हिमालय के हिंदुकुश इलाके में ग्लेशियर तेजी से पिघल रहे हैं. एक नई रिपोर्ट में ये दावा किया गया है कि सदी के अंत तक हिंदुकुश ग्लेशियर अपना 75 फीसदी हिस्सा खो सकते हैं, यानी ग्लेशियर पिघल जाएंगे.
इसकी वजह है ग्लोबल वार्मिंग, जो पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए पानी की भयंकर कमी पैदा कर सकती है. इसके साथ ही बाढ़ का खतरा भी बढ़ेगा. अंदाजा लगाया गया है कि ये हालात 2100 तक पैदा हो सकते हैं.
काठमांडू के इंटरनेशनल सेंटर फॉर इंटीग्रेटेड माउंटेन डेवलपमेंट (आईसीआईएमओडी) की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि इस इलाके में ग्लेशियर 65 फीसदी ज्यादा तेजी से पिघले जो अनुमानों से परे एक भयानक सच है. रिपोर्ट के प्रमुख लेखक और पर्यावरणविद फिलीपस वेस्ट के मुताबिक अगर बर्फ इतनी ही तेजी के साथ पिघलती रही तो “हम अगले 100 सालों में ग्लेशियर खो देंगे.”