान लेवा हो सकती है

हार्ट अटैक से बचाव

हृदय रोग के कारण होने वाले मृत्यु का सबसे बड़ा कारण हार्ट अटैक है। इसके आकड़ो पर गौर करें, तो दिल की बढ़ती बीमारियों का सबसे बड़ा कारण अस्वस्थ जीवनशैली भी मानी जा रही है, जिसके लिए आप हार्ट अटैक से बचाव के घरेलू उपाय भी अपना सकते हैं। इसकी मदद से आपको अपने दैनिक खाने की उचित मात्रा और शारीरीकि गतिविधियों को कंट्रोल करके उन्हें और भी ज्यादा बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है। नीचे दिए गए हार्ट अटैक से बचाव के घरेलू उपाय (Home remedies to prevent heart attack) अपना कर आप सभी जोखिम इन जोखिम कारकों को कम कर सकते हैं। आइए जानते है हार्ट अटैक से बचाव के घरेलू उपाय

हार्ट अटैक से बचाव के घरेलू उपाय

1: धूम्रपान (Smoking) बंद करें
अगर आपके घर का कोई व्यक्ति धूम्रपान करता है, तो उसे छोड़ने के लिए प्रोत्साहित करें। हम जानते हैं कि यह कठिन है, लेकिन दिल (Heart) का दौरा या स्ट्रोक (Strock) से उबरना या पुरानी दिल की बीमारी के साथ जीना मुश्किल है। अगर आपको इसकी आवश्यकता है, तो हम यहां सहायता के लिए हैं।

2: अच्छा पोषण (Nutrition) चुनें
एक स्वस्थ आहार सबसे अच्छे हथियारों में से एक है, जो आपको हृदय रोग (Heart problem) से लड़ने में मदद करता है। आपके द्वारा खाया जाने वाला भोजन अन्य नियंत्रणीय जोखिम कारकों को प्रभावित कर सकता है, जैसे की, कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol), रक्तचाप (Blood pressure), मधुमेह (Diabetes) और अधिक वजन (Weight gain)। पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ चुनें – जिनमें विटामिन (Vitamin), खनिज, फाइबर और अन्य पोषक तत्व होते हैं, लेकिन पोषक तत्वों- कुछ खाद्य पदार्थों में कैलोरी में कम होते हैं। ऐसा आहार चुनें जिसमें सब्जियों, फलों और साबुत अनाज के सेवन पर जोर दिया जाए; कम वसा वाले डेयरी उत्पाद, पोल्ट्री, मछली, फलियां, गैर-वनस्पति वनस्पति तेल और नट्स शामिल हैं; और मिठाई, चीनी-मीठे पेय, और लाल मीट का सेवन निंयत्रित करें। एक स्वस्थ वजन बनाए रखने के लिए, अपने शारीरिक गतिविधि को करते रहें, ताकि आप जितनी कैलोरी ले रहे हैं उतनी अधिक कैलोरी का उपयोग हो सकें। इसके साथ ही, आपको अपने आहार में रैशेज और एंटी ऑक्सीडेंट्स भोजन को अधिक शामिल करना चाहिए। जिसके लिए आप अपने खाने में सलाद, सब्जियों और फलों का भरपूर प्रयोग कर सकते हैं।

3: हाय ब्लड कोलेस्ट्रॉल को कम करें
आपकी धमनियों में फैट का न जमाव होने दें। जल्दी या बाद में यह दिल का दौरा या स्ट्रोक को ट्रिगर कर सकता है। आप वसा, ट्रांस वसा और कोलेस्ट्रॉल के अपने सेवन को कम करें। आपके कुल कोलेस्ट्रॉल स्कोर की गणना निम्नलिखित समीकरण का उपयोग करके की जाती है: एचडीएल + एलडीएल + आपके ट्राइग्लिसराइड स्तर का 20 प्रतिशत। हार्ट अटैक से बचाव के घरेलू उपाय के लिए आपको अपने कोलेस्ट्रॉल लेवल को 130 एमजी/डीएल तक रखना चाहिए। अगर आपके लिवर में अधिक मात्रा में कोलेस्ट्रॉल का उत्पान हो रहा है, तो इसे कम करने के लिए आप अपने डॉक्टर की सलाह पर दवाओं का सेवन कर सकते हैं।

4: ट्राइग्लिसराइड
ट्राइग्लिसराइड शरीर में वसा का सबसे आम प्रकार है। जिसकी मात्रा हमें खाने वाले तेलों से मिलती है। सामान्य ट्राइग्लिसराइड का स्तर उम्र और लिंग के अनुसार भिन्न होता है। कम एचडीएल कोलेस्ट्रॉल या उच्च एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के साथ मिक्स उच्च ट्राइग्लिसराइड स्तर एथेरोस्क्लेरोसिस से जुड़ा होता है, धमनी की दीवारों में फैटी जमाओं का निर्माण होता है, जो दिल के दौरे और स्ट्रोक के लिए जोखिम को बढ़ाता है। इसलिए आपको अपने खाने में कम से कम मात्रा में तेल का इस्तेमाल करना चाहिए। हो सके तो, आप पूरी तरह से तेल का सेवन भी बंद कर सकते हैं।

5: हाय ब्लड प्रेशर को कम करें
यह स्ट्रोक के लिए एक प्रमुख जोखिम कारक है। स्ट्रोक की रिकवरी सबसे मुश्किल है और आप जीवन के लिए अक्षम हो सकते हैं। उस नमक की आदत को छोड़ दें, अपनी दवाओं को अपने चिकित्सक द्वारा सुझाए गए तरीके से लें और लेते रहें।

6: हर दिन शारीरिक रूप से सक्रिय रहें
हर दिन शारीरिक रूप से सक्रिय रहें। अध्ययन से पता चला है कि मध्यम-तीव्रता वाली शारीरिक गतिविधि के हर सप्ताह कम से कम 150 मिनट रक्तचाप, कम कोलेस्ट्रॉल और आपके वजन को स्वस्थ स्तर पर रखने में मदद कर सकते हैं। अगर आप अभी निष्क्रिय हैं, तो धीरे धीरे से शुरू करें। यहां तक ​​कि एक समय में कुछ मिनट भी कुछ स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर सकते हैं। अध्ययनों से पता चलता है कि जिन लोगों ने भी मध्यम स्तर की फिटनेस हासिल की है, वे कम फिटनेस (Fitness) स्तर वाले लोगों की तुलना में जल्दी मर जाते हैं।

7 : एक स्वस्थ वजन बनाएं रखें
न केवल वयस्कों में मोटापा अत्यधिक प्रचलित है। पोषक आहार और अच्छा पोषण, कैलोरी का सेवन और शारीरिक गतिविधि को नियंत्रित करना स्वस्थ वजन बनाए रखने का एकमात्र तरीका है। मोटापा आपको उच्च कोलेस्ट्रॉल, उच्च रक्तचाप और इंसुलिन प्रतिरोध के लिए जोखिम में रखता है, टाइप 2 मधुमेह का एक अग्रदूत – बहुत ही कारक हैं। आपकों आपना बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) 25 से नीचे ही बनाए रखना चाहिए।

8 : तनाव (Tension) कम करें
एक्स्पर्टस के मुताबिक अगर आप अपने तनाव को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर लेते हैं, तो आपको हार्ट अटैक से जुड़ी संभावनाएं भी 50 फीसदी तक कम हो जाती हैं। मनोवैज्ञानिक का कहना है कि तनाव ही हृदय की बीमारियों की सबसे मुख्य कारण होता है।

9 : यूरिन कंट्रोल न करें
कई लोग किसी काम के चलते या आसल की वजह से कई बार अधिक समय के लिए यूरिन कंट्रोल करके रखते हैं। जबकि, उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए। जब भी य़ूरिन या शौच का दबाव पड़ता है तो इससे दिल पर प्रभाव पड़ता है और यह किसी गंभीर संक्रमण का कारण भी बन सकता है।

10 : आहार में शामिल करें मछली
आप आहार में कई प्रकार की मछली को भी शामिल कर सकते हैं । मछली का सेवन ना सिर्फ आंखों के लिए अच्छा होता है, बल्कि यह दिल की बीमारियों को भी दूर रखने में भी मददगार साबित हो सकता है।

दिल से जुड़ी बीमारियों को इग्नोर ना करें या हल्की तकलीफों को भी नजरअंदाज करना आपको किसी बड़ी मुसीबत में डाल सकता है। इसलिए अगर आपको दिल से जुड़ी कोई भी परेशानी समझ आती है या आप कोई लक्षण महसूस करते हैं, तो डॉक्टर से कंसल्ट करें। अपने डायट और दैनिक कार्यों के दौरान ऐसे कामों से बचें, जिससे आपको परेशानी महसूस हो। अगर आप हार्ट प्रॉब्लम (Heart problem) से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।

क्या है हार्ट अटैक?

What is heart attack: मेडिकल की भाषा में कहें तो हार्ट अटैक को मायोकार्डियल इनफार्क्शन (Myocardial infarction) के रूप में जाना जाता है। ‘मायो’ शब्द का अर्थ है मांसपेशी जबकि ‘कार्डियल’हृदय को दर्शाता है। वहीं दूसरी ओर, ‘इनफार्क्शन’ अपर्याप्त रक्त आपूर्ति के कारण टिश्यू के नष्ट होने को संदर्भित करता है। टिश्यू के नष्ट होने से हृदय की मांसपेशियों को लंबे समय तक नुकसान पहुंच सकता है। दिल का दौरा एक ऐसी स्थिति है, जिसमें आमतौर पर हृदय की मांसपेशियों को रक्त की आपूर्ति करने वाली धमनी पूरी तरह से अवरुद्ध होने के कारण अचानक खून की सप्लाई बंद कर देती है। इससे हृदय की मांसपेशियों की कोशिकाएं मर जाती हैं। धमनी में ब्लॉकेज यानी की रुकावट अक्सर प्लाक के जमा होने के कारण होती है, जिसके परिणामस्वरूप कोरोनरी हार्ट डीजिज (सीएचडी) होती हैं। अगर इस स्थिति को बिना उपचार के छोड़ दिया जाए तो यह किसी भी व्यक्ति के लिए घातक साबित हो सकता है। मायोकार्डियल इंफ्रेक्शन या दिल के दौरे के कारण दिल के टिश्यू को होने वाले नुकसान की गंभीरता अटैक की अवधि (अटैक कितनी देर के लिए आया है) पर निर्भर करती है। अगर आप पहले ही इस स्थिति का निदान कर लेते हैं और उपाचर प्राप्त कर लेते हैं तो आपको कम ही नुकसान होता है।

हार्ट अटैक के लक्षण
Heart attack symptoms: मायोकार्डियल इंफ्रेक्शन का सबसे आम लक्षण है छाती में दर्द या किसी प्रकार की परेशानी। लेकिन हार्ट अटैक के अन्य संकेत भी होते हैं, जिसमें से कुछ महत्वपूर्ण इनमें शामिल हैं।

शरीर के ऊपरी हिस्से में दर्द (Pain in the upper body)

अगर आपके सीने में दर्द, बेचैनी या किसी प्रकार का दबाव है, जो आपकी बाहों (विशेष रूप से बाएं हाथ), जबड़े, गले और कंधे में होता है तो संभावना है कि आपको हार्ट अटैक आ रहा है।

बहुत ज्यादा ठंडा पसीना आना (Excess sweating)

अगर आप अचानक ठंडे पसीने से तरबतर हो जाते हैं तो इसे अनदेखा न करें, खासकर जब आप दिल के दौरे के अन्य लक्षणों से गुजर रहे हों।

अचानक चक्कर आना (Sudden dizziness)

खाली पेट से लेकर डिहाइड्रेशन तक बहुत सारी चीजें ऐसी हैं, जिसके कारण चक्कर आ जाते हैं या आपको अपना सिर थोड़ा भारी-भारी सा लगने लगता है। लेकिन अगर आपको छाती में किसी प्रकार की असहजता के साथ सीने में बेचैनी हो रही है तो यह दिल के दौरे का संकेत हो सकता है। साक्ष्य बताते हैं कि दिल के दौरे के दौरान महिलाओं को इस तरह से महसूस होने की अधिक संभावना होती है।

दिल की धड़कन का बढ़ना या कम होना (Abnormal heartbeat)

दिल की तेज धड़कन, कई कारकों का परिणाम हो सकता है जिनमें अत्यधिक कैफीन का सेवन और सही से नींद न आना शामिल हैं। लेकिन अगर आपको लगता है कि आपका दिल सामान्य से कुछ सेकंड के लिए तेजी से धड़क रहा है, तो आपको तुरंत डॉक्टर से मिलने की जरूरत है।

खांसी और जुकाम का ठीक न होना (Cough and cold do not getting better)

आमतौर पर, ठंड और फ्लू के लक्षण दिल के दौरे के लिए खतरे की घंटी नहीं माने जाते हैं। लेकिन अगर आप हालत के लिए उच्च जोखिम वाले समूह में हैं (परिवार का इतिहास, मोटापे से ग्रस्त हैं, या डायबिटीज से पीड़ित हैं), तो यह सुनिश्चित करने के लिए एक चेतावनी संकेत हो सकता है। अगर आप फ्लू जैसे लक्षण अनुभव करते हैं जो ठीक नहीं हो रहा है, तो अपने बलगम की जांच करवाएं। बलगम का गुलाबी रंग बताता है कि आपका दिल अपनी क्षमता के अनुरूप काम नहीं कर पा रहा है। यही कारण है कि रक्त फेफड़ों में वापस जा रहा है।

हार्ट अटैक के क्या कारण हैं?
Heart attack causes: आपके दिल की मांसपेशियों को लगातार ऑक्सीजन के साथ रक्त की आवश्यकता होती है, जिसे कोरोनरी धमनियां पूरा करती हैं। यह रक्त आपूर्ति तब अवरुद्ध हो जाती है जब आपकी धमनियों में प्लाक जमा होता है और नसें संकीर्ण हो जाती हैं। यह फैट, कैल्शियम, प्रोटीन और इंफ्लेमेशन कोशिकाओं द्वारा होता है। प्लाक जमा होने से बाहरी परत कठोर होती है जबकि भीतरी परत मुलायम रहती है। प्लाक कठोर होने की स्थिति में बाहरी आवरण टूट जाता है। इसके टूटने से ऐसी स्थिति बनती है, जिसमें नस के चारों ओर रक्त के थक्के बनने लगते हैं। अगर एक भी रक्त का थक्का आपकी धमनी में आ जाता है तो इससे रक्त की आपूर्ति बाधिक होती है, जिसके कारण आपके हृदय की मांसपेशियों को ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है और स्थिति खराब हो जाती है। ऐसा होने पर मांसपेशी मर जाती है, जिसके परिणामस्वरूप दिल को नुकसान पहुंचता है। नुकसान की तीव्रता, उपचार और अटैक के बीच के समय के अंतराल पर निर्भर करती है। दिल का दौरा पड़ने के बाद हृदय की मांसपेशियां खुद की मरम्मत करने लगती हैं। औसतन, उन्हें ठीक होने में लगभग 2 महीने लगते हैं।

हार्ट अटैक के जोखिम कारक

Heart attack risk Factors: दिल का दौरा पड़ने के पीछे कई जोखिम कारक हो सकते हैं। यहां, हम आपको सबसे प्रमुख कारकों के बारे में बता रहे हैं:

आयु: यह दिल के दौरे के आपके जोखिम को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। साक्ष्य बताते हैं कि 45 साल की उम्र से अधिक पुरुषों और 55 साल की उम्र से ऊपर की महिलाओं को दिल का दौरा पड़ने की संभावना अधिक होती है।

लिंग: महिलाओं की तुलना में पुरुषों को दिल का दौरा पड़ने की संभावना 2 से 3 गुना अधिक होती है। महिला हार्मोन, एस्ट्रोजन, महिलाओं के मामले में ढाल का काम करता है।

आनुवांशिक प्रवृत्ति: अगर आपके घर में पीढ़ियों से ह्रदय रोग (माता-पिता, भाई या बहन) का इतिहास रहा है तो आपको दिल का दौरा या स्ट्रोक होने की संभावना सामान्य आबादी की तुलना में दो गुना है।

हाई ब्लड प्रेशर: लंबे समय तक अनियंत्रित ब्लड प्रेशर का स्तर आपके ह्रदय को रक्त की आपूर्ति करने वाली धमनियों को नुकसान पहुंचा सकता है जिससे आप दिल के दौरे की चपेट में आ सकते हैं।

खराब कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड का उच्च स्तर: खराब कोलेस्ट्रॉल या एलडीएल का आपकी धमनियों पर नकरात्मक प्रभाव पड़ता है क्योंकि इस कारण से आपकी नसें संकीर्ण हो जाती हैं। इसके अलावा, ट्राइग्लिसराइड के रूप में जाना जाने वाला ब्लड फैट भी दिल का दौरा पड़ने की संभावना को बढ़ा सकता है। ये दोनों कारक काफी हद तक आपकी डाइट से संबंधित होते हैं। इसलिए, दिल का दौरा पड़ने के अपने जोखिम को कम करने के लिए सावधानीपूर्वक भोजन करना महत्वपूर्ण है।

मोटापा: डायबिटीज के विकास की संभावना को बढ़ाते हुए आपके शरीर का अत्यधिक वजन आपके एलडीएल, ट्राइग्लिसराइड के स्तर को बढ़ा सकता है। ये सभी हार्ट अटैक के पीछे संभावित जोखिम कारक हैं। शारीरिक रूप से सक्रिय रहना और सीमित मात्रा में भोजन करना शरीर के आदर्श वजन को बनाए रखने का आधार है।

डायबिटीज: यह स्थिति हाई ब्लड शुगर के स्तर से चिह्नित करती है, एक अन्य स्थिति जो आपको दिल के दौरे की चपेट में ला सकती है।

तनाव: यह आपके ब्लड प्रेशर के स्तर को बढ़ाने के लिए जाना जाता है, जैसा कि पहले ही उल्लेख किया गया है, ये मायोकार्डियल इंफ्रेक्शन के पीछे एक प्रमुख जोखिम कारक है।

धूम्रपान: यह आपकी धमनियों को कठोर बनाता है और आपके ब्लड प्रेशर के स्तर को बढ़ाता है। ये सभी आपके दिल के दौरे के खतरे को बढ़ाते हैं।

हार्ट अटैक का निदान
Diagnosis of heart attack: दिल का दौरा आमतौर पर विशिष्ट नैदानिक ​​लक्षणों द्वारा किया जा सकता है और निम्नलिखित परीक्षणों को पूरा करके इसकी पुष्टि की जा सकती है:

ईसीजी: इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम या ईसीजी एक नैदानिक ​​परीक्षण है, जो हृदय के माध्यम से जाने वाले विद्युत संकेतों को मापता है। जब ह्रदय अपने चैम्बर के माध्यम से रक्त पंप करता है तब इन संकेतों का मापा जाता है। इसे एक ग्राफ में दर्ज किया जाता है, जिसमें अलग पैटर्न की तरंगे दिखाई देती हैं। इन तरंगों के आकार के आधार पर, डॉक्टर हृदय की किसी भी असामान्य स्थिति का मूल्यांकन कर सकते हैं।

ब्लड टेस्ट: कार्डियक एंजाइम की उपस्थिति का पता लगाने के लिए ब्लडवर्क की आवश्यकता होती है, जो दिल के दौरे के दौरान उठाए जाते हैं। इन रीडिंग की मदद से, आपका डॉक्टर अटैक के आकार और समय की पहचान करने में सक्षम होते है। कुछ ब्लड टेस्ट, कुछ हृदय कोशिका प्रोटीन के स्तर को भी मापते हैं जो रक्त की आपूर्ति की कमी के कारण क्षतिग्रस्त हो जाते हैं।

इकोकार्डियोग्राफी: यह दिल के दौरे के दौरान और बाद में किया गया एक इमेजिंग परीक्षण है। यह आपके डॉक्टर को बताता है कि आपका दिल अच्छी तरह से पंप कर रहा है या नहीं। इस परीक्षण से यह भी पता चलता है कि अटैक के दौरान आपके दिल का कोई हिस्सा घायल हुआ है या नहीं।

एंजियोग्राम: यह धमनियों में रुकावट का पता लगाने के लिए एक इमेजिंग टेस्ट है। दिल के दौरे का निदान करने के लिए इसका उपयोग बहुत ही कम किया जाता है। इस परीक्षण में, एक तरल डाई को कैथेटर के नाम से जानें जानी वाली ट्यूब की मदद से आपके दिल की धमनियों में इंजेक्ट किया जाता है।

कार्डिएक सीटी या एमआरआई: ये इमेजिंग परीक्षण आपकी हृदय की मांसपेशियों को नुकसान की सीमा को प्रकट करते हैं।

हार्ट अटैक का इलाज
Heart attack treatment: हार्ट अटैक पड़ने पर आपातकालीन उपचार की आवश्यकता होती है। यह बहुत जरूरी हो जाता है कि आपके दिल के नुकसान कम करने के लिए आपको जल्दी से जल्दी से इलाज मिले। उपचार स्थिति की गंभीरता के आधार पर बदलता रहता है, जिसमें दवाएं, सर्जिकल इंटरवेंशन और अन्य प्रक्रियाएं भी शामिल हैं।

दवाइयां: आपका डॉक्टर ब्लड क्लॉट के निर्माण को रोकने, दर्द को दूर करने, हार्ट रिदम को नियमित करने, रक्त वाहिकाओं को चौड़ा करने, ब्लड प्रेशर के स्तर को विनियमित करने,आदि के लिए दवाओं को निर्धारित करता है। हालांकि आपका डॉक्टर कई दवाओं का सुझाव दे सकता है, लेकिन हम आपको इन सबमें दी जाने वाली आम दवाओं के बारे में बता रहे हैंः

एस्पिरिन: यह आपातकालीन दवा रक्त के थक्के को कम करती है, जिससे संकीर्ण धमनी के माध्यम से रक्त प्रवाह सुनिश्चित होता है।

थ्रोम्बोलाइटिक्स: ये दवाएं आपके दिल में रक्त की आपूर्ति करने वाली धमनियों में बनने वाले थक्कों को हटाने में भी मदद करती हैं। समय पर थ्रोम्बोलाइटिक्स का सेवन आपके जीवित रहने की संभावना को बढ़ाता है।

एंटीप्लेटलेट एजेंट: ये न केवल नए थक्कों को बनने से रोकती है बल्कि मौजूदा थक्के को भी बड़ा होने से रोकती हैं।

दर्द निवारक: आमतौर पर छाती के दर्द को कम करने के लिए मॉर्फिन का उपयोग किया जाता है।

बीटा ब्लॉकर्स: ये आपके दिल की मांसपेशियों को आराम दिलाकर दिल की धड़कन को नियंत्रित करने के साथ-साथ ब्लड प्रेशर के स्तर को नियंत्रित कर हृदय की बेहतर कार्यप्रणाली सुनिश्चित करते हैं। भविष्य में दिल के दौरे को रोकने में बीटा ब्लॉकर्स भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

ऐस इनहिबिटर: ये दवाएं आपके दिल के तनाव के स्तर को कम करते हुए ब्लड प्रेशर को कम करने वाले एजेंटों के रूप में कार्य करती हैं।

स्टैटिन: ये दवा आपके ब्लड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रण में रखती है।

सर्जरी और अन्य प्रक्रियाएं
Heart attack surgery: दवा चिकित्सा के साथ, आपको निम्नलिखित में से किसी भी प्रक्रिया की आवश्यकता हो सकती है:

एंजियोप्लास्टी: इसमें कोरोनरी एंजियोग्राफी करना, ब्लॉकड धमनी का पता लगाना और ब्लॉक को एक गुब्बारे से खोलना और अंत में ब्लॉक के स्थल पर एक स्टेंट लगाना, जिससे धमनी को खोला रखा जा सके और आपका ब्लड स्वतंत्र रूप से बहता रहे।

बाईपास सर्जरी: इस प्रक्रिया में सर्जन, ब्लॉकड या संकीर्ण धमनी को दूर किसी स्थान पर आपकी नसों या धमनियों को बदल देता है। एक बायपास सर्जरी आपके रक्त को संकुचित क्षेत्र को दरकिनार करने के बाद आपके दिल तक पहुंचने की अनुमति देती है।

हार्ट अटैक के लिए डाइट
दिल के दौरे के इलाज की आधारशिला स्ट्रोक जैसे भविष्य की जटिलताओं को रोकती है। आपकी भोजन की आदत काफी हद तक प्रभावित करती है, आपके शरीर के विभिन्न अंग कैसे कार्य करते हैं और आपके हृदय को इससे अलग नहीं किया जा सकता है। एक और दिल का दौरा पड़ने की संभावना को कम करने में स्वस्थ भोजन करना महत्वपूर्ण हो सकता है। अपनी प्लेट को उन खाद्य पदार्थों से भरें, जिसमें सैच्यूरेटेड फैट की मात्रा बहुत कम हैं। इनमें से कुछ उदाहरण हो सकते हैं:

फल और सब्जियां
लीन मीट
चिकन
नट, सेम, और फलियां
मछली
साबुत अनाज
जैतून का तेल
कम फैट वाले डेयरी उत्पाद

आपके लिए अपने भोजन में स्वस्थ खाद्य पदार्थों को शामिल करना भी बेहद महत्वपूर्ण है और इस नियम का आपको पालन करने की आवश्यकता है। इसके साथ ही कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों को अपनी डाइट से हटाने की कोशिश करें, जो आपके दिल के लिए हानिकारक हों। इनमें शामिल हैं:

ऐसे खाद्य पदार्थ, जिसमें नमक की मात्रा ज्यादा हो
रिफाइन्ड शुगर और कार्ब्स
प्रोसेस्ड फूड
सैच्यूरेटेड फैट वाले खाद्य पदार्थ

हार्ट अटैक से बचाव के टिप्स
अपनी जीवन शैली में बदलाव करना और कुछ स्वस्थ आदतें अपनाने से आपके दिल के दौरे के जोखिम को रोकने या कम करने में काफी मदद मिल सकती है। यहां कुछ छोटे-छोटे कदम दिए गए हैं जो ये सुनिश्चित करने में आपकी मदद करेंगे:

एक स्वस्थ, संतुलित आहार खाएं (अतिरिक्त फैट / तेल / मांस से बचें; हरी सब्जियां, फल, नट्स, मछली अपनी डाइट में शामिल करें)।
धूम्रपान और शराब के अधिक सेवन से बचें।
अपने ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर के स्तर और कोलेस्ट्रॉल को सामान्य रखें।
नियमित रूप से व्यायाम करें। शरीर के स्वस्थ वजन को बनाए रखने के लिए यह बेहद आवश्यक है। हार्ट अटैक के पीछे मोटापा एक प्रमुख जोखिम कारक है।
मेडिटेशन, ब्रीदिंग तकनीक और योग व्यायाम का अभ्यास करके तनाव को प्रबंधित करें।
डॉक्टर से सालाना स्वास्थ्य जांच कराएं।

Ankit Madhav
@ankitsinghGZP
पिछले 24 घंटे में 4-5 हार्ट अटैक से हुई मौतों की ख़बर पढ़ चुका हूँ। सबकी उम्र 20-30 के बीच की है।
राष्ट्रीय मुद्दा ये कितनी मौतों पर बनेगा??

प्रार्थना कराते समय स्कूल प्रबंधक की हार्टअटैक से मौत

शाही (बरेली)। निजी स्कूल में बच्चों को सुबह की प्रार्थना कराते समय प्रबंधक को हार्टअटैक आ गया। मेडिकल कॉलेज में उन्गें मृत घोषित कर दिया गया। उनके निधन के बाद कस्बे के कई स्कूलों में शोकावकाश घोषित कर दिया गया।

कस्बा के मोहल्ला सुभाष नगर में जेके एकेडमी स्कूल के प्रबंधक 30 वर्षीय गोविंद देवल साथ में अध्यापन कार्य भी करते थे। शनिवार सुबह करीब नौ बजे गोविंद ने बच्चों को प्रार्थना के लिए एकत्र किया। प्रार्थना शुरू होने पर अचानक गोविंद देवल की तबीयत बिगड़ने लगी। यह देखकर स्कूल के शिक्षक व कर्मचारी भी घबरा गए। तत्काल यह लोग उन्हें पड़ोस के ही निजी चिकित्सक के यहां ले गए। वहां बीपी चेक किया तो शरीर ठंडा पड़ चुका था। डॉक्टर ने इसे हार्टअटैक बताकर हाथ खड़े किए तो परेशान परिवारवाले उन्हें हाईवे स्थित निजी मेडिकल कॉलेज ले गए। वहां डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया।

अविवाहित थे गोविंद
गोविंद दो बहन एवं तीन भाइयों में सबसे छोटे व अभी तक अविवाहित थे। अचानक हुई मौत से कस्बे के अधिकांश स्कूलों में शोकावकाश कर दिया गया। स्कूल प्रबंधकों में साजिद हुसैन, राघवेंद्र कुमार, मुकेश रस्तोगी, देवेश शर्मा, महेश चंद्र शर्मा, अतहर हुसैन, शिशुपाल सिंह आदि शोक संवेदना व्यक्त करने गोविंद के घर पहुंचे। देर शाम उनकी अंत्येष्टि कस्बा स्थित श्मशान भूमि पर कर दी गई।

आईवीआरआई कर्मी की हुई थी मौत
दो सितंबर को आईवीआरआई कर्मचारी 45 वर्षीय प्रभात कुमार की डीजे पर डांस करते वक्त अचानक मौत हो गई थी। वह शहर के एक होटल में अपने दोस्त विशाल मल्होत्रा के जन्मदिन की पार्टी में गए थे। वहां कई डॉक्टर भी मौजूद थे। डीजे के फ्लोर पर गिरे प्रभात को डॉक्टरों ने उपचार देने की भरपूर कोशिश की पर वह दम तोड़ चुके थे।

जब दुल्हन की जयमाला स्टेज पर अचानक मौत

मलिहाबाद में एक घर में शादी की खुशियां कुछ ही देर में मातम में बदल गईं जब दुल्हन की जयमाला स्टेज पर अचानक मौत हो गई। दरवाजे पर बरात आई तो खुशी में महिलाओं ने स्वागत गीत गाए।

शुक्रवार की रात गांव भदवना निवासी राजपाल की बेटी शिवांगी की शादी थी। बारात लखनऊ के बुद्धेश्वर से आई थी। बरात दरवाजे पर पहुंची तो सभी के चेहरों पर खुशियां थीं। नाश्ते के बाद जब द्वारपूजा शुरू हुई तो जनातियों की आवाभगत से बराती खुशी से झूम रहे थे। माहौल खुशनुमा था तो दोनों तरफ से हंसी-ठिठोली भी खूब चल रही थी।

चारों तरफ खुशी का माहौल था दूल्हा वरमाला स्टेज पर अपनी दुल्हनिया का इंतजार कर रहा था। उधर दुल्हन भी अपनी सखी-सहेलियों के साथ लाल जोड़े में हाथों में वरमाला लिए आगे बढ़ रही थी। अचानक दुल्हन स्टेज पर पहुंची। वर और वधू दोनों लोग एक-दूसरे को वरमाला डालने वाले थे। तभी अचानक दुल्हन बेहोश होकर गिर पड़ी। यह देख अफरा तफरी मच गई।

वहां आसपास मौजूद परिजनों ने फौरन दुल्हन को उठाया और इलाज के लिए उसे समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए जहां डॉक्टरों ने दूल्हान को मृत घोषित कर दिया। दुल्हन की मौत के बाद तो दोनों परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। चंद मिनटों में सारी खुशियां मातम में तब्दील हो गईं। इस दुखद घटना से दुल्हन की मां कमलेश कुमारी, छोटी बहन सोनम, भाई अमित, कोमल सहित परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

Shahnawaz Ansari
@shanu_sab

किसी भी सोशल मीडिया ऐप को ओपन कीजिए हर तरफ़ हार्ट अटैक से मरने वालों की ख़बर देखने को मिल रही हैं। हर रोज़ 5/7 ऐसी ख़बरें आ रही हैं। लेकिन इसपर कोई चर्चा नहीं हो रहा है। कोई बात नहीं हो रही है।
आख़िर एक-बा-एक हार्ट अटैक से इतनी अम्वात क्यों हो रही है? क्या ये महज़ इत्तेफ़ाक़ है?

Shyam Meera Singh
@ShyamMeeraSingh
Dec 4
जितनी मौतें हार्ट अटैक के कारण हर दिन होती नज़र आ रही हैं। इनकी जाँच होनी चाहिए क्या पता इन्हें रोका जा सके। लेकिन सरकार ज़िम्मेदारी से बचने के लिए इस पर एक बयान तक जारी नहीं कर रही। ये निर्दोष परिवारों की ज़िंदगियों का सवाल है। लेकिन केंद्र सरकार का पूरा ध्यान चुनावों पर है

Puneet Kumar Singh
@puneetsinghlive
·
4h
अब चुनाव से फ़ुर्सत मिल गयी हो तो सरकार हार्टअटैक से हो रही मौतों की जांच कर लें, आख़िर अचानक से इन मौतों का क्या कारण है?

https://twitter.com/i/status/1599324367238082560

Anand Panna
@AnandPanna1

25 Nov 2022 : A 23-year-old girl (Josna Cotha) fainted and died suddenly (Heart Attack 💉) at a wedding reception : Tragedy happened while dancing!

Ashok Kumar Pandey अशोक اشوک
@Ashok_Kashmir
हार्ट अटैक के जिस तरह के मामले आ रहे हैं, ज़रूरी है कि उनकी एक गंभीर स्टडी हो। सरकारें पता लगाएं कि ऐसे कितने केसेज आ रहे हैं और इसके पीछे कारण क्या है?

तभी इस महामारी को रोकने के इंतज़ामात किए जा सकेंगे।

Naval Kant Sinha | नवल कान्त सिन्हा
@navalkant
·
Dec 4
बरेली में 25 साल के युवक गोविंद कुमार को हार्टअटैक पड़ा। अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही मौत हो गई। गोविंद शाही इलाके में एक स्कूल का संचालक था। हार्टअटैक पहले भी होते थे लेकिन एकदम से फिट आदमी को हार्टअटैक और तुरंत मौत के मामले अचानक बढ़े हैं।
#HeartAttack

Dr. Dheeкsha Shree, M.D. 🐘
@the_mpr

#heartattack

Avoid excessive protein supplements and too much heavy lifting.

Kapil Thakur
@kapilthakur22
Take care of your heart & body,
It’s the only place you have to live.

Life is unpredictable 😔

#heartattack #HeartbreakHigh

Zee News
@ZeeNews

Official
वाराणसी में डांस करते-करते आया हार्ट अटैक अधेड़ की हुई मौत

Anand Panna
@AnandPanna1
·
Dec 4
4 Dec 2022 : 🇮🇳 : The bride died of 💔attack💉 while wearing garland : Blood pressure was low even during the day; Dizzily fell on the stage at night