नई दिल्ली: खादिमुल हरामैन शरीफेन सलमान बिन अब्दुल अजीज ने हज 2018 के कार्यक्रम के शानदार सेवाएं प्रदान करने और हाज़ियों की खिदमत करने पर तमाम लोगों का शुक्रिया और कामयाबी पर मुबारकबाद पेश करी है।
सलमान बिन अब्दुल अजीज ने सभी सरकारी और निजी एजेंसियों को उनके हज की कामयाबी के लिये करे गए प्रयासों और समर्पण पर खुशी व्यक्त की। हज मंत्री प्रिंस अब्दुल अज़ीज़ बिन सऊद बिन नाइफ को भी शानदार कामयाबी पर मुबारकबाद पेश करी है।
इस वर्ष लगभग 23 लाख 71 हज़ार 675 मुसलमान हज के लिये सऊदी अरब पहुँचे थे,सबसे ज़्यादा मक्का पहुंचने वाले मुसलमानों में इंडोनेशिया से 2 लाख 21 हज़ार हाज़ियों ने हज किया,तथा इसके अलावा पाकिस्तान से 1 लाख 79 हज़ार 210 हाज़ियों ने हज किया है,तथा भारत से एक लाख 70 हज़ार मुसलमानों ने हज किया है।
बंग्लादेश से एक लाख 27 हज़ार 198 हाज़ियों ने हज किया है,इजिप्ट(मिस्र) के एक लाख 8 हज़ार मुसलमानों ने हज किया है,सऊदी अरब से 60 हज़ार 108 मुसलमानों ने हज किया है,ईरान से 86हज़ार 500 मुसलमानों ने हज किया है।
तुर्की से 79 हज़ार मुसलमानों ने हज किया है,नाइजीरिया से भी 79 हज़ार मुसलमानों ने हज किया है,अल्जीरिया से 36 हज़ार मुसलमानों ने हज किया है,मोरक्को से 31 हज़ार मुसलमानों ने हज किया है।इसके अलावा दुनियाभर के 6 लाख 35 हज़ार 106 मुसलमानों ने हज किया है।
हज मालदार मुसलमान पर फ़र्ज़ है वो बड़ा ही खुशकिस्मत और नसीब वाला होता है जिसको हज करने का सौभाग्य प्राप्त होता है,हज अल्लाह का इनाम है जो अपने खास बंदों पर करता है,इसको पैसों के द्वारा नही किया जासकता है,बल्कि जिसे अल्लाह बुलाता है वो ही हज कर पाता है।