

Related Articles
**प्रीत की सब रीत झूठी** और **गूँज उठी शहनाई**….कुसुम सिंह सुनैना की दो कवितायेँ पढ़िये!
Kusum Singh अध्यापिका दिल्ली सरकार Lives in Delhi, India From Gaya, India ========== प्रीत की सब रीत झूठी —–———————– पीर पारावार भरो प्रिय! हृदयतल विस्तृत में, कुछ नयन मग से बहायो, कुछ रच बहायो काव्य में। सासों संग सौरभ समाया, तेरे सुवासित देह का, कुछ दौड़े हैं धमनियां, कुछ हुआ मधुमास का। अँचरा भरा प्रिय, […]
“आइना….मेरे मम्मी पापा को मेरी पसन्द-नापसन्द की कोई फ़िक्र ही नहीं
लक्ष्मी कान्त पाण्डेय ============ “आइना…. चोरी-छिपे मोबाइल फोन पर दोनों घंटों बात करते रहते थे सुबह व्हाट्सएप पर गुड मॉर्निंग से देर रात गुड़ नाइट तक क्या कर रहे हो ….क्या खाया…. कहा थे…. यही सब चलता रहता था दोनों एक-दूसरे को चाहते थे अक्सर बहाने से मिलते भी रहते थे कोचिंग क्लास से शुरू […]
ज़िन्दगी और मौत के तीन क़िस्से!…. उसे इतना सदमा लगा कि वह फिर से मर गया!!
Kavita Krishnapallavi ===================== · ज़िन्दगी और मौत के तीन किस्से (ज़िन्दगी और मौत के इन तीन किस्सों में से भी एक किस्सा एक प्रोफेसर साहब का है! दूसरा एक प्रसिद्ध लेखक-पत्रकार का है और तीसरा गाँव के एक कटु सत्यवादी मुँहफट सयाने का! गाँव के मुँहफट और लेखक-पत्रकार वाले किस्सों में तो सच की बुनियाद […]