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अर्दोग़ान के इस ”इशारे’ से रूस और अमरीका हुए परेशान : रिपोर्ट

तुर्किया के राष्ट्रपति रजब तैयब अर्दोग़ान ने मंगलवार को संकत दिया है कि उनका देश उत्तरी सीरिया में कुर्दों के ख़िलाफ़ ज़मीनी आप्रशेन शुरू कर सकता है जो कुछ दिन पहले इस्तांबूल में होने वाले आतंकी हमले में लिप्त हैं।

तुर्की इस समय कुर्द लड़ाकों के ख़िलाफ़ हवाई हमले कर रहा है जबकि इस बीच उसने ज़मीनी आप्रेशन शुरू करने की बात कही है। मास्को और वाशिंग्टन ने इस पर प्रतिक्रिया ज़ाहिर की है।

पूर्वोत्तरी तुर्किया के इलाक़े में भाषण देते हुए रजब तैयब अर्दोग़ान ने कहा कि हम पिछले दिनों आतंकियों पर हमला रहे थे और इसके लिए टैंकों और विमानों का इस्तेमाल किया जा रहा था और हम बहुत जल्द अपनी तोपों और सैनिकों के ज़रिए सारे आतंकियों को क़त्ल कर देंगे।

अर्दोग़ान ने तुर्किया के इस आप्रेशन का बचाव करते हुए कहा कि उनके देश को यह आप्रेशन करने का पूरा अधिकार है। उन्होंने कहा कि देश और देशवासियों की सुरक्षा हमारी रेडलाइन है। अर्दोग़ान ने कहा कि तुर्किया को मालूम है कि कुर्द आतंकियों की मदद कौन सा देश कर रहा है।

तुर्किया के रक्षा मंत्री ख़लूसी अकार ने अमरीका पर ज़ोर दिया कि वह कुर्द लड़ाकों की मदद करना बंद करे।

तुर्किया इस समय सीरिया और इराक़ में कुर्द लड़ाकों के ठिकानों पर हमले कर रहा है।

रूस ने तुर्की के इरादों को देखते हुए कहा कि सभी पक्षों को चाहिए कि तनाव को बढ़ावा न दें बल्कि संयम से काम लें। क्रेमलिन हाउस ने अपने बयान में कहा कि रूस तुर्की की चिंताओं और आशंकाओं को समझता है मगर तुर्किया को सीरिया के भीतर ताक़त का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए।

अमरीका के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के अधिकारी जान किर्बी ने कहा कि तुर्किया को आत्म रक्षा का हक़ तो ज़रूर है लेकिन मगर सीमा के बाहर सैनिक कार्यवाही से तुर्किया को परहेज़ करना चाहिए।