दुनिया

25,000 लीटर ईंधन ग़ज़ा पहुंचा

बुधवार सुबह को रफ़ाह क्रॉसिंग से 25,000 लीटर ईंधन ग़ज़ा में पहुंचा है. मिस्र से लगे रफ़ाह क्रॉसिंग पर मौजूद स्थानीय बॉर्डर अधिकारियों ने बीबीसी से इसकी पुष्टि की है.

संयुक्त राष्ट्र और डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर ने चेतावनी दी थी कि बुधवार तक ग़ज़ा में ईंधन ख़त्म हो जाएगा.

इसराइल ने उत्तरी ग़ज़ा के लोगों को दक्षिणी ग़ज़ा में जाने को कहा है. हालांकि दक्षिणी ग़ज़ा में ईंधन और ज़रूरी मदद की आपूर्ति पर बंदिश है और ईंधन के अलावा कुछ राहत सामग्री पहुंची है.

इसराइल का कहना है कि हमास अपने सैन्य मकसद के लिए ईंधन को चुरा सकता है या इस्तेमाल कर सकता है.

इससे पहले इसराइली सेना ने कहा था कि ग़ज़ा में राहत सामग्री पहुंचाने वाले संयुक्त राष्ट्र के कुछ ट्रकों को भी ईंधन दिया गया है.

अस्पताल युद्ध के मैदान नहींः यूएन

इस बीच संयुक्त राष्ट्र मानवीय सहायता ममले के प्रमुख मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने ने ग़ज़ा सिटी के अल शिफ़ा हॉस्पीटल को लेकर चिंता ज़ाहिर की है.

उन्होंने एक्स पर लिखा, “नवजात शिशुओं, बीमारों, मेडिकल स्टाफ़ और सभी नागरिकों की सुरक्षा सर्वोपरि है. अस्पताल युद्ध के मैदान नहीं हैं.”

अस्पताल में मौजूद एक पत्रकार ने बीबीसी को बताया कि इसराइली सेना अस्पताल में मौजूद लोगों से पूछताछ कर रही है और पुरुषों को इमारत से बाहर परिसर में इकट्ठा होने का आदेश दिया है.

अल शिफ़ा में सेना का घुसना गंभीर चिंताजनक

विश्व स्वास्थ्य संगटन अल शिफ़ा के मरीजों और स्टाफ़ लेकर गंभीर चिंता ज़ाहिर की है.

डब्ल्यूएचओ के डायरेक्टर जनरल टेड्रोस एडानम ग्रेब्रेयेसस ने कहा है, “अल शिफ़ा अस्पताल में सेना के घुसने की ख़बर बहुत चिंताजनक है.”

उन्होंने कहा, “अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मियों से फिर से संपर्क टूट गया है. हम लोग वाक़ई मरीजों और अन्य लोगों को लेकर बहुत गंभीर रूप से चिंतित हैं.”