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महराष्ट्र में बनेगी हिन्दुत्वादी सरकार : देवेंद्र फ़डणवीस मुख्यमंत्री बनेगे और एकनाथ शिंदे उपमुख्यमंत्री!

भीलवाड़ा के कारोई गांव को ज्योतिष नगरी के नाम से जाना जाता है। जिस उम्र में देश के बच्चे ककहरा और एबीसीडी सीखते हैं, उस उम्र में कारोई के बच्चे लोगों के भविष्य बांचने की पढ़ाई करते हैं। लोगों का मानना है कि इस गांव के ज्योतिषियों ने कई भविष्यवाणियां की हैं, जो भविष्य में सच साबित हुई हैं। अब कारोई के ज्योतिष योगेश शरण शास्त्री ने महाराष्ट्र सरकार में सियासी उठापटक को लेकर भविष्यवाणी की है।

महाराष्ट्र में उद्वव ठाकरे सरकार को लेकर चल रही उठापठक के बीच कारोई के ज्योतिष पंडित योगेश शरण शास्त्री ने भृगु सहिंता की अंक गणितीय गणना की। जिसके आधार पर उन्होंने कहा कि उद्वव सरकार के अल्पमत में आने से सरकार का जाना तय है। नई सरकार भाजपा गठबंधन से ही बनेगी।

देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री बनने के प्रबल योग
पंडित योगेश शरण शर्मा के अनुसार 28 अप्रैल 2022 को मकर राशि से शनि ने कुंभ राशि में प्रवेश किया। डेढ महीने बाद ही शनि ग्रह के वक्री होने के कारण सरकार में उठापटक होने के योग बने हैं। इसमें उद्वव सरकार का परिवर्तन होने का शत प्रतिशत योग है। महाराष्ट्र में भाजपा के साथ गठबंधन सरकार के बनने और देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री बनने के प्रबल योग हैं। इसके साथ ही एकनाथ शिंदे के उपमुख्यमंत्री बनने के योग हैं।

हर सप्ताह करीब दस हजार लोग आते हैं कारोई
बता दें कि भीलवाड़ा जिले के कारोई गांव में अपना भविष्य जानने वालों की इतनी भीड़ जुटती है कि कारोई की पहचान ही अब ज्योतिष नगरी की बन गई है। यहां हर सप्ताह कम से कम दस हजार लोग अपने भविष्य का हाल जानने आते हैं। जिसमें बड़े नेताओं से लेकर हर स्तर के नेता, अभिनेता, अफसर और कार्यकर्ता शामिल हैं।

ऐसे करते हैं गणना
भृगु संहिता के जानकार ज्योतिषी पंडित नाथूलाल व्यास भविष्यवाणी करने के लिए प्रसिद्ध हैं। उनकी दूसरी पीढ़ी में ज्योतिष पंडित योगेश शरण शास्त्री, पंडित ओमप्रकाश व्यास, पंडित गोपाल दाधीच सहित कई शामिल हैं। भृगु संहिता ऐसा ग्रंथ है जिसमें ज्योतिष संबंधी समस्त जानकारियां दी गई हैं।

इस संहिता में कुंडली के लग्न के आधार पर भी बताया गया है कि व्यक्ति का भाग्योदय कब हो सकता है। ऋषि भृगु की ख्याति एक ऐसे कालातीत भविष्यवक्ता के रूप में है, जो भूत, भविष्य और वर्तमान पर समान दृष्टि रखते थे। इस शास्त्र से प्रत्येक व्यक्ति की तीन जन्मों की जन्मपत्री बनाई जा सकती है। भृगु संहिता ज्योतिष का एक विशाल ग्रंथ है।

राष्ट्रपति, गृहमंत्री से लेकर कई दिग्गज पहुंचे हैं कारोई
अब तक यहां आने वालों में देश की पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल, देश के गृहमंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी, केंद्रिय मंत्री मनसुख मंडाविया, तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधराजे, पूर्व मुख्यमंत्री भैरोंसिंह शेखावत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाई सोमा भाई मोदी, सांसद अमर सिंह, फिल्म अभिनेत्री जयप्रदा, कथावाचक मोरारी बापू, मलूक पीठाधीश्वर राजेंद्र दास त्यागी सहित उद्योगपति धीरूभाई अंबानी, राजस्थान व मध्यप्रदेश के कई विधायक सहित देश के नामचीन कई लोग यहां कोई भविष्य जानने तो कोई धर्म के बारे में चर्चा करने इन्हीं ज्योतिष के पास आ चुके हैं।

विदेशों से भी भविष्य जानने पहुंचते हैं लोग
कारोई वैसे तो भीलवाड़ा से महज 20 किलोमीटर दूर है, लेकिन यहां भविष्य की जानकारी देने वाले कई ज्योतिष के संस्थान हैं। सर्वाधिक ज्योतिष कार्यालय होने के कारण ही इसे ज्योतिष नगरी के नाम से भी जाना जाता है। कारोई में सबसे पुराने ज्योतिषी पंडित नाथूलाल व्यास हैं, जिन्होंने अपनी 20 साल की उम्र में ही ज्योतिष का अध्ययन कर लिया था। उन्होंने कम समय में ही अपने गुरु जी से शिक्षा लेने के बाद भृगु संहिता से लोगों का भविष्य बताना शुरू कर दिया था। अपना भविष्य जानने के लिए उनके पास देश ही नहीं बल्कि विदेश से भी काफी संख्या में लोग आते हैं।

दावा-भृगु संहिता में दुनिया के हर व्यक्ति का भाग्य अंकित

ज्योतिष पंडित योगेश शरण शास्त्री बताते हैं कि मुझे ज्योतिष का काम पारिवारिक विरासत में मिला है। उन्होंने कहा कि भृगु संहिता में दुनिया के हर व्यक्ति का भाग्य अकिंत है। यह केवल वैदिक गणित से सही गणना होने पर सटीक बैठता है। आने वाले जातक के जन्म दिनांक, जन्म और लग्न कुंडली के आधार पर भृगु संहिता के शुभांक से उसका फलादेश निकाला जाता है।

वहीं महाराष्ट्र में चल रहे सियासी उठापठक का परिणाम क्या निकलेगा यह तो भविष्य के गर्भ में है पर कारोई के ज्योतिष की माने तो उद्भव सरकार अल्पमत में आकर परिवर्तित होगी और यहां गठबंधन की सरकार बनेगी।

 

उद्धव सरकार की विदाई तय?

महाराष्ट्र में करीब 31 माह पुरानी उद्धव ठाकरे नीत महाविकास अघाड़ी (MVA) सरकार की विदाई करीब आती जा रही है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले से भाजपा व बागी खेमे में जोश आ गया है। खबरों के अनुसार देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में राज्य में जल्द नई सरकार बन सकती है। इसमें भाजपा के अलावा शिंदे गुट के मंत्री शामिल होंगे।

महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन के लिए भाजपा व शिवसेना के बागी शिंदे गुट के बीच लगभग सहमति बन गई है। मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि मंत्रियों के नामों की सूची लेकर पूर्व सीएम व भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस दिल्ली पहुंच गए हैं। वे वहां भाजपा के शीर्ष नेताओं से मुलाकात कर इसे अंतिम रूप देंगे। सूत्रों के अनुसार देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में संभावित नई सरकार में भाजपा के 29 मंत्री होंगे तो एकनाथ शिंदे गुट के 13। शिंदे गुट को आठ कैबिनेट मंत्री पद दिए जाएंगे जबकि पांच विधायकों को राज्यमंत्री बनाने की तैयारी है।

ये होंगे शिंदे गुट के संभावित मंत्री, डिप्टी सीएम पद की मांग
एकनाथ शिंदे, दादा भुसे, अब्दुल सत्तार, दीपक केसरकर, गुलाबराव पाटिल, राजेन्द्र पाटिल, बच्चू काडू, संदीपन भूमरे, प्रकाश आबिदकर, उदय सामंत, संजय रैमुलकर, शंभुराज देसाई और संजय शिरसाट। इनमें से शिंदे, उदय सामंत, दादा भुसे, गुलाबराव पाटिल और दीपक केसरकर कैबिनेट मंत्री बन सकते हैं। सूत्रों के अनुसार शिंदे गुट की ओर से डिप्टी सीएम पद की मांग की जा रही है। हालांकि, इस पर अभी सहमति नहीं बनी है।

राज्यपाल से जल्द की जाएगी यह मांग
सूत्रों का कहना है कि जल्द ही भाजपा और शिवसेना का बागी गुट राज्यपाल भगत सिंह कोश्यिारी से मुलाकात कर उद्धव सरकार के अल्पमत में होने की सूचना देगा। इसके साथ ही मांग की जाएगी कि वे सरकार को विधानसभा में विश्वास मत अर्जित करने का निर्देश दें।

विधानसभा बनेगी शक्ति प्रदर्शन का केंद्र
राज्यपाल विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर उद्धव सरकार को बहुमत साबित करने का निर्देश देते हैं तो गुवाहाटी-मुंबई-दिल्ली की यह कुर्सी दौड़ विधानसभा पर केंद्रित हो जाएगी। महाविकास अघाड़ी और भाजपा व शिंदे गुट के बीच यहां जबर्दस्त शक्ति परीक्षण होगा। यदि सीएम उद्धव ठाकरे ने टकराव टालने की राह पर कदम बढ़ाए तो वे इस्तीफा देकर नई सरकार का रास्ता साफ कर सकते हैं, लेकिन इसकी संभावना कम हैं, क्योंकि शिवसेना व राकांपा बागियों को मुंबई आने की चुनौती दे रहे हैं।

सुप्रीम कोर्ट से मिली बागियों को राहत
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को बागियों को राहत दे दी है। कोर्ट ने 15 बागियों को विधानसभा के डिप्टी स्पीकर द्वारा अयोग्य ठहराने पर संबंधित सभी पक्षों से जवाब मांगा है। इसके साथ ही 12 जुलाई को आगे सुनवाई की जाएगी। इस आदेश से बागियों को विधानसभा में मतदान का अवसर मिल गया है, क्योंकि उन्हें अभी अयोग्य घोषित नहीं किया गया है।