देश

नेशनल हेराल्ड मामले में कर्नाटक कांग्रेस प्रमुख डी.के. शिवकुमार ईडी के निशाने पर, शिवकुमार से ईडी की पूछताछ जारी!

नई दिल्ली । देश के बहुचर्चित नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया गांधी और उनके बेटे राहुल गांधी से हाल ही में की गई पूछताछ के बाद अब कर्नाटक कांग्रेस प्रमुख डी.के. शिवकुमार पूछताछ के लिए ईडी के निशाने पर आ गए हैं। वे आज नेशनल हेराल्ड अखबार मामले की जांच में शामिल होने के लिए प्रवर्तन निदेशालय मुख्यालय पहुंचे। एजेंसी एजेएल और यंग इंडियन के वित्तीय लेनदेन से जुड़े कुछ तथ्यों पर उनसे पूछताछ करेगी। ईडी ने शिवकुमार और उनके भाई डी.के. सुरेश को बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया है।

इससे पहले, कांग्रेस नेता जे. गीता रेड्डी, शब्बीर अली और पी. सुदर्शन कथित तौर पर जांच में शामिल हुए थे। उनसे यंग इंडिया और डोटेक्स मर्चेंडाइज
कनेक्शन के बारे में पूछताछ की गई।
डोटेक्स फर्म कथित तौर पर कोलकाता के बालीगंज के श्रीपल्ली में लोअर रॉडन स्ट्रीट पर स्थित ‘आकाश दीप’ नामक आवासीय अपार्टमेंट में है।

यंग इंडियन को 1 करोड़ रुपये का भुगतान
ईडी के एक सूत्र ने कहा, डोटेक्स फर्म ने कथित तौर पर यंग इंडियन को 1 करोड़ रुपये का भुगतान किया था। यह एक ऋण था जो उन्होंने 2010 में दिया था। डोटेक्स मर्चेंडाइज द्वारा दिया गया ऋण कभी वापस नहीं किया गया। इस ऋण का भुगतान करते समय वाईआई को शामिल किया गया था।

नेशनल हेराल्ड केस की टाइमलाइन
1 नवंबर 2012 को बीजेपी के पूर्व राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने नेशनल हेराल्ड अखबार मामले में केस दर्ज कराया था।
26 जून 2014 को कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी को तलब किया गया।
1 अगस्त 2014 को, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मामले में धन शोधन निवारण का मामला दर्ज किया।
19 दिसंबर, 2015 को दिल्ली की एक अदालत ने गांधी परिवार को जमानत दे दी।
2016 में, कांग्रेस ने मामले को रद्द करने की मांग करते हुए अदालत का रुख किया।
2019 में नेशनल हेराल्ड अखबार की 64 करोड़ रुपये की संपत्ति एजेंसियों ने जब्त की थी।

सभी लेनदेन मोतीलाल वोरा द्वारा नियंत्रित किए गए थे
यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड का स्वामित्व सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मोतीलाल वोरा और ऑस्कर फर्नांडीस के पास था। कांग्रेस पार्टी के सबसे लंबे समय तक कोषाध्यक्ष रहे मोतीलाल वोरा का 2020 में निधन हो गया और फर्नांडीस का 2021 में निधन हुआ।
राहुल गांधी से जब यंग इंडियन-एजेएल सौदे के वित्तीय पहलुओं के बारे में सवाल किया गया, तो उन्होंने अधिकारियों से कहा था कि सभी लेनदेन वोरा द्वारा नियंत्रित किए गए थे।

ANI_HindiNews
@AHindinews
मुझे ED का नोटिस आया था इसलिए मैं और मेरा भाई डी. के. सुरेश यहां आए हैं। मैंने उनको अपील की थी कि वे मुझे 23 अक्टूबर के बाद बुलाएं। जांच अधिकारी ने हमारी अपील नहीं मानी और मैं भारत जोड़ो यात्रा को बीच में छोड़कर यहां आया हूं: कर्नाटक कांग्रेस प्रमुख डी. के. शिवकुमार, दिल्ली