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दाइश ने काबुल में गुरुद्वारे पर हमले की ज़िम्मेदारी स्वीकार ली

दाइश ने काबुल में गुरुद्वारे पर हमले की ज़िम्मेदारी स्वीकार ली

आतंकवादी गुट दाइश ने काबुल में गुरुद्वारे पर हमले की ज़िम्मेदारी स्वीकार कर ली है।

प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल में शनिवार को एक गुरुद्वारे में कई विस्फोट हुए जिनमें एक सिख सहित दो लोगों की मौत हो गई और सात अन्य घायल हो गए।

अफ़ग़ान सुरक्षाकर्मियों ने विस्फोटक लदे एक वाहन को गुरुद्वारे में प्रवेश करने से रोककर एक बड़ी घटना को टाल दिया था।

आतंकी संगठन दाइश ने काबुल में हुए गुरुद्वारे पर हमले की ज़िम्मेदारी लेते हुए कहा कि यह पैग़म्बरे इस्लाम के ‘अपमान’ का बदला था।

आमाक़ वेबसाइट पर जारी संदेश में दाइश ने कहा कि शनिवार के हमले में हिंदुओं, सिखों और काफ़िरों को निशाना बनाया गया।

आतंकी संगठन दाइश ने अपने बयान में कहा कि उसके एक लड़ाके ने काबुल में हिंदु और सिख अनेकेश्वरवादियों के एक आस्थास्थल में इसके गार्ड को मारने के बाद प्रवेश किया और अपनी मशीन गन और हथगोले से अंदर मौजूद नास्तिकों और बुतपरस्तों पर गोलियां चला दीं।

सूत्रों ने कहा कि लगभग 25-30 अफ़ग़ान सिख और हिंदु काबुल में अफ़ग़ान सिख समुदाय के केंद्रीय गुरुद्वारा ‘गुरुद्वारा दशमेश पिता गुरु गोबिंद सिंह कार्ते परवान’ में ‘सुखमनी साहिब’ या सुबह की प्रार्थना के लिए एकत्र हुए थे जब बंदूकधारियों के एक समूह, जिनकी संख्या संभवत: चार थी गुरुद्वारे पर धावा बोल दिया और गोलियां चला दीं।

उधर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल में स्थित गुरुद्वारा कार्ते परवान पर ‘बर्बर’ आतंकवादी हमले की निंदा की थी। भारत के विदेशमंत्री एस. जयशंकर ने इस ‘कायराना हमले’ की कड़ी निंदा की और कहा कि सरकार घटना के बाद स्थिति पर क़रीब से नज़र रखे हुए है।