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दार्सनिक कुत्ता…मास्टर लड़की पर डोरे डाल रहा है…फिर छेदालाल ने सच जानने के लिए छुपकर…!!
Kavita Krishnapallavi =================== ( बेहद अँधेरे दिनों में भी हँसना ज़रूरी होता है I जीवन की विडम्बनाओं पर, त्रासदियों पर, अपने दुश्मनों पर, फ़ासिस्टों पर, नकली वामपंथियों पर, लिबलिब लिबरलों पर, कूपमंडूक “सद्गृहस्थों” पर दिल खोलकर हँसना चाहिए I हँसना ऊर्जस्वी और ताज़ादम बनाता है I इसलिए एकदम उन्मुक्तता और निर्मलचित्तता के साथ हँसना ज़रूरी […]
सत्य कथा…By – डॉ.विजया सिंह
Dr.vijayasingh ============ सत्य कथा… सुबह सवेरे पहले उठकर बुहार लेती हैं वो अपना घर आँगन और गुनगुना लेती है प्रेम के गीत मन ही मन में और भूला देती हैं कल की बीती बातें जो चुभ रही थी कही अन्तर्मन में चूल्हे पर चाय बनाते बनाते व्यवस्थित कर लेती हैं पूरा घर और व्यवस्थित कर […]
शादी के बाद विदाई का समय था, नेहा अपनी माँ से मिलने के बाद…
लक्ष्मी कान्त पाण्डेय ================ शादी के बाद विदाई का समय था, नेहा अपनी माँ से मिलने के बाद अपने पिता से लिपट कर रो रही थीं। वहाँ मौजूद सब लोगों की आंखें नम थीं। नेहा ने घूँघट निकाला हुआ था, वह अपनी छोटी बहनों एवं सहेलियों के साथ सजाई गयी गाड़ी के नज़दीक आ गयी […]