उत्तर प्रदेश राज्य

हेड कांस्टेबल पत्नी को नशे की गोलियां देकर बनाता था अनैतिक संबंध!

कानपुर।कल्याणपुर में एक सप्ताह पहले महिला के साथ एक घर में पकड़े गए यूपी 112 में तैनात हेड कांस्टेबल समेत 13 लोगों के खिलाफ कोतवाली थाना पुलिस ने गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। हेड कांस्टेबल की पत्नी ने पति पर क्रूरता, कुकर्म समेत अन्य आरोप लगाए हैं।

मूलरूप से इटावा, सैफई की रहने वालीं कुशीनगर में तैनात सहायक शिक्षिका ने पुलिस अधिकारी को बताया कि वह अपने दो बेटों (एक 12 वर्ष, दूसरा 13 वर्ष) के साथ कुशीनगर में ही किराये के कमरे में रहती हैं। पति ककवन में यूपी 112 में तैनात हैं।

पीड़ित महिला का आरोप है कि पति अन्य महिलाओं से अवैध संबंधों के चलते वर्ष 2019 से अलग रह रहा है। पति ने अन्य ससुरालीजनों के साथ मिलकर उनकी व दोनों बच्चों की मौत की अफवाह फैला दी और एक अन्य महिला से शादी कर दी।

पति को पकड़ा था रंगेहाथ
इसकी जानकारी पर वह बीते तीन मार्च को कल्याणपुर स्थित एक घर पहुंचीं, जहां पति को अन्य महिला संग रंगे हाथों पकड़ा। पति छत से साड़ी बांधकर भाग निकला था। उन्होंने दूसरे दिन सीपी बीपी जोगदंड से इसकी शिकायत की थी। अधिकारी के आदेश पर 13 लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई है।

नशे की गोलियां देकर बनाता था अनैतिक संबंध
महिला ने पति पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि बिल्हौर में तैनाती के दौरान वह भी साथ में रहती थी। पति आए दिन नशे में घर आता था। इसके बाद पानी में उन्हें नशे की गोली मिलाकर पिलाने के बाद अनैतिक संबंध बनाता था। इससे क्षुब्ध होकर वह बच्चों के साथ अपनी तैनाती स्थल पर किराये पर रहने लगी थी।

थाने के अंदर बेटे पर तान दी थी रायफल
पत्नी ने बताया कि 2018 में पति बिल्हौर में एसएचओ का हमराह था। कन्नौज में खरीदे हुए प्लॉट को उसके नाम करने का दबाव बना रहा था। मना करने पर थाना परिसर में ही पुलिस कर्मियों के सामने ही अपनी रायफल उठाकर बच्चों पर तान दी थी। बीचबचाव में बेटे का हाथ टूट गया था।

दागी कांस्टेबल अधिकारियों का चहेता, हर बार मिली तैनाती
पत्नी ने आरोप लगाया कि पति के दो महिलाओं से अवैध संबंध थे। शिकायत पर स्थानांतरण महाराजपुर थाने कर दिया गया था। फिर महाराजपुर में दुकानदार को पीटने के मामले में लाइन हाजिर किया गया था।

मुरादाबाद में तैनाती के दौरान शराब पीकर कैदी को भगाने की घटना में उसे निलंबित किया गया था। इसके बाद भी अधिकारियों का चहेता होने के कारण उसे हर बार कुछ ही दिनों में तैनाती दे दी गई। इस बार भी एफआईआर दर्ज होने के बाद भी अब तक उसे निलंबित नहीं किया गया।