हिसार में संयुक्त किसान मोर्चा व ट्रेड यूनियनों ने हाथों पर काली पट्टियां बांधकर काला दिवस मनाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, सीएम मनोहरलाल और प्रदेश के गृहमंत्री अनिल विज का पुतला फूंका। किसानों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आक्रोश जाहिर किया। किसानों ने 26 फरवरी को डब्ल्यूटीओ छोड़ो दिवस के रूप में मनाने का भी आह्वान किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि किसानों को एमएसपी न देने के लिए मजबूर करने के साथ-साथ धन के रूप में लाभ के सीधे हस्तांतरण का तर्क देकर पीडीएस को वापस लेने के लिए डब्ब्ल्यूटीओ जिम्मेदार है।
किसान नेताओं ने कहा कि सरकार किसानों पर जो जुल्म कर रही है। एक एक गोली और लाठियों का आने वाले चुनाव में हिसाब लिया जाएगा। कितनी लाश बिछाओगे लाखों किसान अपने हक हकूक के लिए शहादत देने के लिऐ तैयार है के नारे लगाते हुए विरोध जताया। किसानों ने कहा अब 14 मार्च, 2024 को नई दिल्ली के रामलीला मैदान में विशाल किसान मजदूर महा पंचायत करेंगे।
विरोध प्रदर्शन में शमशेरसिंह नम्बरदार, दिलबाग सिंह हुड्डा, संदीप सिवाच, सरदानन्द राजली, सोमबीर पिलानियां, राजिव मलिक, सुरेश दुर्जनपुर, कृष्ण नैन, धर्मबीर लोहान, देशराज, रुपसिहं, एमएल सहगल, नरेश गौतम, नरेश गोयल, राजेश बागड़ी, ओमप्रकाश सैनी, सकुंतला जाखड, कमला,सीमा, अनिता,चरणपाल, सतबीर पुनिया आदि शामिल रहे।
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