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हज़रत अली कहते हैं कि क्रोध पागल पन की एक क़िस्म है
क्रोध , खतरे के आभास के समय एक स्वाभाविक प्रतिक्रिया है जिस से आक्रामकता पैदा होती है जो किसी भी ख़तरे का मुक़ाबला करने के लिए मनुष्य के भीतर उत्पन्न होने वाली आवश्यक भावना है। इस लिए एक विशेष सीमा तक क्रोध, मनुष्य के अस्तित्व के लिए ज़रूरी है लेकिन क्रोध की विभिन्न मात्रा, क्रोधित […]
अपनी रोटी को बदलें और इन मोटे अनाजों को गेहूं में शामिल करें!
L.K. Vijay Khera =========== अपनी रोटी को बदलें ?? और इन मोटे अनाजों को गेहूं में शामिल करें! बाजरा, मक्का, चना, ज्वार, जौ , कोदो, रागी आदि…. स्वाद के साथ ही अब सेहत को लेकर जागरूकता बढ़ रही है .शहरी समाज अब गेंहू के आटा के साथ जौ,चना ,मक्का और बाजरा के आटें पर भी […]
थप्पड़ : ……माँ और पत्नी के बीच जूझते पुरूष!
Shantanu netam ============ #पुरूष का समर्पण पूरे दो महीने बाद तनख्वाह मिला था..सोहन को पिछला महीना बहुत तंगी से निकला फिर भी घर में किसी को भनक तक नही लगने दी सबकी जरूरत का सामान समय पर ला कर दे दिया था…. अब जब तनख़्वाह मिली है तो माँ के एक साड़ी खरीद लेता हूँ, […]