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प्रेम पत्र…প্রেমের চিঠি…By-पुष्पिता चट्टोपाध्याय
Puspita Chatterjee ========= প্রেমের চিঠি পুষ্পিতা চট্টোপাধ্যায় তুই ঢেউ দিবি সমুদ্র শীৎকারে সফেদ ফেনার বালিয়ারী দেব তোকে বাতাসের সাথে সমুদ্র সঙ্গমে জীবন কাটাব যা বলে বলুক লোকে। তুই ফিরে আয় চুমুর শব্দ নিতে নতজানু হব একটা জীবন পুরো দুঃখ মোছাব কবিতা ফাল্গুনিতে আমরা কাঙাল গড়বো স্বপ্ন চূড়ো তোর দুই চোখে কালবৈশাখী আলো সেদিন দেখেছি সেই […]
मैं ऐसा क्यूं कह रही हूं….तो जवाब यह है कि मैं अपने स्त्रीत्व से थक गई हूं!!…By-मनस्वी अपर्णा
मनस्वी अपर्णा ============ #न_हन्यते_हन्यमाने_शरीरे श्रीमद भगवद्गीता कहती है हम सबमें आत्मा वह एक अविनाशी तत्व है जिसका विनाश संभव नहीं है जो शरीर के मर जाने पर भी नहीं मरती, मेरी निजी सांसारिक गीता कहती है कि एक बड़ा mass जो बिलकुल सामान्य समझ का प्रतिनिधित्व करता है उसके लिए शरीर मात्र की पहचान से […]
लड़की का ससुराल में अपने पापा के प्यार को याद आना By-B B Singh
B B Singh ============ लड़की का ससुराल में अपने पापा के प्यार को याद आना एक बात पूछूती हूं सच बताओ ना बाबूजी🌹 छुपाओ ना बाबूजी क्या याद मेरी आती नहीं🌹 पैदा हुई तो घर में मेरे मातम सा छाया था🌹 पापा तेरे बहुत खुश थे मुझे मां ने बताया था🌹 ले ले के नाम […]