

Related Articles
गाँधी तेरे देश में…..हिंसक बैठे हैं कई कई भेष में…..By – साधना कृष्ण
साधना कृष्ण Lalganj, Bihār, India =========== गाँधी !गाँधी !गाँधी तेरे देश में। हिंसक बैठे हैं कई कई भेष में।। जो पहले बेखौफ खून बहाते हैं औ घड़ियाली आँसू दिखलाते हैं। मुक्ति मिली ह़ै अंग्रेजों से केवल असल आजादी हम तलाशते हैं। पल पल बीत रहा रंज क्लेश में गाँधी तेरे देश में………………।। जिस नोटों पर […]
ये कोई कहानी नही बल्कि आँखों देखी सच्ची घटना है….!!कहानी लक्ष्मीकांत पांडेय की है…मेरी छोटी बुआ….!!!!
ये कहानी लक्ष्मीकांत पांडेय जी की हैं…. और जब मैंने पढ़ी तो मेरी आंखों में से आंसू नहीं रुक रहे थे… आशा करता हूं आपको पसंद आएगी… ये कोई कहानी नही बल्कि आँखों देखी सच्ची घटना है….!! मेरी छोटी बुआ….!!!! रक्षाबंधन का त्यौहार पास आते ही मुझे सबसे ज्यादा जमशेदपुर (झारखण्ड )वाली बुआ जी की […]
कितना दर्द सहा होगा उसने
Anand Pandey ============== आज दिनभर दुकान पर दीप्ति का मन उचाट-सा रहा. दिमाग़ में उथल-पुथल मची रही. सुबह घर से निकलते समय ही मांजी यानी दीप्ति की सास ने धीमे स्वर में कह दिया था कि बेटी शाम को जल्दी घर आ जाना और उनके जल्दी घर आ जाने का अर्थ वह भली-भांति समझती थी. […]