

Related Articles
“ऊपर वाले की लाठी….
लक्ष्मी कान्त पाण्डेय ============ “ऊपर वाले की लाठी…. बिरजू और सुधा टीवी पर अपने मनपसंद कार्यक्रम देखने के लिए उत्साहित थे सुधा जल्दी से रसोईघर के कामों को निपटाने में लगी हुई थी कि तभी उनके घर का लैंडलाइन फोन बजा…. बिरजू ने फोन उठाया…. उधर सुधा के कान भी खड़े हो गए कि इस […]
बात छोटी सी थी मगर उसने मेरे दिल को छू लिया…
Rishi Kumar Pandey ============== “सच्ची सुंदरता…. बिरजू ….ये देख … तेरे लिए तेरी जीवनसाथी चुनी है मैंने बेटा देख तो कितनी प्यारी बच्ची है कहते हुए मां ने बिरजू के हाथों मे लड़की की तस्वीर रख दी बिरजू ने तस्वीर देखी तो वह कुंढ कर रह गया तस्वीर में एक साधारण सी दिखने वाली लड़की […]
अकेले में बताना है तो कल मिलना, कल….शिवमूर्ती जी द्वारा लिखित कहानी!
विवेक कुमार ================ किर्र-किर्र-किर्र घंटी बजती है।एक आदमी पर्दा उठाकर कमरे से बाहर निकलता है। अर्दली बाहर प्रतीक्षारत लोगों में से एक आदमी को इशारा करता है। वह आदमी जल्दी-जल्दी अंदर जाता है। सबरे आठ बजे से यही क्रम जारी है।अभी दस बजे ए.डी.एम. साहब को दौरे पर भी जाना है, लेकिन भीड़ है कि […]