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मैं रात भर सोचती…जागती सपनों में….खुद को फिर तन्हा पाकर भयभीत हो जाती हूँ…
Rashi Singh ============ मैं रोज कतरों में बिखरती हूँ फिर खुद को एकत्रित कर जोड़ती हूँ सवाल कभी खुद से करती कभी गैरों की आँखों में जवाब ढूँढती हूँ कभी खुद को तन्हा इस वन रूपी दुनियाँ में भटकता देखती हूँ भयभीत हो तन्हाई के ख्वाब से फिर काल्पनिक अपने कहे रिश्तों से खुद को […]
*पत्नी तब तक ही देवी है जब तक पति देवता है वरना तो वो किसी रणचंडी कम नही*
Laxmi Kumawat ========== * पत्नी तब तक ही देवी है जब तक पति देवता है वरना तो वो किसी रणचंडी कम नही * शाम के सात बज चुके थे। आज पड़ोस वाली शालू के घर से जोर जोर से आवाजें आ रही थी। लेकिन ये आवाज हर रोज की आवाज से अलग थी। कुछ तो […]
हिंदी भाषा शान है, हिंदी ही अभिमान…By…व्यंजना आनंद, बेतिया “बिहार”
Vyanjana Anand =============== हिन्दी दी हार्दिक बधाई आप सभी को *हिन्दी भाषा* ************* हिंदी भाषा शान है, हिंदी ही अभिमान । मिलती हिंदी से हमें, सप्त सुरों की तान ।। व्यंजन स्वर अति भावने, प्राचिनता के स्त्रोत । भाव समाहित है सभी, हृदय मृदुलता बोत ।। राष्ट्र गान की पंक्ति में, हिंदी के हर […]