उत्तर प्रदेश राज्य

प्रयागराज : बीजेपी का झंडा लगे वाहन ने शशांक सिंह को मारी गोली!

स्कार्पियो सवार बदमाश और शशांक यादव के बीच लड़ाई सिविल लाइंस चाइना टाउन दृष्टि कोचिंग के पास से हुई। यहां मामला इतना बढ़ा कि बदमाश स्कॉर्पियो से शशांक का करीब साढे तीन किलोमीटर तक पीछा किया। इस बीच कई बार रास्ते में भी दोनों के बीच गाली–गलौज भी हुई।

लेकिन जब शशांक फव्वारा चौराहा पहुंचा तो बदमाशों ने उसे पर फायरिंग कर दी। पुलिस जांच में पता चला है कि पिछले कई मन से शशांक सिंह का किसी अन्य गुट के साथ रंजिश चल रही थी। इसी बात को लेकर बदमाशों ने घटना को अंजाम दिया है। शशांक को बेली अस्पताल पहुंचने वाले दोनों युवकों की भी पहचान कर ली गई है।

पुलिस जांच में शुभम नाम के एक युवक का भी नाम सामने है। कर्नलगंज थाना पुलिस अब शुभम की कुंडली में जुट गई है। पुलिस को शक की उक्त युवक वारदात में शामिल था। पुलिस अफसर ने बताया कि शशांक का उक्त बदमाशों के साथ पिछले काफी समय से रंजिश चल रही थी इसी को लेकर आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया है। बता दें कि महाकुंभ के दौरान इस तरह की पहली बड़ी घटना है।

देशी कट्टा से वारदात को अंजाम देने का शक

शशांक को गोली सीने पर लगी हुई है। पुलिस को शक है की देशी कट्टा से शशांक को गोली मारी गई है। बहरहाल, पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवा दिया है। मंगलवार को मृतक का पोस्टमार्टम करा कर शव परिजनों को सौप जाएगा। पुलिस का कहना है की रिपोर्ट के बाद ही पता चल सकेगा कि किस गन से वारदात को अंजाम दिया गया है।

20 से अधिक खंगाले सीसीटीवी कैमरे

बदमाशों के स्कॉर्पियो की पहचान करने के लिए पुलिस घटनास्थल और आसपास के लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगालना शुरू कर दिया है। देर रात तक पुलिस फव्वारा चौराहा, पूर्व विधायक के घर के पास समेत अन्य जगहों पर लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगाला है। इसमें पुलिस को वारदात में शामिल स्कॉर्पियो के बारे में अहम सुराग मिला है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

रात दो बजे तक भी नहीं पहुंची शशांक की मां

घटना के बाद पुलिस ने सबसे पहले नवाबगंज के जगदीशपुर निवासी शशांक के मां को दी। लेकिन देर रात करीब दो बजे तक भी शशांक की मां अस्पताल नहीं पहुंच सकी थी। जबकि मौसी समेत अन्य रिश्तेदार बेली अस्पताल पहुंच गए थे।