नई दिल्ली: तुर्की राष्ट्रपति रजब तय्यब एर्दोगान ने 11 डेवलपमेंट प्लान अधिवेशन को सम्बोधित किया है जिसमें एर्दोगान ने कहा है कि मैं यक़ीन करता हूँ कि वो क़ौम जो अपने भविष्य के बारे में प्लानिंग नही करती हैं वो दूसरों की प्लानिंग का हिस्सा बनती हैं,हमारे क्षेत्र सहित दुनिया के तमाम देशों में ऐसी मिसालें हमें देखने को मिलती हैं।
प्लानिंग का मतलब अच्छा काम करना और अच्छे ढँग से करना होता है।
ग्लोबलाइजेशन दुनियाभर में बड़ी तेज़ी फैल रही है जिसके कारण देशों को तरक़्क़ी करने का मौक़ा ज़्यादा मिल रहा है,एर्दोगान ने कहा कि ग्लोबलाइजेशन के कारण दुनिया कुछ नुकसान और खतरे मौजूद हैं,जो मौक़ों और खतरों के बीच में बैलेंस बना लेते हैं वो ज़्यादा तरक़्क़ी करते हैं और वो अपने मक़सद में कामयाब होजाते हैं।
जो बैलेंस नही बना पाते वो नाकाम होजाते हैं और दुनिया मे गुमनामी की ज़िंदगी गुज़ारने लगते हैं,एर्दोगान ने कहा कि ऐर्जेन्ट एक्शन प्लान,9 वाँ और दसवा डेवलपमेंट प्लान सरकारी प्लानिंग और विज़िन 2023 उनकी प्लानिंग के साथ साथ उनके विकास कार्यों को दर्शाता है।
एर्दोगान ने कहा कि तुर्की दुनिया का सबसे विकसित देश बनने वाला है जो बगैर इंसान वाला टैंक बनायेगा, तुर्की के आफ़रीन में इस्तेमाल होने वाले तमाम हथियार देसी हैं और मेड इन तुर्की हैं,बगैर इंसान के हवा में उड़ने वाला जंगी जहाज़ तुर्की ने बनाया है,एर्दोगान ने कहा कि वे चाहते हैं कि वो बगैर इंसान के चलने वाले टैंक तय्यार करें और उनका ये सपना बहुत जल्द पूरा होने वाला है।
एर्दोगान ने कहा कि वे तुर्की को एक विकसित शिक्षित और टेक्नोलॉजी से लैस देश बना रहे हैं सरकारी और गैर सरकारी क्षेत्रों में टेक्नोलॉजी को बढ़ावा दिया जारहा है जिसके कारण तुर्की दुनिया के विकसित देशों में गिना जाने लगा है।
तय्यब एर्दोगान ने कहा कि तुर्की दुनियाभर में मानवतावादी विचारधारा को बढ़ावा देरहा है और इंसानियत की मदद करता है जहां जहां ज़रूरत होती है मदद पहुंचाने का काम करता है इस नैक में वो दुनिया मे नम्बर दो पर है जो जल्दी ही नम्बर वन बनने वाला है।