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ईरान के राष्ट्रपति पिज़िश्कियान ने पवित्र क़ुरआन की 41वीं अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता की समाप्ति पर संदेश भेजा, शिया-सुन्नी विद्वान और धर्मगुरू भाई की तरह!

पार्सटुडे- ईरान के संसद सभापति के साथ अहले सुन्नत के आलिमों और विद्वानों ने प्रेमपूर्ण बैठक की

ईरान के पवित्र नगर मशहद में पवित्र क़ुरआन की 41वीं अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता आयोजित, ईरान के राष्ट्रपति द्वारा इस्लामी एकता पर बल दिया जाना, बंदरअब्बास नगर में अहले सुन्नत के पांचवें धार्मिक अध्ययन केन्द्र का उद्घाटन और ईरान के संसद सभापति के साथ अलहे सुन्नत के विद्वानों की बैठक ईरान की कुछ महत्वपूर्ण ख़बरें हैं जिनका हम यहां उल्लेख कर रहे हैं।

ईरान के पवित्र नगर मशहद में पवित्र क़ुरआन की 41वीं प्रतियोगिता आयोजित

ईरान के पवित्र नगर मशहद में इमाम रज़ा के हरम में पवित्र क़ुरआन की 41वीं अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता आयोजित हुई जिसमें 27 देशों के 62 क़ारियों व प्रतिनिधियों ने भाग लिया। ईरान के ख़ुरासाने रज़वी प्रांत के वक़्फ़ और कल्याणकारी मामलों के महानिदेशक हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन मोहम्मद अहमदज़ादे ने कहा कि इमाम रज़ा के हरम में पवित्र क़ुरआन की इस प्रतियोगिता का आयोजन शिया और सुन्नी क़ारियों और हाफ़िज़ों के मध्य एकता का सूचक है।

ईरान के राष्ट्रपति ने इस्लामी एकता पर बल दिया

इस्लामी गणतंत्र ईरान के राष्ट्रपति मसऊद पिज़िश्कियान ने पवित्र नगर मशहद में पवित्र क़ुरआन की 41वीं अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता की समाप्ति पर एक संदेश भेजा। राष्ट्रपति ने अपने संदेश में कहा है कि पवित्र क़ुरआन में मुसलमानों को एक राष्ट्र व समुदाय कहकर संबोधित किया गया है और उन सबका आह्वान किया गया है कि वे अल्लाह की रस्सी को पकड़ लें और एकत्रित हो जायें ताकि हर प्रकार के मतभेद और फ़ूट को रोका जा सके। इसी प्रकार राष्ट्रपति ने कहा कि इस आधार पर हम सबको प्रयास करना चाहिये ताकि हमारे मध्य और इस्लामी समाजों में पवित्र क़ुरआन के दृष्टिगत एकता और बंधुत्व स्थापित हो सके।

ईरान के बंदरअब्बास नगर में अहले सुन्नत के पांचवें धार्मिक अध्ययन केन्द्र का उद्घाटन

“पैग़म्बरे इस्लाम” नाम के अहले सुन्नत के पांचवें धार्मिक अध्ययन केन्द्र का उद्घाटन बंदरअब्बास नगर में हो गया। इस अवसर पर इस्लामी संप्रदायों को एक दूसरे से निकट करने वाली असेंबली के महासचिव और कुछ शिया आलिम और ज़िम्मेदार भी मौजूद थे।

ईरानी संसद सभापति के साथ अहले सुन्नत के आलिमों की मित्रतापूर्ण बैठक

ईरान के संसद सभापति मोहम्मद बाक़िर क़ालीबाफ़ के साथ अहले सुन्नत के आलिमों की मित्रतापूर्ण बैठक हुई। इस बैठक में संसद सभापति ने इस्लाम के दुश्मनों की ओर से दाइश के गठन व बनाये जाने की ओर संकेत किया और कहा कि हम समस्त धर्मगुरूओं और विद्वानों के ऋणी हैं चाहे वे शिया हों या सुन्नी। विद्वान और धर्मगुरू भाई की तरह एक दूसरे के साथ इस षडयंत्र के मुक़बले में डट गये।

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