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* माँ की ममता *……..दुल्कान्ति समर सिंह, श्रीलंका निवासी लेखिका की कविता पढ़िये!
Dulkanthi Samarasinghe Kalutara South Sri Lanka ============= * माँ की ममता * सागर की गोद में, अनेक नदियाँ सोती हैं सागर ने कभी नदी को अस्वीकार नहीं किया हर माँ की ममता भी समुद्र की गोद जैसी है हर माँ की ममता भी रात की चाँदनी जैसी है सरिता समुद्र में ही जाती सत्वों को […]
*🚩निंदा करना, घाटे का सौदा🚩*…. By-वीर बहादुर सिंह
B B Singh ============= *🚩निंदा करना, घाटे का सौदा🚩* *एक बार की बात है….. किसी राजा ने यह फैसला लिया के वह प्रतिदिन 100 अंधे लोगों को खीर खिलाया करेगा।* *एक दिन खीर वाले दूध में सांप ने मुंह डाला और दूध में विष डाल दी । ज़हरीली खीर को खाकर 100 के 100 अंधे […]
मधु मालती जी और ‘भूल-ग़लती’ का क़िस्सा…बेहद अँधेरे दिनों में भी हँसना ज़रूरी होता है!!
Kavita Krishnapallavi =============== · ( बेहद अँधेरे दिनों में भी हँसना ज़रूरी होता है I जीवन की विडम्बनाओं पर, त्रासदियों पर, अपने दुश्मनों पर, फ़ासिस्टों पर, नकली वामपंथियों पर, लिबलिब लिबरलों पर, कूपमंडूक “सद्गृहस्थों” पर दिल खोलकर हँसना चाहिए I हँसना ऊर्जस्वी और ताज़ादम बनाता है I इसलिए एकदम उन्मुक्तता और निर्मलचित्तता के साथ हँसना […]