श्रद्धा मर्डर में आफताब के 5 सनसनीखेज खुलासे
केमिकल से उसने कमरे और रेफ्रिजरेटर को साफ किया था, जिससे किसी को पता न चल सके कि उसने फ्रीज में श्रद्धा के शव के टुकड़े रखे थे। फिल्मी कहानी से सीखकर मर्डर करने वाले आफताब ने गूगल की मदद से बड़ी चालाकी से सबूत मिटाए थे। उसने कई दिनों तक शव के टुकड़े सुरक्षित रखने के लिए फार्मल्डिहाइड का इस्तेमाल किया था। ऐसी ही कई सनसनीखेज बातें पता चल रही हैं जो ये बताती हैं कि आफताब ने कितना सोच-समझकर इस वारदात को अंजाम दिया था।
1. चॉपिंग के बारे में सीखा था फूड व्लॉगर
पेशे से शेफ आफताब खुद को फूड ब्लॉगर बताता था। उसे खाने से संबंधित वीडियो पसंद थे। वह खबरें भी वही पढ़ता था। ऐसा ही एक पोस्ट उसने छह साल पहले फेसबुक पर किया था जिसमें सब्जी और फल को काटने में माहिर बनने के टिप्स दिए गए थे। उसने कुछ तस्वीरें भी रेस्तरां में ली गई थीं। सब्जी काटने का हुनर सीखने वाले आफताब ने कैसे अपनी गर्लफ्रेंड के ही टुकड़े कर दिए, अब ये सब बातें देश को हैरान कर रही हैं। अब पुलिस उसे लेकर जंगल में श्रद्धा के शव के टुकड़े ढूंढ रही है, जिसे उसने कई महीने पहले फेंका था। आफताब ने कई दिनों तक आधी रात को घूम-घूमकर जंगल या हरियाली वाली जगहों पर शवों के टुकड़े फेंके थे। वह शेफ था और बाद में फोटोग्राफर भी बन गया था और उसके बाद फूड व्लॉगिग का चस्का लग गया था।
Jairam Ramesh
@Jairam_Ramesh
No words can describe the nation’s sense of shock & anger on the killing of young Shraddha Walkar by her live-in partner Aftab Poonawala. The horrific crime is beastly and the perpetrator must face strictest punishment. Shraddha and India’s daughters deserve justice.
2. गला दबाना आसान था, बॉडी को ठिकाने लगाना मुश्किल
आफताब ने पुलिस की पूछताछ में बताया है कि अपनी लिव-इन पार्टनर का गला घोंटना आसान था लेकिन उसकी लाश को ठिकाने लगाना मुश्किल था। उसे लगा कि सबसे अच्छा यही होगा कि शव के टुकड़े कर दिए जाएं जिससे उसे फेंकना आसान हो। ऐसे में उसने इंटरनेट की मदद ली। उसके पसंदीदा टीवी शो ‘डेक्स्टर’ ने इस प्लान में उसकी मदद की। उसने पहले 300 लीटर का रेफ्रिजरेटर खरीदा।
कुछ साल पहले 28 साल के पूनावाला ने शेफ के तौर पर ट्रेनिंग ली थी। ऐसे में उसे पता कि आगे क्या करना है। फ्रीज के साथ उसने मांस काटने वाला गड़ासा भी खरीदा था। इसके बाद उसने वो किया जिसके बारे में पढ़कर ही लोगों के रोंगटे खड़े हो गए। उसने श्रद्धा की बॉडी के छोटे-छोटे टुकड़े कर डाले। उसने बताया कि यह काम इतना आसान नहीं था इसलिए उसने शराब पी और छींटे न पड़े इसके लिए चेहरे पर कपड़ा बांध रखा था। दर्जनों बोतल परफ्यूम और अगरबत्ती जलाई जिससे चारों तरफ खुशबू बनी रहे।
3. 10 हजार का कमरा, चेहरे पर शिकन नहीं
जब से यह खबर मीडिया में आई है छतरपुर पहाड़ी की गली नंबर 1 के रहने वाले लोग यह सोचकर हैरान हैं कि कभी उस लड़के के चेहरे पर तनाव के भाव नहीं दिखे। उसने 10 हजार रुपये महीने पर हाउस नंबर 93/1 में किराए पर कमरा लिया था। किसी ने भी उसे हैरान-परेशान नहीं देखा। पड़ोस में रहने वाली कुसुम लता ने बताया, ‘वह एक सामान्य व्यक्ति की तरह बर्ताव करता था और हमेशा उसके चेहरे पर शांति का भाव दिखता था।’ वह इस फ्लैट में 15 मई को ही आया था और तीन दिन बाद उसने वाकर की हत्या कर दी थी। स्थानीय लोगों ने बताया कि पूनावाला आमतौर पर खाने की डिलिवरी लेने और किराने का सामान लेने के लिए ही बाहर निकलता था।
4. इमोशनल ब्लैकमेल, तुम जाओगी तो आत्महत्या कर लूंगा
आसपास के कुछ लोगों ने आफताब को देर रात बाहर देखा था तो उन्हें लगा कि वह ड्यूटी पर जा रहा है। 66 साल के प्रेम ने हमारे सहयोगी अखबार TOI को बताया कि उन्होंने गर्मियों में उन्होंने किलर के फ्लैट से शोर सुना था लेकिन झगड़े के बाद तेज आवाज में म्यूजिक सुनाई देने लगा। घरवाले बताते हैं कि श्रद्धा इस रिलेशनशिप से खुश नहीं थी क्योंकि आफताब मानसिक रूप से उसे प्रताड़ित करता था और कई बार पीटा भी था। लेकिन उसने रिलेशनशिप जारी रखा क्योंकि आफताब इमोशनली ब्लैकमेल करता था। उसने यह भी कह दिया था कि अगर वह उसे छोड़ देगी तो वह आत्महत्या कर लेगा।
5. खून कैसे साफ करते हैं, हत्या कर गूगल पर खंगाला
श्रद्धा की हत्या करने के बाद आफताब ने खून साफ करने का तरीका गूगल पर ढूंढा था। फिल्म से प्रेरित होने के बाद भी उसने बॉडी को काटने के लिए गूगल किया था। एसिड से फर्श को साफ करने के बाद डीएनए हटाने के लिए भी आफताब ने गंभीरता से काम किया था। श्रद्धा के दोस्त रजत शुक्ला ने बताया कि 2019 के बाद श्रद्धा काफी रिजर्व रहने लगी थी। मां की मौत हो चुकी थी और श्रद्धा पिता से बात नहीं करती थी, आफताब ने इसका फायदा उठाया। प्यार के बाद इस तरह के जघन्य अपराध से यह सवाल खड़ा होता है। रजत ने कहा कि अपनी पसंद से श्रद्धा ने परिवार से नाता तोड़ लिया था। वह बाद में जब परेशान लगने लगी तो शायद वह उधेड़बुन में ही रह गई कि वह अब क्या करे क्योंकि सबसे नाता तोड़कर उसने आफताब पर भरोसा किया था। लेकिन वह उसे प्रताड़ित करने लगा था।
पूरा मामला जान लीजिए
दोनों वसई में रहते थे। आफताब भी एक कॉल सेंटर में काम करता था और बाद में आईटी कंपनी में काम करने लगा। अक्टूबर 2019 में कपल ने लिव-इन में रहने का फैसला किया। परिवारवाले इसके खिलाफ थे। श्रद्धा एक बार 2020 की शुरुआत में अपने घर गई थी, जब उसकी मां की मौत हो गई थी। उसी साल उसने अपने दोस्तों को बताया था कि आफताब उसे पीटता है और वह पुलिस में शिकायत करेगी। लेकिन वह दिन नहीं आया।
जंगल में घूम रही पुलिस
फिलहाल दिल्ली पुलिस जंगलों की खाक छान रही है। श्रद्धा की लाश के कई हिस्से अभी मिलने बाकी हैं। उसका सर अभी तक नहीं मिला है। महरौली पुलिस को मात्र 5 दिन की रिमांड मिली है, जिनमें से 1 दिन कल समाप्त हो गया। बाकी बचे 4 दिनों में मृतका के सिर के अलावा बॉडी के दूसरे पार्ट और जिस धारदार हथियार से उसके बॉडी को काटा गया था, उसकी बरामदगी पुलिस के लिए काफी महत्वपूर्ण है। साउथ डिस्ट्रिक्ट के एडिशनल डीसीपी अंकित चौहान ने बताया कि जो फॉरेंसिक एविडेंस इकट्ठा करना था वह किया जा चुका है। अब पुलिस डिजिटल एविडेंस को ज्यादा से ज्यादा इकट्ठा करने में लगी हुई है। लगभग 12-13 पार्ट मिल चुके हैं और आगे बरामदगी की कोशिश में पुलिस की टीम लगी हुई है।
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श्रद्धा डेथ केस | हम आफताब के लिए मौत की सजा की मांग करते हैं। मुझे भरोसा है दिल्ली पुलिस पर और जांच सही दिशा में आगे बढ़ रही है। श्रद्धा अपने चाचा के करीब थीं, मुझसे ज्यादा बात नहीं करती थीं: ANI से विकास वॉकर, श्रद्धा के पिता
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श्रद्धा हत्याकांड | आफताब पूनावाला और श्रद्धा वाकर के एक कॉमन फ्रेंड को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। यह वह दोस्त है जिसने श्रद्धा के पिता को उसके सम्पर्क-वर्जित होने के बारे में सूचित किया था: दिल्ली पुलिस सूत्र
महरौली में दिल्ली पुलिस के लॉकअप में सोते दिखा आफताब| दिल्ली पुलिस के मुताबिक़
– पूछताछ के दौरान आफताब ने श्रद्धा पर कभी कोई पछतावा नहीं दिखाया।
– वह तब रोया जब उसके पिता उसकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस थाने गए।
– वह बढ़िया अंग्रेजी बोलता है। pic.twitter.com/kjujDecAu2— Shubhankar Mishra (@shubhankrmishra) November 15, 2022