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सिख धर्म में ही मिल सकती है शूद्रों को ग़ुलामी से मुकम्मल आज़ादी….सरदार मेघराज सिंह के लेख पढ़िये!
Meghraj Singh ================== सिख धर्म में ही मिल सकती है शूद्रों को ग़ुलामी से मुकम्मल आज़ादी । जो मन से अपनाएंगे सिख धर्म को उनकी कभी नहीं होगी बर्बादी । मेने तो चमार जाति के ग़ुलामी के गटर से निकलकर सिेख धर्म को अपना लिया है । क्या आप भी सिख धर्म को अपनाएंगे सिख […]
डंकापति….जब कोई विदेशी भारत आकर साहब संग झूला झूलता है तो भी साहब का डंका बजने लगता है
Tajinder Singh ========= डंकापति…. जयकारों का शोर भी एक प्रदूषण है। जरूरत से ज्यादा आवाजे इंसान को बहरा कर सकती हैं। आजकल भारत मे जब नॉइज़ पॉल्युशन अचानक बहुत बढ़ गया तो मुझे पता लग गया कि साहब विदेश गए हुए हैं। और ये साहब के बजते डंके का शोर है। जब कोई विदेशी भारत […]
क्या ये सचमुच आज़ादी और समानता है?
पार्सटुडे- पश्चिम ने हमेशा स्वतंत्रता और समानता का रक्षक होने का दावा किया है, लेकिन जब हम इसकी सामाजिक और आर्थिक संरचनाओं की गहराई को देखते हैं, तो ऐसे तथ्य हमारे सामने आते हैं जो इन दावों पर सवाल उठाते हैं। 8 मार्च को महिला दिवस का नाम दिया गया है और पश्चिमी मीडिया और […]