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‘‘क्या कह रही हैं आप, समधिनजी?’’
दो लफ्ज =========== समधिन की बात सुन कर दिवाकर सकते में आ गए. नागिन की तरह फुफकार कर निर्मला बोली, ‘‘आप लोग मेरी बेटी को तरहतरह से तंग करते हैं. मैं ने बेटी का ब्याह किया है, उसे आप के हाथों बेचा नहीं है. मेरी बेटी अब आप के घर नहीं जाएगी.’’ दिवाकर ने पिछले […]
उमराव जान अदा : क़िताब vs फ़िल्म
Anju Sharma ========= उमराव जान अदा : किताब vs फ़िल्म महज नौ बरस की उम्र में फैज़ाबाद से अगवा कर ली गई एक मासूम लड़की है अमीरन। जिसे सरकारी जमादार पिता की एक गवाही की एवज में सजा पाये एक मुजरिम पड़ोसी द्वारा बदला लेने की नीयत से लखनऊ के एक कोठे पर बेच दिया […]
एक और प्रोफ़ेसर साहब का क़िस्सा, विख्यात धार्मिक फ़ासिस्ट संगठन के नेता भी थे जो अपने को राष्ट्रवादी सांस्कृतिक संगठन कहता था!
Kavita Krishnapallavi =============== एक और प्रोफेसर साहब का किस्सा आपको एक और प्रोफेसर साहब का बेहद दिलचस्प किस्सा सुनाती हूँ जो प्रोफेसर होने के साथ ही एक ऐसे विख्यात धार्मिक फासिस्ट संगठन के नेता भी थे जो अपने को राष्ट्रवादी सांस्कृतिक संगठन कहता था I शहर का नाम नहीं बताऊँगी! ज़रूरत भी क्या है ! […]